आपको क्यों नहीं कराना चाहिए होने वाले बच्चे का जेंडर टेस्ट, जानें

आने वाले मेहमान की खबर ही पूरी परिवार में खुशियां ला देती हैं। लेकिन कुछ लोग बच्‍चे का लिंग जानने के लिए उत्‍सुक रहते हैं और वे सोनोग्राफी के जरिये इसका पता लगाते हैं, लेकिन यह कितना सही है, इसके बारे में इस लेख में जानते हैं।
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आपको क्यों नहीं कराना चाहिए होने वाले बच्चे का जेंडर टेस्ट, जानें


बच्चे जब भी आते हैं तो अपने साथ बहुत सारी खुशियां लेकर आते हैं। उनके आने की दस्तक ही पूरे परिवार में खुशियां बिखेर देती हैं। ऐसे में कई बार कई कपल्‍स की ये जान लेने की पहली से चाहत होती है कि आने वाला नन्हा मेहमान लड़का है या लड़की। वर्तमान में ऐसी कई विधियां आ गई हैं जिससे जन्म पूर्व बच्चे का लिंग जानना काफी आसान हो गया है।

लेकिन अपने देश में ये थो़ड़ा मुश्किल है। विदेशों में भ्रूण का लिंग जानना एक नियमित प्रक्रिया है जबकि भारत में ये गैरकानूनी है। ऐसा भारतीय समाज में लड़के की चाह के कारण है। खैर इसके बारे में बाद में बात की जाएगी। आज बात करते हैं जन्म से पूर्व लिंग जानने के फायदे और नुकसान के बारे में।

 

जेंडर टेस्ट के फायदे और नुकसान

क्या आपको मालूम है कि बच्चे का जन्म से पूर्व लिंग जानने के भी अपने फायदे और नुकसान होते हैं? क्या कभी इसके फायदे के बारे में सोचा नहीं...। ऐसा कैसे हो सकता है। इस दुनिया में हर चीज के फायदे होते हैं तो ये तो हमारी आने वाली पीढ़ी मतलब हमारे भविष्य से संबंधित बात है। तो इसे कैसे नजरअंदाज कर सकते हैं। सो अब नजरअंदाज मत करिए और जानिए इनसे होने वाले फायदे और नुकसान के बारे में।

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नुकसान

इसके नुकसान के बारे में तो सबको पता है। इसके नुकसान की सबसे बड़ी कीमत भारतीय लड़कियों को चुकानी पड़ी हैं अपनी जान देकर। भारतीय समाज में लिंग जानने की विधि के नाजायज इस्तेमाल के कारण ही इसे भारत में गैरकानुनी करार दिया गया है। अब ज्यादा कड़वाहट घोले बिना आइए बात करते हैं इसके फायदों के बारे में। 

 

इसके फायदे

  • मुश्किलें कम होना-  वो पल जब आपको पता चलता है कि आपके घर में कौन सा मेहमान आने वाला है तब आपकी सारी मुश्किलें अपने आप कम हो जाती हैं।
  • बॉन्ड बनना- बच्चे के पेट में आते ही उसका कनेक्शन मां से बन जाता है। लेकिन ये तब और अधिक आसान और गहरा हो जाता है जब आपको मालुम होता है कि कौन आने वाला है।
  • नाम होता है- आपको पता होता है कि कौन आने वाला है। ऐसे में आप उसे प्रिंस या प्रिंसेस कहकर संबोधित कर पाती हैं। साथ ही अब नाम डिसाइड करने का आपके पास पूरा समय होता है।
  • होता है अपना समय- आपके पास पूरा समय होता है ये एक्सेप्ट करने के लिए कि आपकी मनचाही जेंडर का बेबी नहीं आ रहा है। लेकिन कोई नहीं जो भी आ रहा है वो आपका ही हिस्सा है।  
  • अभी से तैयारी- आपके पास नन्हें मेहमान का वेलकम करने और उसके लिए सही तरीके से खरीदारी करने का पूरा समय होता है।

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मासूम से नुकसान

नुकसान केवल बुरे नहीं होते। कुछ अच्छे औऱ मासुम भी होते हैं जिसके नुकसान हो जाने से किसी तरह की हानि नहीं होती केवल एक-दूसरे को छेड़ने का कारण मिल जाता है। आइए जानते हैं कुछ ऐसे ही हंसी-ठिठोली वाले नुकसानों के बारे में।

  • सबसे बड़ा नुकसान होता है सरप्राइज खत्म होने का।  
  • अब आप कहीं ना कहीं डॉक्टर-इंजीनियर बनाने के फेर में पड़ जाते हैं।
  • अल्ट्रसाउंड हमेशा 100 फीसदी सही नहीं होता। सो हमेशा हर झटके के लिए तैयार रहें।

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Image Source : Getty

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