दिल और चांद का बहुत गहरा रिश्ता होता है। शोधकर्ताओं ने कहा है कि आसमान में चांद के दिखने वाले दिनों में दिल की सर्जरी कराने वाले मरीज अन्य दिनों की सर्जरी कराने वाले मरीजों की अपेक्षा जल्दी स्वस्थ हो जाते हैं।
शोधकर्ताओं ने पाया है कि पूर्णिमा के बाद दिल की सर्जरी कराने वाले लोगों को अस्पताल में उन लोगों के मुकाबले कम समय गुजारना पड़ता है, जो चांद की अन्य स्थितियों के दौरान दिल की सर्जरी कराते हैं।
अमेरिका स्थित रोड आईलैंड अस्पताल द्वारा करवाए गए अध्ययन से उजागर हुआ कि सर्जरी, खासकर महाधमनी में विच्छेद को ठकी करने में चांद की स्थिति का प्रभाव पड़ता है। जिस समय आसमान में चांद घट रहा होता है उस दौरान सर्जरी कराने वाले मरीजों की मृत्युदर कम पाई गयी।
उन्होंने पाया कि गर्मियों और सर्दियों में ऑपरेशन करवाने से मरीज की मृत्यु आशंका पर कोई असर नहीं पड़ता। लेकिन, चांद और मरीज की सेहत के बीच बहुत गहरा संबंध होता है।
शोधकर्ताओं ने ऐसे 210 लोगों पर अध्ययन करके यह निष्कर्ष निकाला। अध्ययनकर्ता यह जानने का प्रयास कर रहे थे कि क्या मौसम और चंद्रमा का मृत्युदर पर कोई प्रभाव पड़ता है।
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