दुनियाभर में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच इसके कई वैरिएंट का पता भी लगा रहा है। कोरोना वायरस ने पिछले 2 सालों में अपने कई रूप बदले हैं। डेल्टा वैरिएंट के बाद दक्षिण अफ्रीका में पहली बार मिला ओमिक्रोन वैरिएंट तेजी से पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले रहा है। लेकिन इन सबके बीच वैज्ञानिकों ने फ्रांस में कोरोना वायरस के एक नए वैरिएंट की खोज कर ली है। कोरोना के इस नए वैरिएंट IHU की दस्तक से फ्रांस के स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गयी है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ इस IHU वैरिएंट को ओमिक्रोन से अधिक संक्रामक और तेजी से फैलने वाला बता रहे हैं। इस वैरिएंट पर शोध करने वाले वैज्ञानिकों के मुताबिक इस नए वैरिएंट में 46 म्यूटेशन देखे गए हैं, इससे पहले मिले ओमिक्रोन वैरिएंट की स्पाइक प्रोटीन में 30 अधिक म्यूटेशन देखे गए थे।
फ्रांस में मिला कोरोना का नया वैरिएंट IHU (IHU Covid New Variant In France)
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक फ्रांस में कोरोना के नए वैरिएंट की खोज वैज्ञानिकों ने की है। एक तरफ जहां पूरी दुनिया कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रोन के संक्रमण से जूझ रही है वहीं फ्रांस में इसके नए वैरिएंट का पता चलना काफी गंभीर माना जा रहा है। वैज्ञानिकों द्वारा बताया गया है कि कोरोना के इस नए वैरिएंट IHU जिसे B.1.640.2 नाम दिया गया है ओमिक्रोन वैरिएंट से भी अधिक खतरनाक हो सकता है। जानकारी के मुताबिक इस नए कोरोना के वैरिएंट में 46 म्यूटेशन हैं जो इसे टीकों के खिलाफ अधिक प्रभावी और तेजी से फैलने वाला बताता है। फ्रांस में इस नए वैरिएंट के 12 नए मामले सामने आये हैं और इस वैरिएंट के संक्रमण को अफ्रीकी देश कैमरून से यात्रा कर लौटने वाले लोगों से जोड़ा गया है। हालांकि इस नए वैरिएंट की पुष्टि विश्व स्वास्थ्य संगठन की तरफ से नहीं की गयी है।
इसे भी पढ़ें : Florona Symptoms: कोरोना और फ्लू से एक साथ संक्रमण के आ रहे हैं मामले, जानें इस नई बीमारी 'फ्लोरोना' के लक्षण
10 दिसंबर को आया था IHU का पहला मामला (IHU Variant First Case In France)
जानकारी के मुताबिक फ्रांस में कोरोना के नए वैरिएंट IHU का पहला मामला 10 दिसंबर को समाने आया था। वैज्ञानिकों ने इसे दक्षिण अफ्रीका के देश कैमरून से यात्रा कर लौटे व्यक्ति में पाया था जिसके बाद इसे अफ्रीकी देश से जोड़कर देखा गया था। इस पहले मामले के बाद अब तक फ्रांस में 12 मामले IHU वैरिएंट के दर्ज किये जा चुके हैं। ये मामले मार्सिले नमक जगह से दर्ज किये गए हैं और माना जा रहा है कि पहले मामले के संक्रमण से यह मामले लोगों में फैले हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक इस वैरिएंट को लेकर वैज्ञानिकों के अध्ययन और शोध में यह जानकारी मिली है कि यह ओमिक्रोन से अधिक खतरनाक और 46 म्यूटेशन वाला है।
कोरोना के नए वैरिएंट पर एक्सपर्ट्स की राय (Experts On Covid New Variant IHU)
फ्रांस में कोरोना संक्रमण के नए वैरिएंट की पुष्टि होने के बाद इसको लेकर यह कहा जा रहा है कि यह वैरिएंट ओमिक्रोन से अधिक खतरनाक हो सकता है। MedRxiv पर पोस्ट किए गए एक रिसर्च पेपर के मुताबिक जीनोम सीक्वेंसिंग की एडवांस तकनीक का इस्तेमाल करते हुए ऑक्सफोर्ड नैनोपर टेक्नोलॉजी के साथ ग्रिडियन उपकरणों पर इस नए वैरिएंट की जांच हुई थी। जिसमें यह पाया गया था कि N501Y और E484K सहित 14 अमीनो प्रतिस्थापन के साथ इस नए वैरिएंट में 9 स्पाइक प्रोटीन का पता लगाया गया था। इस जीनोटाइप पैटर्न ने B.1.640.2 नामक एक नए पैटर्न का निर्माण किया था जो कि पुराने B.1.640 के फाइलोजेनेटिक समूह से ताल्लुक रखता है। एपिडेमियोलॉजिस्ट एरिक फीगल-डिंग ने भी ट्विटर पर एक पोस्ट में कहा है कि नए वैरिएंट का सामने आने का यह मतलब नहीं है कि वह पुराने वैरिएंट से अधिक खतरनाक होंगे। लेकिन वायरस में मौजूद म्यूटेशन उसे अधिक खतरनाक बनाता है। इस नए वैरिएंट के बारे में लिखते हुए उन्होनें कहा कि अभी यह देखना बाकी है कि यह वैरिएंट कितना खतरनाक हो सकता है।
��NEW VARIANT—French scientists have “rung the bell” after discovering a cluster 12 cases of a variant of “atypical combination” with **46 mutations & 37 deletions** in southern France after index case returned from Cameroon����—dubbed #B16402.�� #COVID19 https://t.co/SHXCbnkQUr pic.twitter.com/UwdL2hSW5g
— Eric Feigl-Ding (@DrEricDing) January 3, 2022
बार-बार सामने आ रहे कोरोना के नए वैरिएंट (Covid 19 New Variants)
दुनियाभर में कोरोना वायरस के नए नए-नए वैरिएंट सामने आ रहे हैं। कोरोना के सभी वैरिएंट को लेकर दुनियाभर में शोध और अध्ययन किये जाते हैं। इनमें से सभी वैरिएंट को लेकर किये जा रहे अध्ययन अभी तक चल ही रहे हैं। वैज्ञानिकों के मुताबिक कोरोना का नया वैरिएंट दो स्तर पर अधिक खतरनाक हो सकता है एक उस वैरिएंट के चपेट में आने से मृत्युदर में इजाफा और दूसरा वैरिएंट का संक्रमण रेट। फ्रांस में मिले इस नए वैरिएंट को लेकर फिलहाल किसी भी प्रकार की ऐसी पुख्ता जानकारी सामने नहीं आई है। इस वैरिएंट की खोज करने वाले वैज्ञानिकों और इस पर रिसर्च करने वाले वैज्ञानिकों और डॉक्टर्स का कहना है कि यह वैरिएंट 46 म्यूटेशन के साथ वैक्सीन के प्रभाव को खत्म कर सकता है। फ्रांस के वैज्ञानिकों ने यह भी कहा है कि वह इसके बचाव के लिए नए टीके पर भी काम कर रहे हैं।
(all image source - freepik.com)