अच्छी हेल्थ और फिटनेस के लाभ लेने के लिए सबसे महत्वपूर्ण आपके चलने का तरीका है। जब आप वॉकिंग कर रहे हैं तो आपको गर्मी लग सकती है। आपकी दिल की ध़डकन सामान्य से तेज हो सकती है। आपकी सांसे सामान्य से ज्यादा गहरी हो सकती हैं। अगर आप हांफ रहे हैं तो यह हद से ज्यादा कर रहे हैं आपको थोड़ा धीमा होना चाहिए। अगर आपने कभी भी व्यायाम नहीं किया और बिल्कुल नए हो या फिर आप एक लंबे गेप के बाद शुरू कर रहे हैं तो आपको धीरे-धीरे वॉकिंग करना चाहिए। पहले शुरुआत में तो धीरे-धीरे चलना चाहिए, उसके बाद आपको अपनी स्पीड बनानी चाहिए।
हमेशा स्पीड की बजाय दूरी को बढ़ाना चाहिए। तेज चलने क् फायदे लिंग, आयु, और फिटनेस लेवल पर आधारित करते हैं। अगर आप किसी बिमारी से ग्रसित हैं तो अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए कि आपको किस तरह का व्यायाम करना चाहिए और कितना करना चाहिए। वॉकिंग के करने से होने वाले शारीरिक और मानसिक लाभ आप पांच दिन 30मिनट तेज चल करके देख सकते हैं।
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टहलना के लाभ
- ह्रदय, श्वास और हड्डियों की बिमारियां और कुछ तरह की कैंसर का खतरा कम हो जाता है।
- मोटापे को कम कर देता और शरीर को स्वस्थ रखता है।
- तनाव को दूर भगाता है, मूड अच्छा बनाता है, आत्मविश्वास बढ़ाता है और चिंताओं से लड़ने की शक्ति देता है।
- आपको ऊर्जावान बनाता है, आपका स्टेमिना मजबूत होता है और आपको अच्छी नींद आने लगेगी।
- ग्रुप में वॉकिंग करके या दोस्तों के साथ वॉकिंग करके आप मस्ती कर सकते हैं, जिससे पूरे दिनभर की चिंताओं से मुक्ति मिलेगी।
- वॉकिंग बुजुर्गों के लिए भी सुरक्षित व्यायाम है।
टॉप स्टोरीज़
वॉकिंग की शुरूआत में इन बातों का ध्यान रखें
- गर्म और आर्द्र वातावरण में बाहर नहीं घूमना चाहिए क्योंकि मौसम आपकी ऊर्जा और क्षमता को घटाता है। गर्म मौसम में घूमना बहुत ही खतरनाक है इससे निर्जलीकरण, गर्मी से ऐंठन, गर्मी में तंद्रा जैसी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। वॉकिंग करने का सबसे अच्छा समय सुबह में जल्दी और देऱ शाम ठीक होता है।
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- ज्यादा ठंडे मौसम में भी वॉक नहीं करनी चाहिए। इससे आपको हाइपोथर्मिया या शीतदंश हो सकती है।
- वाकिंग के दौरान पहले और बाद में हायड्रेशन बहुत ही जरूरी है। आप अपने शरीर का पानी और महत्वपूर्ण बॉडी साल्ट पसीने के रूप में खो देते हो। इसलिए इसकी पूर्ती करना जरूरी है। इसलिए वॉकिंग के दौरान हर 15 से 20 मिनट में तरल पीते रहना चाहिए। यदि आपका एक घंटे से ज्यादा वॉकिंग करने का प्लान है तो आपको कुछ स्पोर्टस ड्रिंक भी साथ लेकर चलना चाहिए। व्यायाम से पहले 400 से 500 मिलिलिटर पानी पीना चाहिए। और व्यायाम के बाद जो पानी पसीने के रूप में हमने खोया है, उसकी पूर्ती करने के लिए 450 से 600 मिलिलिटर पानी पीना चाहिए।
- वॉकिंग पार्क और इंडोर में पगड्डी पर किया जा सकता है। जब आप पगडंडी पर चल रहे हो तो पहले शुरुआत में धीमे चलना चाहिए। अपनी वॉकिंग की गती बढ़ाने से पहले पांच मिनट चलना चाहिए और उसी तरह वॉकिंग खत्म करते वक्त भी धीरे-धीरे चलना चाहिए। इससे चोटिल होने का खतरा कम हो जाता है। और व्यायाम से तेजी से उबरने में सहायता मिलती है।
- अपने सिर की सही पोजिशन होनी चाहिए। कंधों को पीछे और धड़ उपर-नीचे होता रहना चाहिए। आपकी भुजाएं स्विंग होती रहनी चाहिए। साथ ही आपकी कोहनियां 90 डिग्री के कोण पर मुड़ी हों।
- जब आपको किसी प्रकार की चोट लगी हो या आपको बुखार हो तो तेज दौड़ने की कोशिश नहीं करनी चाहिए।
- वॉकिंग करते समय सेल फोन और आईपोड का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। यह तब बहुत ही रिस्की होता है जब आप रोड़ पर वॉकिंग कर रहे हो।
- जिन्हें चिंता हो और वो म्यूजिक सुनते हुए या किसी प्रकार से सेल पर बात करते हुए अपनी गम भगाना चाहते तो इसका अंजाम एक घटना भी हो सकती है। वॉकिंग करते हुए सेल फोन पर बात करना आपके और आपकी कसरत के लिए नुक्सानदायक हो सकता है।
यह बहुत ही महत्वपूर्ण है कि किसी भी प्रकार की वॉकिंग प्रक्रिया के लिए उचित ड्रेस होनी चाहिए। वॉकिंग करते हुए वॉकिंग शूज पहने हुए होना चाहिए और आरामदायक कपड़े पहने हुए हो। कभी भी सिंथेटिक मेटेरियल नहीं पहनना चाहिए। हमेशा अपने साथ अपनी पहचान सामग्री होनी चाहिए। किसी एक को पता होना चाहिए कि आपका कहां वॉकिंग करने का प्लान है। अंधेरे में कभी भी अकेले वॉक नहीं करना चाहिए।
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