कोच्चि के एक एनजीओ, सेंट्रर फोर एडवांसमेंट ऑफ़ ग्लोबल हेल्थ ने डेटा इकट्ठा करने और मच्छर जनित रोगों को ट्रैक करने के लिए विशेष रूप से डेंगू के लिए मोबाइल ऐप विकसित किया है।
इसका उद्देश्य केंद्र द्वारा जारी फंड से बने ऐप का लक्ष्य मच्छर संक्रमित बीमारियां पहचानने में स्वास्थ्यकर्ताओं की मदद करना है। यह ऐप डेंगू प्रकोप की जांच के लिए शुरू हुई एक बड़ी परियोजना का हिस्सा है।
मोसऐप 'Mosapp' नाम से जाना जाने वाला यह ऐप डेंगू फैलने की जांच करने के लिए शुरू की एक बड़ी परियोजना का हिस्सा है। इस परियोजना में विदेशी विशेषज्ञ भी शामिल है। इसका उद्देश्य मोबाइल टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर भू-स्थानिक उपकरणों का विकास करना है, ताकी इसका उपयोग कर स्वास्थ्य विशेषज्ञों के साथ-साथ आम आदमी भी मच्छर और डेंगू की गतिविधि के आकर्षण के केंद्र की पहचान कर सकें।
"इस तरह इसका सेंसर के आधार पर मूल्यांकन कर माइक्रो क्लाइमेट सुविधाओं जैसे तापमान, आर्द्रता, मिट्टी की नमी और परिवेश प्रकाश के रूप में मूल्यांकन कर संचालन करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। सेंट जेवियर्स कॉलेज अलुवा और कोचीन कॉलेज, फोर्ट कोच्चि के छात्र इसकी पहल का एक हिस्सा हैं, एनजीओ के डायरेक्टर "अजित बाबू, ने बताया।
उन्होंने कहा कि अब अत्यधिक विकसित टेक्नोलॉजी स्वास्थ्य की समस्याओं से निपटने के लिए इसका इस्तेमाल कर सकती हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि डीएसटी एप्लिकेशन को विकसित करने के लिए हमने नेशनल रिसोर्सस डाटा मैनेजमेंट सिस्टम (NRDMS) के अनुदान का इस्तेमाल किया।
News Source : Times of India
Image Source : Getty
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