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डिलीवरी के बाद होने लगी पेशाब न रोक पाने की समस्या? डॉक्टर से जानें इसका कारण और इलाज

Postpartum urinary incontinence after childbirth: डिलीवरी के बाद कई महिलाओं को यूरिन न रोक पाने की समस्या हो जाती है। डॉक्टर से जानें, इसका इलाज। 
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डिलीवरी के बाद होने लगी पेशाब न रोक पाने की समस्या? डॉक्टर से जानें इसका कारण और इलाज


Postpartum Urinary Incontinence After Childbirth Causes Treatment In Hindi : महिलाओं के लिए प्रेग्नेंसी का सफर काफी कष्टकारी होता है। लेकिन डिलीवरी के बाद भी समस्याएं खत्म नहीं होती हैं। कई महिलाओं की सिजेरियन डिलीवरी होती है, तो कई महिलाओं की नॉर्मल डिलीवरी होती है। नॉर्मल डिलीवरी के बाद अक्सर महिलाओं को यूरिन से जुड़ी प्रॉब्लम हो जाती है यानी न चाहते हुए भी पेशाब रिसता रहता है। इसके अलावा, पेशाब आने पर महिलाएं उसे रोक भी नहीं पातीं। इसे पोस्टपार्टम यूरिनरी इंकॉन्टिनेंस के नाम से जाना जाता है। जाहिर है, यह स्थिति महिलाओं के लिए शर्मनाक हो जाती है। ऐसा आपके साथ न हो, इसके लिए शारदा अस्पताल के आईवीएफ और स्त्री रोग के वरिष्ठ सलाहकार तथा शारदा मेडिकल कॉलेज में बतौर एसोसिएट प्रोफेसर कार्यरत डॉ. विकास यादव आपको दे रहे हैं, कुछ जरूरी टिप्स।

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पोस्टपार्टम यूरिनरी इंकॉन्टिनेंस का कारण

प्रेग्नेंसी के दौरान चूंकि पेल्विक एरिया, पेल्विक फ्लोर, लिगामेंट और मसल्स के जरिए बच्चे को सपोर्ट मिलता है, इसलिए डिलीवरी के बाद ये सब कमजोर हो जाती हैं। अक्सर डिलीवरी के बाद सामान्य स्थिति में आने में करीब 3 से 4 हफ्ते का समय लगता है। यही कारण है कि डिलीवरी के बाद महिलाएं आसानी से यूरिन रोक नहीं पातीं और रह-रहकर यूरिन रिसता रहता है। आमतौर, पर ऐसा उन महिलाओं के साथ होता है, जिनका पहला बच्चा है, जिन्हें पहले भी यूरिन से संबंधित बीमारियां रही हैं, जिनकी पेल्विक एरिया की मसल्स रिलैक्स नहीं होती हैं और डिलीवरी के दौरान काफी स्ट्रेच पड़ा हो, उन्हें इस तरह की समस्या हो सकती है। इसके अलावा, अगर बच्चे का वजन 4 किलो से ज्यादा है, तो पेल्विक एरिया पर अतिरिक्त दबाव बन सकता है, जिससे महिलाओं में यूरिन न रोक पाने की समस्या बन जाती है। यही नहीं, अगर डिलीवरी लंबे समय तक चले, तब भी ऐसा हो सकता है और अगर डिलीवरी के दौरान टूल्स जैसे फोरसेप्स या वैक्यूम का इस्तेमाल करना पड़े, तब भी यह प्रॉब्लम हो सकती है।

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पोस्टपार्टम यूरिनरी इंकॉन्टिनेंस से कैसे बचें

डिलीवरी के कुछ दिनों बाद अगर पोस्टपार्टम यूरिनरी इंकॉन्टिनेंस प्रॉब्लम हो रही है, तो यह चिंता की बात नहीं होती है, क्योंकि यह सामान्य होता है। लेकिन, अगर आपकी यह समस्या लंबे समय तक खिंच रही है, तो यह चिंता का विषय बन सकती है यानी अगर 4 से 5 हफ्तों तक यह दिक्कत रहती है, तो महिलाओं को सतर्क हो जाना चाहिए और इस संबंध में एक्सपर्ट से मुलाकात करनी चाहिए। इसके अलावा, यहां मौजूद कुछ टिप्स भी आप आजमा सकती हैं-

  • डिलीवरी के बाद महिलाओं को रिलैक्स रहना चाहिए। सिर्फ तन से ही नहीं, मन से भी। महिलाओं को अपनी इमोशनल हेल्थ का पूरा ध्यान देना चाहिए। अगर किसी भी समय आप इमोशनली कमजोरी महसूस करें, तो घर में किसी की मदद लें।
  • डिलीवरी के बाद महिलाओं को चाहिए कि वे अपने परिवार से पूरा सपोर्ट लें। हर तरह के काम के लिए घर के अन्य सदस्यों से मदद मांगें। बेहतर यही होगा कि अगर घर में कोई बुजुर्ग और अनुभवी महिला हो, तो आपकी समस्या को समझते हुए वह आपको पूरा सपोर्ट कर सकेंगी।

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  • आजकल न्यूक्लियर फैमिली का ट्रेंड है। ऐसे में प्रेग्नेंसी के बाद महिलाओं को यह नहीं पता होता है कि उनके स्वास्थ्य के लिए क्या सही है और क्या नहीं। डिलीवरी के बाद आपको कंप्लीट रेस्ट लेना चाहिए। घर के छोटे-मोटे काम के लिए घर के अन्य सदस्यों की मदद लें। यह आपके स्वास्थ्य के लिए जरूरी है।
  • डिलीवरी के बाद शुरुआती दिनों में किसी भी तरह के भारी सामान न उठाएं। भारी सामान उठाने से आपके पेल्विक एरिया में या गुप्तांग के आसपास मौजूद मसल्स में तनाव आ सकता है, जिससे यूरिन की समस्या बढ़ सकती है।

अगर तमाम घरेलू तरीके अपनाए जाने के बाद भी आपकी समस्या दिनों-दिन बढ़ रही है, तो आपको अपनी गाएनेकोलॉजिस्ट डॉक्टर या फिजियोटथेरेपिस्ट से संपर्क करना चाहिए। 

image credit: freepik

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