कटसरैया (पियाबासा) का पौधा इन 10 रोगों के आयुर्वेदिक इलाज में आता है काम, जानें इसके फायदे, नुकसान और प्रयोग

पियाबासा एक आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है, जिसका इस्तेमाल कई तरह की बीमारियों को दूर करने के लिए किया जाता है। चलिए जानते हैं इसके फायदे और उपयोग
  • SHARE
  • FOLLOW
कटसरैया (पियाबासा) का पौधा इन 10 रोगों के आयुर्वेदिक इलाज में आता है काम, जानें इसके फायदे, नुकसान और प्रयोग

हमारे आसपास कई जड़ी-बूटियां मौजूद होती हैं, जिनसे हम बिल्कुल अनजान होते हैं। इन्हीं जड़ी-बूटियों में से एक है पियाबासा। यह एक आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है, जिसका इस्तेमाल कई तरह की बीमारियों को दूर करने के लिए किया जाता है। आयुर्वेद में इसका खास महत्व है। गाजियाबाद स्वर्ण जयंती के आयुर्वेदाचार्य डॉक्टर राहुल चतुर्वेदी बताते हैं कि पियाबासा को कई नामों से जाना जाता है जैसे- कटसरैया, कुरंटक, पीक, झांटी इत्यादि। इसका इस्तेमाल दंतपीड़ा, मसूड़ों में खून आना, अतिसार, डायबिटीज जैसी बीमारियों को दूर करने के लिए किया जाता है। आयुर्वेद में इसका इस्तेमाल कई तरह की दवाइयों को तैयार करने के लिए किया जाता है। पियाबासा की जड़, छाल, पत्तियां, फूल, फल, तना लभगभ सभी हिस्सों का इस्तेमाल आयुर्वेद की दवाइयों को तैयार करने के लिए किया जाता है। इतना ही नहीं पियाबासा के तेलों का भी इस्तेमाल आयुर्वेद में होता है। चलिए विस्तार से जानते हैं पियाबासा के फायदे, उपयोग करने का तरीका और नुकसान- 

1. दांतों में दर्द को करे दूर 

पियाबासा के इस्तेमाल से दांतों में दर्द की परेशानी को दूर किया जा सकता है। दांतों के दर्द को दूर करने के लिए 10 से 12 पियाबासा की पत्तियां लें। अब इन पत्तियों को पानी में अच्छे से उबाल लें। इस उबले पानी से दिन में 2 से 3 बार कुल्ला करें। इससे आपके दांत मजबूत होंगे। साथ ही दांतों में होने वाले दर्द से राहत मिल सकता है। 

2. खांसी से दिलाए राहत

सर्दी-खांसी की समस्या होने पर पियाबासा आपके लिए लाभकारी हो सकता है। इसके लिए पियाबासा की पत्तियों से काढ़ा तैयार करें। इस काढ़े में अपने स्वादानुसार थोड़ा सा शहद मिला कर पिएं। इससे कफ वाली खांसी दूर हो सकती है। साथ ही सर्दी-जुकाम से भी राहत मिल सकता है।

इसे भी पढ़ें - महिलाओं की कई समस्याओं को दूर करने में असरदार है हड़जोड़, जानें इसके 10 फायदे और नुकसान

3. डायरिया की परेशानी से दिलाए राहत

डायरिया यानि अतिसार की समस्या से राहत दिलाने में पियाबासा आपके लिए गुणकारी हो सकता है। खासतौर पर बच्चों को अतिसार की समस्या ज्यादा होती है। ऐसे में आप 8 से 10 पत्तियों को अच्छे से पीस लें। अब इसमें 2 से 3 काली मिर्च डालकर पीसें। इसके बाद इसमें पानी मिलाकर इसे छान लें। इस तैयार घोल को धीरे-धीरे पिएं। इससे अतिसार की समस्या से राहत मिल सकता है। 

4. मसूड़ों से खून आने पर पियाबासा का करें इस्तेमाल

मसूड़ों से खून आने के कारण मुंह में कई तरह की समस्याएं विकसित हो सकती हैं। इस समस्या से राहत पाने के लिए पियाबासा का इस्तेमाल करें। पियाबासा का इस्तेमाल करने के लिए इसकी पत्तियों में थोड़ा सा सेंधा नमक मिलाकर इसे दिन में 2 से 3 बार चबाकर कुल्ला करें। इससे मसूड़ों में खून आना बंद हो सकता है। इसके अलावा आप इसका मंजन भी तैयार कर सकते हैं। मंजन तैयार करने के लिए 50 ग्राम करीब पियाबासा की सूखी पत्तियां लें। अब इसमें 2 से 3 बड़े चम्मच सेंधा नमक मिलाकर पीस लें। इस मंजन के इस्तेमाल से दांतों से जुड़ी परेशानी दूर हो सकती है। 

5. सूखी खांसी से दिलाए छुटकारा 

सूखी खांसी से परेशान मरीजों के लिए भी पियाबासा गुणकारी हो सकता है। इसके लिए पियाबासा के जड़ों से काढ़ा तैयार कर लें। अब इसमें अवश्यकतानुसार शहद मिलाएं। दिन में 2 से 3 बार इस काढ़े के सेवन से सूखी खांसी की समस्या से राहत मिल सकता है। 

6. बच्चों का कफ करे दूर

बच्चों को कफ की समस्या होने पर पियाबासा का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके लिए पियाबासा की 5 से 10 ग्राम सूखी पत्तियों का पाउडर लें। इसमें थोड़ा सा शहद मिक्स करके उन्हें चटाएं। इससे बच्चों को कफ से राहत मिल सकता है।

इसे  भी पढ़ें - कर्चुर के इस्तेमाल से फेफड़ों की सूजन को करें कम, जानें इसके अन्य 12 फायदे और उपयोग करने का तरीका

7. शरीर के सूजन को करे कम

पियाबासा के इस्तेमाल से शरीर में होने वाले सूजन की परेशानी को दूर किया जा सकता है। इसके लिए 20 ग्राम पियाबासा के पाउडर को आधे लीटर पानी में उबालें। इस काढ़े के सेवन से शरीर में होने वाले सूजन से राहत मिल सकता है। इसके अलावा पियाबासा की जड़ों को पीसकर गर्म करें। अब इस लेप को अपने प्रभावित हिस्से पर लगाएं। इससे सूजन की समस्या से राहत पा सकते हैं।

8. डायबिटीज को करे कंट्रोल

पियाबासा के सेवन से डायबिटीज की समस्याओं को भी कंट्रोल किया जा सकता है। इसके लिए पियाबासा के फूलों को लें। अब इससे करीब 10 ग्राम रस निकाल कर, इसमें 1 से 2 ग्राम जीरे का चूर्ण मिलाएं। सुबह-शाम इस रस के सेवन से डायबिटीज की परेशानी कंट्रोल में रह सकती है। 

9. खुजली से दिलाए राहत 

खुलजी से परेशान लोगों के लिए भी पियाबासा लाभकारी हो सकता है। इसके लिए पियाबासा की पत्तियों और जड़ों को तिल के तेल में पीस लें। अब इसमे तिल के तेल से दोगुना पानी मिक्स करके इसे पकाएं। जब यह अच्छे से पक जाए, तो खुजली वाले प्रभावित हिस्से पर लेप की तरह लगाएं। इससे खुजली से तुरंत राहत मिल सकेगा। 

10. यूरिन से जुड़ी परेशानी 

पियाबासा के इस्तेमाल से यूरिन से जुड़ी परेशानी को दूर किया जा सकता है। दरअसल, इसके पत्तों में पोटैशियम की अच्छी मात्रा होती है, जो यूरिन में किसी तरह की परेशानी होने पर राहत दिलाने में मददगार साबित होती है। इसके लिए इसकी पत्तियों को साफ़ से कूट लें और इसका रस निकाल कर पानी में मिलाकर पीएं। इससे आपका काफी लाभ मिलेगा। 

इसे भी पढ़ें - ताम्र भस्म के सेवन से सेहत को होते हैं ये 9 फायदे, जानें इसका इस्तेमाल का तरीका और कुछ नुकसान

पियाबासा के साइड-इफेक्ट (Piyabasa Side Effects) 

आयुर्वेदाचार्य राहुल चतुर्वेदी बताते हैं कि पियाबासा का इस्तेमाल अधिक मात्रा में नहीं करना चाहिए। इसमें पोटेशियम की अधिकता होती है। शरीर में पोटेशियम की अधिकता के कारण आपकी कई परेशानियां बढ़ सकती हैं। 

  • पितृ प्रकृति के लोगों को इसका सेवन सावधानी पूर्वक करना चाहिए। क्योंकि यह शरीर में पित्त को बढ़ा सकता है।
  • अगर आप पियाबासा का अधिक मात्रा में सेवन करते हैं, तो इससे पेट में एसिडिटी, जलन और कुपच की शिकायत हो सकती है।
  • अधिक मात्रा में इसके सेवन से आपको स्किन एलर्जी की भी शिकायत हो सकती है। जिसके कारण स्किन पर खुलजी और रैशेज हो सकते हैं। 
  • गर्भावस्था के दौरान इसके सेवन से बचना चाहिए।  

ध्यान रखें कि पियाबासा स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है। लेकिन इसका सेवन अधिक मात्रा में न करें। साथ ही किसी एक्सपर्ट के सलाहनुसार ही इसका डोज निर्धारित करें। 

Read More Articles on Ayurveda in Hindi

Read Next

लगातार छींक आने या एलर्जी से छुटकारा पाने के लिए आजमाएं ये आयुर्वेदिक नुस्खे और 4 आसान योगासन

Disclaimer