
क्या बिना चोट लगे भी हड्डी टूट सकती है? पैथोलोजिक फ्रैक्चर होने पर किसी बीमारी के चलते हड्डी टूट जाती है। इसे हम पैथोलोजिक फ्रैक्चर कहते हैं। पैथोलोजिक फ्रैक्चर किसी हड्डी के बीमारी या कमजोर हड्डियों के चलते भी हो जाता है। इस तरह की परेशानी से पीड़ित व्यक्ति कोई भी काम करे तो उसकी हड्डी टूट सकती है इसलिए इसमें बहुत एहतियात बरतने की जरूरत पड़ती है। पैथोलोजक फ्रैक्चर से बचने के लिए आपको अपनी हड्डियों का ध्यान रखना चाहिए, सही डाइट, कैल्शियम और विटामिन डी का सेवन करें। अगर आपको हड्डी में दर्द या सूजन महसूस होती है तो डॉक्टर को दिखाएं। इस विषय पर ज्यादा जानकारी के लिए हमने लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से बात की।
पैथोलोजिक फ्रैक्चर क्या होता है? (What is pathologic fracture)
पैथोलोजिक फ्रैक्चर का मतलब है किसी बीमारी के कारण हड्डी में फ्रैक्चर होना जबकि सामान्य फ्रैक्चर अक्सर किसी चोट या इंजरी के कारण होता है। हड्डी कमजोर होने पर भी पैथोलॉजिक फ्रैक्चर हो सकता है। जिन्हें इस तरह का फ्रैक्चर होता है वो रोजमर्रा के काम जैसे चलना, झुकना आदि नहीं कर पाते। किसी भी तरह का काम करने से उनकी हड्डी टूट सकती है।
पैथोलोजिक फ्रैक्चर के लक्षण क्या हैं? (Symptoms of pathologic fracture)
सामान्य फ्रैक्चर और पैथोलोजिक फ्रैक्चर में अंतर कर पाना मुश्किल है। दोनों के लक्षण एक जैसे ही होते हैं पर कुछ लक्षणो पर गौर करें तो इसका पता लगाया जा सकता है जैसे-
- टूटी हुई हड्डी में तेज दर्द
- टूटी हुई हड्डी के आसपास सूजन
- टूटी हुई हड्डी के पास का हिस्सा सुन्न होना
पैथोलोजिक फ्रैक्चर क्यों होता है? (Causes of pathologic fracture)
डॉ सीमा ने बताया कि ऑस्टियोपोरोसिस (osteoporosis) हड्डी की बीमारी है जिससे पीड़ित व्यक्ति को पैथोलोजिक फ्रैक्चर का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा कैंसर से पीड़ित व्यक्ति को भी पैथोलोजिक फ्रैक्चर का खतरा रहता है। बहुत से कैंसर (Cancer) ऐसे होते हैं जिनसे हड्डियां कमजोर हो जाती है। कैल्शियम या विटामिन डी की कमी से जिन लोगों की हड्डियां कमजोर होती हैं (Weak bones) उन्हें भी पैथोलोजिक फ्रैक्चर हो सकता है।
इसे भी पढ़ें- कई बार हो चुका है हड्डियों में फ्रैक्चर तो ध्यान रखें ये 5 बातें, प्लास्टर चढ़ने के बाद कभी न करें ये गलतियां
पैथोलोजिक फ्रैक्चर का पता कैसे लगाया जाता है? (Diagnosis of pathologic fracture)
पैथोलोजिक फ्रैक्चर का पता लगाने के लिए डॉक्टर एक्स-रे, एमआरआई, सीटी-स्कैन, न्यूक्लियर बोन स्कैन करते हैं। अगर आपको पता नहीं है कि हड्डी टूटने का कारण क्या है तो डॉक्टर कैल्शियम टेस्ट, ब्लड काउंट, ट्यूमर या इंफेक्शन का पता लगाने के लिए बायोप्सी कर सकते हैं।
पैथोलोजिक फ्रैक्चर का इलाज कैसे किया जाता है? (Treatment of pathologic fracture)
पैथोलोजिक फ्रैक्चर का इलाज, व्यक्ति की कंडीशन पर निर्भर करता है। बहुत सी ऐसी बीमारियां हैं जिनमें हड्डी का विकार ठीक नहीं होता। ऐसे केस में डॉक्टर हड्डी में रॉड या स्टंट डालते हैं। वहीं कुछ केस में डॉक्टर आपको आराम करने की सलाह दे सकते हैं और भारी काम करने से मना कर सकते हैं ताकि आपकी टूटी हुई हड्डी पर जोर न पड़े। इसे ठीक होने में कुछ हफ्ते या कुछ महीने भी लग सकते हैं, कुछ लोगों में ये बीमारी ठीक नहीं हो पाती। अगर किसी बीमारी के चलते फ्रैक्चर हुआ है तो हड्डियों को ठीक कर पाना एक मुश्किल काम है। ऐसे में आपको सर्जरी करवानी पड़ सकती है।
इसे भी पढ़ें- First Aid For Broken Bones: टूटी हो हड्डी या हो मामूली फ्रैक्चर, तुरंत यूं करें फर्स्ट एड
पैथोलोजिक फ्रैक्चर से कैसे बचें? (Prevention tips for pathologic fracture)
- 1. पैथोलोजिक फ्रैक्चर से बचाव पूरी तरह संभव नहीं है। अगर आपको ऐसी कोई बीमारी है जिससे हड्डियां कमजोर हो रही हैं तो अपने डॉक्टर से बात करें, इससे आप पैथोलोजिक फ्रैक्चर के रिस्क को कम कर सकते हैं।
- 2. पैथोलोजिक फ्रैक्चर से बचना चाहते हैं तो विटामिन डी और कैल्शियम का सेवन करें।
- 3. अगर हड्डियों में दर्द रहता है तो भारी कसरत करने से बचें।
- 4. अपनी हड्डियों को मजबूत रखने के लिए रोजाना कसरत करें।
- 5. अगर चलने में परेशानी होती है तो स्टिक, वॉकर का इस्तेमाल करें और आरामदायक जूते पहनें।
हड्डी में फ्रैक्चर होने का कारण या तो चोट होता है या ऑस्टियोपोरोसिस जैसी हड्डी की बीमारी में फ्रैक्चर हो सकता है। अगर बिना किसी कारण ही आपको फ्रैक्चर हुआ है तो आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए, बिना वजह हड्डी में फ्रैक्चर के पीछे गंभीर कारण हो सकता है।
Read more on Other Diseases in Hindi