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ट्रॉमैटिक एस्फिक्सिया के कारण नई दिल्ली रेलवे स्टेशन की भगदड़ में 5 लोगों की हुई मौत, जानें क्या है यह स्थिति

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ में 18 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से 5 लोगों का पोस्टमार्टम RML अस्पताल में हुआ। RML प्रशासन ने जानकारी देते हुआ बताया कि इन 5 लोगों की मौत का कारण ट्रॉमैटिक एस्फिक्सिया है।
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ट्रॉमैटिक एस्फिक्सिया के कारण नई दिल्ली रेलवे स्टेशन की भगदड़ में 5 लोगों की हुई मौत, जानें क्या है यह स्थिति


Traumatic Asphyxia in Hindi: 15 फरवरी को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ (New Delhi Railway Station stampede People) के कारण 18 लोगों की जान चली गई। इस भगदड़ में कई लोग घायल हुए हैं। स्टेशन पर भगदड़ के बाद कुछ लोगों को दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाया गया था, जबकि कुछ लोगों को अन्य अस्पतालों में भेजा गया था। जान गंवाने वाले 5 लोगों का पोस्टमार्टम RML अस्पताल में किया गया है, जिसके बाद अस्पताल प्रशासन ने उनके मौत का कारण ट्रॉमैटिक एस्फिक्सिया (Traumatic Asphyxia) बताया है। लेकिन, ट्रॉमैटिक एस्फिक्सिया क्या होता है और इसके क्या संकेत नजर आते हैं, आइए गुरुग्राम के सीके बिड़ला अस्पताल के पल्मोनोलॉजी हेड डॉ. कुलदीप कुमार ग्रोवर (Dr. Kuldeep Kumar Grover, Head, Pulmonology, CK Birla Hospital, Gurugram) से जानते हैं।

ट्रॉमैटिक एस्फिक्सिया क्या है? - What is Traumatic Asphyxia in Hindi

डॉ. कुलदीप कुमार ग्रोवर के अनुसार एस्फीक्सिएशन यानी ट्रॉमैटिक एस्फिक्सिया, तब होता है जब किसी व्यक्ति के शरीर में ऑक्सीजन पर्याप्त माक्षा में नहीं पहुंच पाता है। इसे सफोकेशन के नाम से भी जाना जाता है। ट्रॉमैटिक एस्फिक्सिया के कई कारण हो सकते हैं, जिसमें किसी चीज से एलर्जी, डूबना, सांस लेने के रास्ते को बंद करने वाली चीजें या एक्सीडेंट शामिल है। ट्रॉमैटिक एस्फिक्सिया एक जानलेवा सिंड्रोम है, जो तब होती है, जब आपके सीने या पेट पर गंभीर दबाव पड़ता है। इसके कारण आपके शरीर के टिशू में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है, और व्यक्ति की मौत हो सकती है।

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ट्रॉमैटिक एस्फिक्सिया के संकेत - Signs Of Traumatic Asphyxia in Hindi

  • ट्रॉमैटिक एस्फिक्सिया के कारण व्यक्ति को सांस लेने में तकलीफ और दम घुटने की समस्या हो सकती है।
  • सायनोसिस यानी शरीर में ऑक्सीजन की कमी के कारण स्किन, होंठ और नाखून का रंग नीला पड़ने लगता है।
  • ट्रॉमैटिक एस्फिक्सिया होने पर टैचीकार्डिया का संकेत भी नजर आ सकता है, जिसमें पीड़ित के दिल की धड़कन तेज हो सकती है, जो अक्सर 100 बीट प्रति मिनट से ज्यादा होती है, क्योंकि शरीर ऑक्सीजन की कमी को पूरी करने की कोशिश करता है।
  • ट्रॉमैटिक एस्फिक्सिया के कारण आपके दिमाग में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है, जिससे व्यक्ति बेहोश होने लगता है।
  • ट्रॉमैटिक एस्फिक्सिया के कारण शरीर के बढ़े हुए दबाव और चोट के कारण आपके चेहरे, गर्दन, सीने में सूजन या रंग में बदलाव हो सकता है।

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"ट्रॉमैटिक एस्फिक्सिया के कारण हुई 5 लोगों की मौत"

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ में 18 लोगों की मौत हुई है और कई लोग घायल हुए हैं। इस घटना के बाद नई दिल्ली में स्थित राम मनोहर लोहिया अस्पताल ने रविवार को जानकारी देते हुए बताया कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ में 18 लोगों में से 5 लोगों की मौत दम घुटने के कारण हुई है। सीनियर डॉक्टर के अनुसार आरएमएल अस्पताल में कोई घायल नहीं लाया गया। पोस्टमार्टम के लिए पांच शव मिले थे, जिनमें से चार महिलाएं और एक पुरुष है। इन शवों के पोस्टमार्टम के बाद पता चला कि सभी 5 लोगों की मौत का कारण ट्रॉमैटिक एस्फिक्सिया है। इस घटना के बाद से सभी कई नेताओं ने भी शोक व्यक्त किया है।

निष्कर्ष

ट्रॉमैटिक एस्फिक्सिया यानी दम घुटने के कारण लोगों की मौत होना एक आम समस्या है, जो अक्सर, पानी में डुबने, एक्सिडेंट, या अन्य कारणों से हो सकती है। इसलिए, अगर कभी आपको किसी व्यक्ति में ट्रॉमैटिक एस्फिक्सिया के लक्षण नजर आए तो नजरअंदाज न करें और तुंरत डॉक्टर से मदद लें।
Image Credit: Freepik

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