बच्चों के लिए नाशपति के कई फायदे है। इससे बच्चे का शारीरिक विकास होता है और उनका मन भी तरोजाता रह सकता है। छोटे बच्चों में गैस और कब्ज की समस्या भी कई बार देखने को मिलते हैं। साथ ही इससे दौरान बच्चों के पेट में सूजन आ जाती है। नाशपाती के सेवन से बच्चों का पाचन तंत्र सही रहता है। इसके साथ ही उनका इम्यून सिस्टम भी मजबूत रहता है, जिसकी मदद से रोगों को दूर रखने में सहायता मिलती है। इसके अलावा नाशपाती के सेवन से बच्चों के घावों को भी जल्दी भरने में मदद मिलती है। दरअसल नाशपाती में कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस, पोटैशियम और विटामिन सी की भरपूर मात्रा पाई जाती है। इसमें फोलेटे और विटामिन के भी पाए जाते हैं। इन पोषक तत्वों की मदद से बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास में काफी मदद मिलती है। इससे आप कई तरीके से बनाकर बच्चों को खिला सकते है। इसका टेस्ट भी बच्चों को काफी अच्छा लगता है। आइए इसके फायदे और उपयोग के बारे में विस्तार से जानते हैं।
बच्चों के लिए नाशपाती के फायदे
1. पाचन तंत्र सही रखे
नाशपाती के ऊपर वाले छिलके को साफ कर आप इसका जूस बनाकर बच्चे को दे सकते हैं। इससे बच्चे का पाचन तंत्र सही रहता है। इसमें पेक्टिन फाइबर होता है, जो पानी में घुलनशील होता है। यह पेट की समस्याओं जैसे गैस्ट्रिक और कब्ज में राहत देता है। साथ ही यह आंत में स्वस्थ बैक्टीरिया के स्तर को बढ़ावा देता है। इससे बच्चों को मल त्याग में भी सहायता मिलती है।
2. मजबूत इम्यून सिस्टम
नाशपाती के सेवन से बच्चों का इम्यून सिस्टम बहुत मजबूत होता है। यह भोजन को सही ढंग से पचाने के साथ-साथ रोगों से लड़ने की क्षमता में भी इजाफा करता है। नाशपाती में भरपूर मात्रा में विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं, जो शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाते हैं। इसमें पाए जाने वाले पॉलीफेनोल्स फ्री रेडिकल्स से लड़ने में मदद करते है। साथ ही इससे बच्चों की पुरानी स्वास्थ्य समस्याओं में भी आराम मिलता है।
Image Credit- Freepik
3. हड्डियों के लिए फायदेमंद
छोटी उम्र में बच्चों की हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए इसमें कैल्शियम और फास्फोरस की भरपूर मात्रा पाई जाती है। क्या आपको पता है कि हड्डियों के लिए केवल कैल्शियम ही नहीं बल्कि फॉस्फोरस भी काफी जरूरी होता है। इसके लिए उन्हें यह खाने में यह स्मूदी बनाकर दे सकते है।
4. घावों को जल्दी भरे
बचपन में खेलने-कूदने के कारण बच्चों को कई बार चोट लग सकती है। नाशपाती के सेवन से बच्चों के घाव भरने में मदद मिलती है। बच्चों को चोट लगाने पर भी आप उन्हें यह खाने को दे सकते है।
इसे भी पढ़ें- नाशपाती के ज्यादा सेवन से हो सकते हैं ये 8 नुकसान, जानें किन्हें नहीं खाना चाहिए ये फल
5. कफ और खांसी को ठीक करे
यह छोटे बच्चों के कफ और सांस की समस्या में भी काफी आराम मिलता है। इससे घुटन और खांसी में भी आराम मिल सकता है।
Image Credit- Freepik
बच्चों के लिए ऐसे बनाएं नाशपाती डिश
1. नाशपाती प्यूरी
बच्चों के लिए नाशपाती प्यूरी बनाने के लिए आप पके हुए नाशपाती, दूध और पानी ले लें। इसके लिए आप नाशपाती के छिलके को हटाकर इसके छोटे-छोटे टुकड़े कर लें। फिर इसे पैन में डालकर पानी की मदद से पकाएं। 10 से 12 मिनट तक पकाने के बाद इसे ठंडा होने दें और फिर इसे पीस लें। आप इसका स्वाद बढ़ाने के लिए इसमें दूध मिला सकते हैं और प्यूरी में पानी का उपयोग भी कर सकते हैं। फिर इसे बच्चों को खाने दें।
2. नाशपाती दलिया स्मूदी
बच्चों के लिए नाशपाती दलिया स्मूदी बनाने के लिए आप नाशपाती, दूध, पानी और दलिया की उचित मात्रा ले सकते हैं। इसके लिए आप ओटमील को पानी में गर्म कर लें। साथ ही नाशपाती को भी उबालकर थोड़ा गर्म कर लें। इसके बाद छिलके को हटाकर इसे अच्छे से स्मैश कर लें। फिर इसमें दलिया, पानी और दूध मिलाकर अच्छे से मिला लें। फिर बच्चे के लिए एक बढ़िया स्मूदी बना लें।
Image Credit- Jantaserishta
3. स्मैश नाशपाती
आप बच्चे के लिए स्मैश नाशपाती भी बना सकते हैं। इसके लिए आप नाशपाती, केले और एवोकाडो का इस्तेमाल कर सकते है। इसे बनाने के लिए नाशपाती को उबालकर इसकी प्यूरी बना लें। फिर इसमें केले और एवोकाडो के टुकड़ों को डालकर अच्छी तरह से मिलाएं और इस मिश्रण को अच्छे से पीस लें। फिर बच्चों को परोसें।
सावधानियां
बच्चों को नाशपाती देने से पहले उसे अच्छे से धो लें। साथ ही सबसे पहले बच्चों को केवल नाशपाती से बनी डिश दें। अगर आपका बच्चा नाशपाती आसानी से पचा लेता है, तभी इसमें दूसरे फल या अन्य चीजों को मिलाएं। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि इसके सेवन से बच्चे को कई एलर्जी तो नहीं हो रही है। इसके लिए शुरुआत में आप बच्चे को बहुत कम मात्रा में नाशपाती दें। अगर इसके सेवन से बच्चा असहज महसूस कर रहा है, तो इसका प्रयोग बंद कर दें। इसके अलावा आप बहुत छोटे बच्चे को नाशपाती देने से पहले डॉक्टर से संपर्क जरूर करें। इसके अलावा अगर आपके बच्चे को कोई समस्या है या बच्चा कोई दवाईयां ले रहा है, तो बिना डॉक्टर के सलाह के इसे न दें।