चीन के वुहान शहर से दिसंबर 2019 में एक ऐसा वायरस निकला, जिसका प्रकोप ये दुनिया पिछले 6 महीने से झेल रही है। पूरी दुनिया के हेल्थ एक्सपर्ट और साइंटिस्ट जहां एक तरफ कोरोना से निपटने के लिए दवा और इंजेक्शन बनाने में जुटे हैं वहीं दूसरी तरफ फिलहाल इसका कोई इलाज सामने आता नहीं दिखाई दे रहा है। नोवल कोरोनोवायरस, जिसे कोविड-19 भी कहा जा रहा है इसका पहला मामला सामने आने के बाद छह महीने हो गए हैं और दुनिया भर के चिकित्सा विशेषज्ञ अभी भी अत्यधिक संक्रामक छूत के इलाज के लिए संघर्ष करते नजर आ रहे हैं।
इस महामारी से कैसे जूझ रहे हैं लोग
कोरोनावायरस जैसी जानलेवल बीमारी के लिए किसी भी निश्चित दवा या वैक्सीन की अनुपस्थिति में लोग अपनी समझ के हिसाब से उपाय अपना रहे हैं और वायरस को रोकने के लिए अपने तरीकों को आजमाने की कोशिश कर रहे हैं, जो घातक साबित हो रहे हैं। लोगों के बचाव में यहां तक कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भी सुझाव दिया है कि कीटाणुनाशक और सूर्य के प्रकाश कोरोनोवायरस का "इलाज" करने में सक्षम हो सकते हैं। भले ही उनके बयानों को दुनिया भर के चिकित्सा विशेषज्ञों द्वारा खारिज कर दिया गया हो लेकिन लोग अभी भी कुछ घातक प्रयोगों से रुके नहीं हैं।
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हैंड सैनिटाइजर के साथ हो रहा घातक प्रयोग
हालिया रिपोर्टों के अनुसार, अमेरिका के न्यू मैक्सिको में हैंड सैनिटाइजर पीने के बाद तीन लोगों की मौत हो गई है और एक स्थायी रूप से अंधा है। स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, सभी तीन लोग मेथनॉल विषाक्तता से मर गए और उनसे अतिरिक्त तीन लोग मौत से लड़ रहे हैं। न्यू मैक्सिको के स्वास्थ्य विभाग के एक बयान के मुताबिक, ऐसा माना जा रहा है कि सभी सात लोगों ने मेथनॉल युक्त हैंड सैनिटाइजर पिया है या फिर उससे हाथ धोएं हैं।
मेथनॉल बेस्ड हैंड सैनिटाइजर उपयोग करने के खतरे
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि हैंड सैनिटाइजर ने इस वैश्विक महामारी के दौरान लोगों की अलमारियों में अपनी जगह बना ली है लेकिन यह समझना बहुत जरूरी है कि क्या ये आपकी स्किन का सही तरीके से ख्याल रख रहे हैं या नहीं। इसलिए इनमें मौजूद सामग्री का सावधानीपूर्वक विश्लेषण करने की जरूरत है। एफडीए (फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन) के अनुसार, लोगों को मेक्सिको में स्थित कंपनी एस्किबोचेम एसए द्वारा निर्मित नौ तरह के हैंड सैनिटाइजर से सख्ती से बचने की जरूरत है।
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आपके हैंड सैनिटाइजर के हो सकते हैं साइड इफेक्ट
इन हैंड सैनिटाइजर में एक विषाक्त पदार्थ मेथनॉल होता है, जो मतली, उल्टी, चक्कर आना, उनींदापन, भ्रम, धुंधली दृष्टि, स्थायी अंधापन, कोमा सहित कई विनाशकारी दुष्प्रभावों को जन्म दे सकता है। इतना ही नहीं ये तंत्रिका तंत्र को नुकसान पहुंचाता है और यहां तक कि किसी की जान भी ले सकता है। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि इस जहरीले रसायन को त्वचा के माध्यम से भी अवशोषित किया जा सकता है, यही कारण है कि हैंड सैनिटाइज़र के अवयवों को पढ़ना बेहद महत्वपूर्ण है।
आखिर में हमें यह समझने की आवश्यकता है कि कम से कम 20 सेकंड के लिए साबुन और पानी से हमारे हाथ को अच्छी तरह से धोना किसी भी नए, स्टोर-खरीदे गए हाथ सैनिटाइज़र की तुलना में किसी भी दिन बेहतर होता है। हैंड सैनिटाइजर का उपयोग केवल तभी किया जाना चाहिए जब हैंडवाशिंग के लिए साफ पानी या साबुन उपलब्ध न हो। इसके अतिरिक्त, बाजार में उपलब्ध समाप्ति तिथि और हाथ सैनिटाइजर की कुल अल्कोहल सामग्री (कम से कम 60 प्रतिशत) होनी चाहिए।
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