भारतीय सेना में बतौर ऑफिसर भर्ती होने के लिए क्या हैं मेडिकल गाइडलाइन्स? जानें यहां

Join Indian Army: देश के लाखों युवाओं का बचपन से ही भारतीय सेना ज्वाइन करने सपना होता है। इस लेख में आगे जानते हैं कि भारतीय सेना में बतौर ऑफिसर भर्ती होने के लिए आपको किन मेडिकल गाइडलाइन्स को पूरा करना पड़ता है?
  • SHARE
  • FOLLOW
भारतीय सेना में बतौर ऑफिसर भर्ती होने के लिए क्या हैं मेडिकल गाइडलाइन्स? जानें यहां


Join Indian Army: भारतीय सेना में शामिल होने के लिए देश के युवा बचपन से ही कई तरह की तैयारियां शुरु कर देते हैं। स्कूल और कॉलेज से पास होने वाले लाखों युवा हर वर्ष भारतीय सेना में शामिल होने के लिए फॉर्म भरते हैं। भारतीय सेना में शामिल होना एक गर्व की बात है, यही कारण है कि जब भी वैकेंसी आती है, लाखों युवा सेना में ज्वाइन करने के लिए अपना आवेदन भरते हैं। भारतीय सेना न केवल देश सेवा का माध्यम है, बल्कि एक प्रतिष्ठित, अनुशासित और रोमांचक करियर भी प्रदान करता है। हालांकि, सेना में ऑफिसर बनने के लिए सिर्फ शैक्षणिक योग्यता और फिजिकल फिटनेस ही काफी नहीं होती, बल्कि मेडिकल फिटनेस भी उतनी ही महत्वपूर्ण होती है। भारतीय सेना में शामिल होने वाले व्यक्तियों का मेडिकल फिट होना बेहद आवश्यक होता है। दरअसल, सैनिकों को कई बार अत्यधिक तनावपूर्ण परिस्थितियों में भी काम करना पड़ता है। ऐसे में उनको मानसिक और शारीरिक रूप से सक्षम रहना होता है। इस लेख में आगे विस्तार से जानेंगे कि भारतीय सेना में बतौर ऑफिसर भर्ती होने के लिए क्या-क्या मेडिकल गाइडलाइन्स होती हैं?

मेडिकल जांच की प्रक्रिया (Medical Examination Process)

भारतीय सेना में ऑफिसर भर्ती प्रक्रिया के दौरान उम्मीदवारों को Service Selection Board (SSB) द्वारा चयनित किए जाने के बाद एक विस्तृत मेडिकल जांच (Detailed Medical Examination) से गुजरना पड़ता है। यह जांच सेना के अधिकृत मिलिट्री हॉस्पिटल में की जाती है। इसमें व्यक्ति को आगे बताए गई प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है।

  • शारीरिक माप (Height, Weight, BMI)
  • नेत्र परीक्षण (Vision Test)
  • कान, नाक और गला जांच (ENT Examination)
  • हड्डियों और जोड़ों की जांच (Orthopedic Examination)
  • त्वचा और एलर्जी से जुड़ी समस्याओं की जांच
  • मानसिक स्वास्थ्य जांच
  • यूरिन और ब्लड टेस्ट

न्यूनतम शारीरिक मानदंड (Minimum Physical Standards)

भारतीय सेना में ऑफिसर की भर्ती के लिए महिला व पुरुष उम्मीदवारों के लिए अलग-अलग योग्यता और मानदंड होते हैं। यह मानदंड वैकेंसी और विंग के आधार पर तय होते हैं। इसमें उम्मीदवार की लंबाई के अनुपात में वजन होना चाहिए।

  • पुरुष उम्मीदवारों के लिए: न्यूनतम 157.5 सेंटीमीटर
  • महिला उम्मीदवारों के लिए: न्यूनतम 152 सेंटीमीटर
  • कुछ पर्वतीय क्षेत्रों और जनजातीय क्षेत्रों के उम्मीदवारों को ऊंचाई में छूट दी जाती है। जबकि, कुछ वैकेंसी में लंबाई के लिए अन्य मानदंड तय किए जाते हैं।

indian army medical guideline in

वजन (Weight)

भारतीय सेना में ऑफिसर की भर्ती के लिए उम्मीदवारों का वजन उनकी ऊंचाई और उम्र के अनुसार होना चाहिए।

  • इसके अलावा कमर की चौड़ाई पुरुष के लिए 90 सेमी
  • वहीं महिलाओं के लिए 80 सेमी तय की गई है।

दृष्टि संबंधी मानदंड (Vision Standards)

  • उम्मीदवार की बिना चश्मे की दृष्टि (Unaided Vision) 6/6 होनी चाहिए।
  • कॉरेक्टेड विजन (चश्मे के साथ): 6/6 या 6/9 मान्य है।
  • कलर ब्लाइंडनेस (Color Blindness) वाले उम्मीदवार अयोग्य माने जाते हैं।

लेसिक सर्जरी की अनुमति सीमित परिस्थितियों में होती है।

  • आयु 20 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
  • सर्जरी कम से कम 12 महीने पहले की गई होनी चाहिए।
  • बिना किसी कॉम्प्लिकेशन के आंखें पूरी तरह से स्वस्थ होनी चाहिए।

दांत और मसूड़ों की स्थिति (Dental Health)

  • उम्मीदवार के दांत स्वस्थ और कार्यशील होने चाहिए।
  • न्यूनतम 14 दांत कार्यशील (Functional) होने अनिवार्य हैं।

हड्डियों और जोड़ संबंधी जांच (Musculoskeletal System)

किसी प्रकार का स्थायी विकार, जैसे स्कोलियोसिस (रीढ़ की हड्डी का झुकाव), फ्लैट फुट, नॉक नी या अन्य कोई संरचनात्मक दोष अयोग्यता का कारण बन सकता है। विशेषकर NDA, IMA और OTA जैसे संस्थानों के लिए रीढ़ की हड्डी पूरी तरह से सामान्य होनी चाहिए।

मानसिक स्वास्थ्य (Mental Health)

उम्मीदवार को मानसिक रूप से पूरी तरह से स्थिर और संतुलित होना चाहिए।

  • डिप्रेशन, साइकोसिस, न्यूरोसिस या कोई भी मानसिक बीमारी भर्ती में रुकावट बन सकती है।
  • उम्मीदवार का व्यवहार, और प्रतिक्रिया क्षमता सामान्य होनी चाहिए।

त्वचा एवं एलर्जी संबंधित समस्याएं (Skin and Allergy Issues)

गंभीर त्वचा रोग जैसे एक्जिमा, सोरायसिस या फंगल इन्फेक्शन, विटीलिगो, डर्मेटाइटिस, वार्ट, आदि मौजूद होने पर अयोग्य घोषित किया जा सकता है। किसी विशेष दवा या वातावरण से एलर्जी होना भी समस्या बन सकता है, खासकर अगर वह जीवन के लिए खतरा बन सकता है।

जनरल हेल्थ और अन्य टेस्ट (General Health & Other Investigations)

जनरल हेल्थ टेस्ट में हर्निया, ट्यूबरोक्लोसिस, वरिकोसेल्स, किडनी, सिस्ट, पाइल्स, साइनस, गॉल ब्लैडर स्टोन, किडनी स्टोन, सूजन, चोट का निशान, हायपो पिग्मेंटेशन आदि को शामिल किया जाता है।

इसे भी पढ़ें: चेस्ट मसल बढ़ाने के लिए जिम में करें ये 5 एक्सरसाइज, मस्कुलर दिखने लगेगी बॉडी

Join Indian Army in Hindi: भारतीय सेना में ऑफिसर बनने का सपना पूरा करने के लिए शारीरिक और मानसिक रूप से फिट रहना अनिवार्य है। मेडिकल गाइडलाइन्स न केवल सेना की उच्च स्तरीय कार्यक्षमता को बनाए रखने के लिए आवश्यक हैं, बल्कि यह यह भी सुनिश्चित करती हैं कि हर ऑफिसर संकट की घड़ी में अपने कर्तव्यों का पालन कर सके। इसलिए यदि आप भारतीय सेना में भर्ती होने का सपना देख रहे हैं, तो अभी से ही अपनी फिजिकल फिटनेस, स्वस्थ जीवनशैली, और नियमित हेल्थ चेकअप पर ध्यान देना शुरू कर दीजिए। इसके अलावा, भारतीय सेना में ऑफिर्स की भर्ती के लिए कई छोटे-बड़ी गाइडलाइन होती है। ऊपर आपको कुछ सामान्य गाइडलान्स के बारे में बताया गया है। इसके अलावा, अलग-अलग भर्तियों और सेना के विंग्स के लिए अलग-अलग गाइडलाइन हो सकती है।

Read Next

हीमोग्लोबिन से जुड़े इन 5 मिथकों पर न करें भरोसा, डॉक्‍टर से जानें सच्चाई

Disclaimer