पीरियड्स में महिलाओं द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाला मेंस्ट्रुअल कप वेजाइनल हेल्थ के लिए फायदेमंद हो सकता है। यूनिवर्सिटी ऑफ इलिनोइस, शिकागो में इसपर किए गए एक शोध के मुताबिक मेंस्ट्रुअल कप का इस्तेमाल करना महिलाओं में इंफेक्शन के खतरे को कम करने के साथ ही साथ वेजाइनल हेल्थ को भी अच्छा रखने में मदद करता है। शोध में कुछ लड़कियों को शामिल किया गया, जिसमें उन्हें मेंस्ट्रुअल कप दिए गए। इसमें पाया गया कि इसे इस्तेमाल करने वाली ज्यादातर लड़कियों में इंफेक्शन होने का खतरा काफी कम था।
बैक्टीरियल वेजिनोसिस का भी खतरा हुआ कम
नेश्नल इंस्टीट्यूट द्वारा फंड की गई इस रिसर्च में केन्यान सेकेंडरी स्कूल की 436 टीनेजर्स को शामिल किया गया। कई महीनों तक चले इस शोध में शोधकर्ताओं ने पाया कि लड़कियों में बैक्टीरियल वेजिनोसिस यानि ज्यादा बैक्टीरिया के कारण होने वाले इंफेक्शन का खतरा 26 प्रतिशत तक कम था। यही नहीं मेंस्ट्रुअल कप का इस्तेमाल करने वाली लड़कियों में सेक्शुअली ट्रांसमिटेड डिजीज (STD) का भी खतरा काफी कम पाया।
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कैसे करें इस्तेमाल?
बहुत सी महिलाओं में इसे लेकर मिथ्स और कंफ्यूजन होती है। इसे दूर करने के लिए हमने डॉ. बिंदिया खेरा, गाइनेकोलॉजिस्ट, सिटी हॉस्पिटल, लखनउ से बातचीत की। उन्होंने बताया कि मेंस्ट्रुअल कप का् इस्तेमाल करने से पहले इसे गर्म पानी से धोना जरूरी होता है। अगर आप इसका इस्तेमाल पहली बार कर रहीं हैं तो ऐसे में ब्लीडिंग कम होने पर ही इसका इस्तेमाल करें। आपको यह भी ध्यान रखना है कि यह कप ठीक से लगा भी है या फिर नहीं। इसका उपयोग करने से पहले हाथों को अच्छी तरह से धोएं साथ ही इसे वेजाइना में लगाते समय कप को फोल्ड करें। अंदर जाने के इसे छोड़ दें ताकि यह अपनी सही पोजिशन में आ जाए। अगर कप पूरी तरह से नहीं खुलता है तो ऐसे में खून का बहाव बाहर की ओर भी आ सकता है।
मेंस्ट्रुअल कप का इस्तेमाल करने के फायदे
डॉ. बिंदिया के मुताबिक मेंस्ट्रुअल कप का इस्तेमाल करना सुरक्षित है, बल्कि अगर आप इसे सफाई से रखती हैं तो इसका इस्तेमाल कई बार कर सकती हैं। इसे लगाने से वेजाइना में होने वाले इंफेक्शन और बैक्टीरिया का खतरा कम होता है। यह कप पूरी तरह से ईको-फ्रेंडली भी होता है।