महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर की समस्या तेजी से बढ़ रही है। एक अध्ययन से पता चला है कि मोटे चेहरे वाली महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर होने का खतरा सामान्य महिलाओं से ज्यादा होता है। इस तथ्य का पता लगाने वाले वैज्ञानिकों के समूह में एक भारतीय मूल के वैज्ञानिक भी हैं।
यूनिवर्सिटी ऑफ नॉर्थ कैरोलिना में शोधकर्ताओं ने पाया कि मोटापा स्तन ग्रंथियों में धीरे-धीरे आधारीय कैंसर को बढ़ावा देता है। और यह कैंसर का आधार होता है, जो आगे चलकर ब्रेस्ट कैंसर का रूप ले लेता है। अध्ययन से यह भी पता चला कि इस तरह की 15 से 20 फीसदी महिलाओं को आगे चलकर ब्रेस्ट कैंसर का इलाज कराना पड़ा है।
इस तरह के सबसे ज्यादा मामले कम उम्र की अफ्रीकन अमेरिकन महिलाओं में पाए गए। ब्रेस्ट कैंसर से संबंधित नई शोध का नेतृत्व यूएनसी गिलिग्स स्कूल ऑफ ग्लोबल पब्लिक हेल्थ की असिस्टेंट प्रोफेसर लिजा माकोवस्की ने किया है। उन्होंने बताया कि मोटापा ब्रेस्ट कैंसर के लिए जिम्मेदार कारणों के बढ़ने में मदद करता है।
माकोवस्की ने कहा कि मोटापा एक आम समस्या है। मोटापे से ग्रस्त महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को कम करने की कम ही संभावना होती है। उन्होंने कहा कि हमारी शोध का उद्देश्य ब्रेस्ट कैंसर के लिए जिम्मेदार कारणों का इलाज खोजना है।
Disclaimer