Single Child Parenting Tips: आज के समय में बदलते जमाने के कारण तमाम चीजें लगातार बदल रही हैं। आज के कुछ साल पहले बच्चों की परवरिश का तरीका और मौजूदा समय में होने वाली परवरिश में जमीन आसमान का अंतर देखने को मिल सकता है। भागदौड़ भरी जीवनशैली, पैसा कमाने की चाहत और काम के बढ़ते प्रेशर की वजह से ज्यादातर पेरेंट्स अपने बच्चों को समय नहीं दे पाते हैं। बच्चों की परवरिश के समय उन्हें समय देना, उनके साथ समय व्यतीत करना बहुत जरूरी होता है। ऐसे बच्चे जो माता-पिता की इकलौती संतान होते हैं उनमें अकेले रहने के कारण कई तरह की मानसिक और शारीरिक समस्याएं भी हो सकती हैं। सिंगल चाइल्ड की परवरिश में सही ध्यान न देने से वे अकेलेपन का शिकार हो सकते हैं। आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं सिंगल चाइल्ड की परवरिश से जुड़े टिप्स।
सिंगल चाइल्ड की परवरिश कैसे करें?- Single Child Parenting Tips in Hindi
सिंगल चाइल्ड की पेरेंटिंग करते समय माता-पिता को उन्हें पर्याप्त समय जरूर देना चाहिए। ऐसा न करने की वजह से बच्चों में अकेलेपन की समस्या का खतरा रहता है। अकेलेपन की वजह से सिंगल चाइल्ड पर नकारात्मक असर पड़ता है। ऐसे बच्चे जिनके माता-पिता दोनों ही कामकाजी हैं या नौकरीपेशा हैं, उनके बच्चों में जिद्दी होने और अकेलेपन का शिकार होने का खतरा ज्यादा रहता है। इसलिए हर माता-पिता को सिंगल चाइल्ड की परवरिश करते समय इन बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए-
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1. परवरिश में परिवार और दोस्तों की लें मदद
सिंगल चाइल्ड की परवरिश करने में पेरेंट्स को परिवार और दोस्तों की मदद जरूर लेनी चाहिए। अगर आपके पास समय कम रहता है तो बच्चों के लिए परिवार के अन्य सदस्यों और दोस्तों से मदद ले सकते हैं। ऐसा करने से आपका बच्चा अकेला पड़ने से बचेगा।
2. दोस्त बनाने में करें मदद
सिंगल चाइल्ड की परवरिश कर रहे हैं, तो उनके दोस्त खुद बनें और दोस्त बनाने में मदद जरूर करें। ऐसा करने से बच्चा अकेला नहीं पड़ेगा और आपके पास समय न होने पर अपने दोस्तों के साथ समय व्यतीत कर सकता है। हालांकि दोस्त बनाने में उसे अच्छे और बुरे की पहचान करने में मदद जरूर करें।
3. बच्चे के साथ दोस्ती करें
जरूरत से ज्यादा बिजी रहने वाले और बच्चों के साथ अच्छी बॉन्डिंग न रखने वाले पेरेंट्स के बच्चे आदत बिगड़ने का खतरा रहता है। बच्चे के दोस्त बनकर अगर आप उसके साथ दोस्त जैसा व्यवहार करेंगे तो इससे उसे अकेलापन महसूस नहीं होगा। ऐसा करने से आपके बच्चे के मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर नहीं पड़ेगा।
4. रोजाना एक दिनचर्या बनाएं
सिंगल चाइल्ड की परवरिश के दौरान हर दिन की दिनचर्या जरूर बनाएं। दिनचर्या फिक्स करने से आप व्यवस्थित तरीके से चीजों को मैनेज कर सकते हैं। इससे आपको समय का ध्यान रहेगा और बच्चे को समय देने की कोशिश कर पाएंगे।
5. बच्चे को योग और मेडिटेशन सिखाएं
तनाव और डिप्रेशन से बचने के लिए रोजाना मेडिटेशन और एक्सरसाइज करें। परवरिश के दौरान हो सकता है कि आपको डिप्रेशन और तनाव का सामना करना पड़े। इससे बचने के लिए ध्यान करना बहुत जरूरी है।
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सिंगल चाइल्ड की परवरिश के दौरान हर माता-पिता को इन बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए। बच्चे को समय न देने और उन्हें अकेले छोड़ने से बच्चों में तनाव, अकेलापन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसकी वजह से उन्हें मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर पड़ता है।
(Image Courtesy: Freepik.com)
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