संगीत, तनाव, चिड़चिड़ाहट और अवसाद भगाने की दवा तो है ही लेकिन एक नए शोध से यह भी पता चला है कि संगीत दर्द के अहसास को भी कम करता है। मरीजों ही नहीं, उनके तीमारदारों और अस्पताल में मौजूद स्टाफ को भी संगीत सुकून देता है।
अल्बर्टा यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने कुछ नए तथ्य जुटाएं हैं, जिनसे पता चला कि इलाज के दौरान संगीत सुनने से मरीज को कम पीड़ा महसूस हुई। यूनिवर्सिटी में मेडिसिन एंड डेंसिटी फैकल्टी की शोधकर्ता डाक्टर लीसा हार्टलिंग ने तीन से 11 साल की उम्र के 42 बच्चों में इस म्यूजिकल थेरेपी के असर का आकलन किया। ये सभी बच्चे स्ट्रालरी चिल्ड्रेन्स हास्पिटल के पेडियाट्रिक इमरजेंसी विभाग में भर्ती थे और उन्हें ड्रिप के जरिये दवा दी जानी थी। कुछ को आईवी चढ़ाने के दौरान संगीत सुनाया गया और कुछ को नहीं। इस दौरान उनकी घबड़ाहट, दर्द के अहसास के स्तर और हृदय गति को मापा गया।
अस्पताल में मौजूद मरीज के अभिभावकों और स्वास्थ्यकर्मियों की संतुष्टि का स्तर का भी आकलन किया गया। पाया गया कि संगीत सुनने वाले बच्चों ने कम दर्द का अनुभव किया। डाक्टर हार्टलिंग के अनुसार इस तरीके से उपचार के दौरान हम मरीजों को अच्छी तरीके से देखभाल कर सकते हैं। शोधकर्ताओं का कहना है संगीत सुनने वाले अस्पतालकर्मी भी इससे संतुष्ट दिखाई दिए। संगीत से महरूम स्वास्थ्यकर्मियों में चिड़ाचिड़ाहट दिखी।