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कम उम्र में ही दिखने लगा धुंधला? जानें आंखों की रोशनी कम होने कारण और बचाव के उपाय

Low Vision in Hindi: आजकल कम उम्र में ही लोगों को धुंधला दिखाई देने लगा है। इसके पीछे कई कारण जिम्मेदार हैं। जानें आंखों की रोशनी कम होने के लक्षण, कारण और बचाव
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कम उम्र में ही दिखने लगा धुंधला? जानें आंखों की रोशनी कम होने कारण और बचाव के उपाय


Low Vision in Hindi: कम उम्र में ही धुंधला क्यों दिखता है? आजकल कम उम्र के लोगों या बच्चों में आंखों की रोशनी कम होना एक आम समस्या होती जा रही है। खराब जीवनशैली, गलत तरीके से पढ़ना, ज्यादा टीवी देखना या मोबाइल चलाना इसके मुख्य कारण माने जाते हैं। बार-बार सिरदर्द होना, धुंधला दिखाई देना और आंखें लाल रहना आंखों की रोशनी कम होने के लक्षण हो सकते हैं। ऐसे में इन लक्षणों को बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें। चलिए कामिनेनी अस्पताल, हैदराबाद के वरिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉक्टर वाई जयपाल रेड्डी (Dr. Y. Jayapal Reddy, Senior Ophthalmologist, Kamineni Hospitals, Hyderabad) से विस्तार से जानते हैं आंखों की रोशनी कम होने के लक्षण, कारण और बचाव के उपाय-

आंखों की रोशनी कम होने के लक्षण (low eyesight symptoms)

  • चेहरा पहचानने में कठिनाई
  • पढ़ने में दिक्कत
  • धुंधला दिखाई देना
  • रंग और कंट्रास्ट के बीच अंतर न समझ पाना
  • सिरदर्द होना
  • आंखें लाल रहना
  • किसी भी चीज पर ध्यान केंद्रित न कर पाना

आंखों की रोशनी कम होने के कारण (poor eyesight causes)

1. न्यूरोलॉजिकल समस्याएं

कम उम्र में धुंधला दिखाई देना या आंखों की रोशनी कम होने का एक मुख्य कारण न्यूरोलॉजिकल समस्याएं हो सकती हैं। कम उम्र में दृष्टि को नियंत्रित करने वाली नसों को नुकसान पहुंचने पर आंखों की रोशनी में कमी आ सकती है। 

2. अनुवांशिक

कम उम्र में धुंधला दिखाई देना अनुवांशिक भी हो सकता है। अगर परिवार के किसी सदस्य को ऐल्बिनिज़म रोग या रेटिनाइटिस पिगमेंटोसा है, तो इन स्थितियों में बच्चों की आंखें कमजोर हो सकती हैं। कम उम्र में ही धुंधला दिखाई दे सकता है, यहा तक ही अंधापन भी हो सकता है।

इसे भी पढ़ें - आंखों की रोशनी बढ़ाते हैं ये 7 आयुर्वेदिक उपाय, लम्बी उम्र तक स्वस्थ रहेंगी आंखें

3. आंखों की समस्याएं

आंखों की समस्याएं सिर्फ बढ़ी उम्र में ही नहीं बल्कि कम उम्र के लोगों को भी प्रभावित कर सकती हैं। जैसे ग्लूकोमा, मोतियाबिंद, रेटिनोब्लास्टोमा और रेटिनल बीमारियां कम उम्र के लोगों में भी देखी जा सकती है। आंखों की ये समस्याएं कम उम्र के लोगों में आंखों की कम रोशनी का कारण बन सकती हैं। इस स्थिति में आंखों में धुंधलापन आ सकता है।

4. खराब जीवनशैली

खराब जीवनशैली के कारण कम उम्र में ही आंखों से जुड़ी कई समस्याएं विकसित हो सकती हैं। खराब जीवनशैली कम दृष्टि का कारण बन सकती है। खराब खान-पान की आदतें, घंटों तक टीवी देखना, मोबाइल फोन का ज्यादा इस्तेमाल आदि छोटी उम्र में आंखों की रोशनी कम होने के कारण माने जाते हैं।

(image source: eatright.org)

आंखों की रोशनी बढ़ाने के उपाय (Low Eyesight at an Early Age Prevention Tips)

आंखों की रोशनी कम होने से बचाने के लिए आपको अपने खान-पान और जीवनशैली पर अधिक ध्यान देने की जरूरत होती है। 

  • कैरोटीनॉयड के एंटी-ऑक्सीडेटिव गुण मुक्त कणों को आंखों से दूर रख सकते हैं। ये कैरोटीनॉयड हरी पत्तेदार सब्जियों में प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं, जो विटामिन ए से भरपूर होते हैं। इसलिए आपको ब्रोकली,  पत्तेदार सब्जियों को अपनी डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए।
  • रंग बिरंगी सब्जियां भी आंखों को स्वस्थ रखते हैं। इसके लिए आप गाजर, शकरकंद जैसी सब्जियों का सेवन करें। इनमें बीटा-कैरोटीन होता है, तो रेटिना को स्वस्थ रखता है। शिमला मिर्च भी आंखों की रोशनी बढ़ाने में फायदेमंद होता है।
  • काजू, बादाम, अखरोट और मूंगफली विटामिन ई से भरपूर होते हैं, जो कम उम्र के लोगों में मायोपिया की संभावना को कम कर सकते हैं। विटामिन ई  सूखी आंखों को रोकता है। आप आंखों से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के लिए अलसी और चिया के बीज भी खा सकते हैं। 
  • दाल, अनाज, अंडा और फलों को अपनी डाइट में अधिक मात्रा में शामिल करें। मछली का तेल भी आंखों के लिए फायदेमंद माना जाता है।

इसे भी पढ़ें - आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए अपनी डाइट में जोड़े ये 8 चीजें, नेत्र विशेषज्ञ से जानें

अगर आपको भी कम उम्र में धुंधला दिखाई देता है, तो आपको डॉक्टर से जरूर कंसल्ट करना चाहिए। क्योंकि आंखों की रोशनी कम होने के कारणों का पता लगाकर इस समस्या को ठीक किया जा सकता है। 

(main image source: firstcry parenting)

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