गर्भाशय कैंसर, कैंसर के सबसे खतरनाक प्रकार में से एक है। वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि उन्होंने गर्भाशय कैंसर के इलाज के लिए माइक्रोचिप आधारित एक नया उपकरण विकसित किया है। नए उपकरण से गर्भाशय कैंसर समेत असाध्य रोग से पीड़ित मरीजों के उपचार की निगरानी करने में सहायता मिलेगी।
यह उपकरण मैसाचुएटे्स जनरल अस्पताल (एमजीएज) के शोधकर्ताओं ने विकसित किया है। ऐसी उम्मीद है कि यह उपकरण कैंसर के सबसे जटिल रूप गर्भाशय कैंसर व अन्य असाध्य रोगों के इलाज की निगरानी को आसान बना देगा।
एमजीएच कैंसर सेंटर एंड द सेंटर फॉर सिस्टम्स बायोलॉजी की टीम इस उपकरण का उपयोग ट्यूमर कोशिकाओं की पहचान करने और उन्हें असाइटीज (जलोदर) से अलग करने के लिए कर रही हैं।
‘साइंस डेली’ के सर्वे के अनुसार, प्रोसीडिंग्स ऑफ द नेशनल अकादमी ऑफ साइंसेज (पीएनएएस) के शोध पत्र ने भी चार प्रोटीन का निर्माण करने वाले पैनल के विकास का विवरण दिया है।
ट्रैक उपचार प्रतिक्रिया की बदौलत चिकित्सक यह तय करने में सक्षम होंगे कि क्या विशेष कैंसर रोधी दवा का सेवन जारी रखना चाहिए या दूसरा विकल्प अपनाना चाहिए।
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