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Mpox Vaccine: कई देशों में फैल रहा है जानलेवा मंकीपॉक्स वायरस, जानें इसकी वैक्सीन से जुड़े 7 सवालों के जवाब

Mpox Vaccine: मंकीपॉक्‍स को लेकर लोगों के मन में डर है। ऐसे में यह सवाल उठता है क‍ि क्‍या हमें कोव‍िड की तरह एमपॉक्‍स के ल‍िए भी वैक्‍सीन लेना होगा।  
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Mpox Vaccine: कई देशों में फैल रहा है जानलेवा मंकीपॉक्स वायरस, जानें इसकी वैक्सीन से जुड़े 7 सवालों के जवाब


Mpox Vaccine in India: अभी पूरी दुन‍िया में कोव‍िड का प्रकोप पूरी तरह से खत्‍म नहीं हुआ और इस दौरान मंकीपॉक्‍स ने दस्‍तक दे दी है। मंकीपॉक्‍स एक वायरल बीमारी है। मंकीपॉक्स के लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द और रैश आद‍ि शामिल होते हैं। मंकीपॉक्‍स का नया वेर‍िएंट भी तेजी से फैल रहा है। हालांकि भारत में अभी तक एमपॉक्स का कोई मामला सामने नहीं आया है, लेकिन वैश्विक स्तर पर इस नए वेरिएंट को लेकर चिंता जताई जा रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 14 अगस्त को एमपॉक्स को दो साल में दूसरी बार ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया था। प्रधानमंत्री कार्यालय और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने भारत में एमपॉक्स की स्थिति पर समीक्षा बैठकें की हैं। भारत में, 2022 से 2023 तक, 30 मामले दर्ज किए गए थे। लोगों के मन में सवाल उठ रहा है क‍ि क्‍या हमें मंकीपॉक्‍स भी कोव‍िड की तरह एक वैश्विक महामारी बन जाएगा? क्‍या हमें कोव‍िड वैक्‍सीन की तरह मंकीपॉक्‍स से बचाव के ल‍िए भी वैक्‍सीन लगवाना पड़ेगा? इस लेख में हम जानेंगे मंकीपॉक्‍स वैक्‍सीन से जुड़े 7 सवालों के जवाब। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने लखनऊ के संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में हॉस्‍प‍िटल मैनेजमेंट के एचओडी डॉ राजेश हर्षवर्धन से बात की।

1. क्या मंकीपॉक्स का कोई टीका उपलब्‍ध है?- Mpox Vaccine Availability

हां, मंकीपॉक्स के लिए टीका उपलब्ध है। मंकीपॉक्स वायरस से बचाव के लिए ज‍िनोयोस (JYNNEOS) जिसे Imvamune या Imvanex के नाम से भी जाना जाता है और ACAM2000 नाम के दो टीके हैं। ये टीके मंकीपॉक्स और उससे संबंधित वायरस, जैसे कि स्मॉलपॉक्स (चेचक) से भी सुरक्षा प्रदान करते हैं। ज‍िनोयोस (JYNNEOS) नए प्रकार का टीका है, जिसे मंकीपॉक्स और स्मॉलपॉक्स दोनों से सुरक्षा के लिए विकसित किया गया है। इस टीके की दो खुराकें दी जाती हैं, जो 28 दिनों के अंतराल पर ली जाती हैं।

इसके अलावा एसीएएम2000 (ACAM2000) नामक टीका भी मौजूद है। यह एक पुराने प्रकार का टीका है, जो पारंपरिक स्मॉलपॉक्स के टीके पर आधारित है। हालांकि, यह टीका कुछ विशेष परिस्थितियों में ही इस्‍तेमाल किया जाता है, क्योंकि इसके कुछ गंभीर साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। ACAM2000 टीके की एक खुराक दी जाती है। ये टीके फ‍िलहाल यूएस में ही उपलब्‍ध हैं।

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2. कितनी बार मंकीपॉक्स का टीका लगवा सकते हैं?- How Many Times One Can Get Mpox Vaccine

ज‍िनोयोस (JYNNEOS) टीके की दो खुराक दी जाती हैं। पहली खुराक के बाद दूसरी खुराक 28 दिनों के अंतराल पर लगाई जाती है। जिन व्यक्तियों का मंकीपॉक्स के संक्रमण के संपर्क में आने का खतरा रहता है, उन्हें भविष्य में बूस्टर डोज़ की जरूरत हो सकती है। बूस्टर डोज़ के लिए हर 2 से 3 साल बाद एक अतिरिक्त खुराक दी जा सकती है, खासकर उन लोगों के लिए जो हाई-रिस्क वातावरण में काम कर रहे हैं, जैसे कि स्वास्थ्यकर्मी। अगर किसी व्यक्ति ने पहले से ज‍िनोयोस (JYNNEOS) का पूरा टीकाकरण करवाया है और उसे दोबारा उच्च जोखिम वाली स्थिति का सामना करना पड़ता है, तो डॉक्टर फ‍िर से बूस्टर डोज़ की सलाह दे सकते हैं।

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3. मंकीपॉक्स का टीका कितने समय तक चलता है?- How Long Does Mpox Vaccine Last

ज‍िनोयोस (JYNNEOS) टीके की दो खुराकें लगने के बाद, यह मंकीपॉक्स के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करता है। टीके की पहली खुराक के बाद ही कुछ हद तक सुरक्षा शुरू हो जाती है, लेकिन दूसरी खुराक के बाद सुरक्षा अधिक मजबूत हो जाती है। मंकीपॉक्स का टीका कितने समय तक चलता है, इस पर अभी शोध बाक‍ि है। आमतौर पर, यह माना जाता है कि यह टीका कम से कम 2 से 3 वर्षों तक सुरक्षा प्रदान करता है। 

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4. टीका लगने के बाद मंकीपॉक्स हो सकता है?- Can You Get Mpox Even After Vaccinated

ज‍िनोयोस (JYNNEOS) टीका 100 प्रत‍िशत सुरक्षा की गारंटी नहीं देता है। वैक्‍सीन लगने के बाद भी व्‍यक्‍त‍ि को मंकीपॉक्‍स हो सकता है। टीका लगने के बाद, मंकीपॉक्स के खिलाफ शरीर की इम्‍यून‍िटी मजबूत हो जाती है, जिससे संक्रमण का जोखिम काफी हद तक कम हो जाता है। हालांकि, यह संभव है कि टीका लेने के बावजूद किसी व्यक्ति को मंकीपॉक्स का संक्रमण हो जाए, लेकिन ऐसे मामलों में बीमारी की गंभीरता कम होती है।

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5. मंकीपॉक्स का टीका किसे नहीं लगवाना चाहिए?- Who Should Avoid Mpox Vaccine

फ‍िलहाल ज‍िनोयोस (JYNNEOS) टीके की सुरक्षा को पूरी तरह से समझा नहीं गया है। इस स्थिति में, गर्भवती मह‍िलाओं को डॉक्‍टर इस टीके को लगवाने की सलाह नहीं देते हैं। त्‍वचा के गंभीर रोग से जूझ रहे व्‍यक्‍त‍ि को भी टीका लगवाने से पहले डॉक्‍टर की सलाह लेनी होती है।   

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6. क्‍या मंकीपॉक्‍स वैक्‍सीन भारत में उपलब्‍ध है?- Mpox Vaccine Availability in India

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यह वैक्सीन मुख्य रूप से अमेरिका और कुछ अन्य देशों में उपलब्ध है। भारत में, मंकीपॉक्स के मामलों को कंट्रोल करने के लिए फ‍िलहाल ज‍िनोयोस (JYNNEOS) को उपलब्ध नहीं कराया गया है। भारत में, मंकीपॉक्स से बचाव के ल‍िए चेचक के टीके को असरदार माना जाता है। क्योंकि चेचक का टीका मंकीपॉक्स के खिलाफ भी कुछ हद तक सुरक्षा प्रदान कर सकता है।

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7. भारत में मंकीपॉक्‍स वैक्‍सीन कब आएगी?- When Mpox Vaccine Will Be There in India

भारत में स्‍वास्‍थ्‍य व‍िभाग की ओर से मंकीपॉक्स वैक्सीन के उपलब्ध होने को लेकर कोई निश्चित तारीख या समय सीमा घोषित नहीं की गई है। हालांक‍ि कोरोना वैक्सीन बनाने वाली कंपनी सीरम इंस्टिट्यूट के सीईओ अदार पूनावाला का कहना है कि मंकीपॉक्स पर इमरजेंसी घोषित होने के बाद हम एक वैक्सीन बना रहे हैं। उम्मीद है कि एक साल के अंदर वैक्‍सीन तैयार हो जाएगी। फ‍िलहाल भारत में अभी तक मंकीपॉक्स का मामला सामने नहीं आया है, लेकिन केंद्र सरकार ने सतर्कता बढ़ी दी है। नई दिल्ली में एयरपोर्ट पर विदेश से आने वाले लोगों की जांच शुरू कर दी गई है वहीं सफदरजंग अस्पताल को डेडिकेटेड सेंटर बनाया गया है।

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image credit: georgetown, thecitizen.co

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