
अगर बच्चे ढंग से खाना नहीं खाते हैं तो मां बाप को काफी चिंता होने लगती है। 2 से 5 साल की उम्र के बच्चों में ऐसा काफी देखने को मिलता है। हालांकि कई बार यह बच्चों के नखरे होते हैं और चिंता करने जैसी कोई बात नहीं होती है। अगर बच्चे ज्यादा समय तक ऐसा ही करते हैं और उन्हें भूख नहीं लगती है तो आपको डॉक्टर से बात करनी चाहिए। मदरहुड हॉस्पिटल में सीनियर कंसल्टेंट एंड पीडियाट्रिशन डॉक्टर अमित गुप्ता बताते हैं कि बच्चों को भूख ना लगना या कम लगना वैसे तो एक आम समस्या है। लगभग 40% बच्चों के साथ ऐसा ही होता है। इसलिए उन्हें आम बोलचाल भाषा में पिकी ईटर्स भी बोल दिया जाता है। लेकिन इस समस्या को इग्नोर नहीं करना चाहिए क्योंकि अगर बच्चे ज्यादा समय तक ठीक से नहीं खाते तो उन में पोषक तत्वों की कमी हो सकती है।
बच्चों में भूख कम लगने का कारण
1. बच्चों का बीमार होना
अगर बच्चे बीमार हो जाते हैं तो कई बार यह भी उनके भूख न लगने का कारण होता है। इस दौरान वह काफी चिड़चिड़े हो जाते हैं और उन्हें कुछ खाने पीने का मन भी नहीं करता। ऐसा खासकर तब होता है जब पेट में दर्द, डायरिया, सिर दर्द और बुखार उनको हो जाता है। हालांकि उनके ठीक हो जाने पर उन्हें भूख भी दुबारा लगने लगती है।
2. स्ट्रेस होना
छोटे बच्चों की भूख स्ट्रेस लेने के कारण भी प्रभावित हो सकती है। अगर आपके बच्चे का उनकी मन पसंद की चीजें खाने का मन भी नहीं कर रहा है तो हो सकता है वह स्ट्रेस से जुझ रहे हों। उनकी स्ट्रेस का कारण पता लगाने की कोशिश करें और उन्हें इसके बाद भूख खुद लगनी शुरू हो जाएगी।
इसे भी पढ़ें : बच्चों में भूख ना लगने के कारण, लक्षण और उपाय क्या हैं? जानते हैं यहां
3. बच्चों का विकास काफी धीमा होना
बच्चों का सही ढंग से विकास न हो पाना भी उनके भूख न लगने का कारण हो सकता है। पहले साल के दौरान बच्चे तेजी से बढ़ते हैं। इसके बाद उनका विकास थोड़ा धीमा पड़ने लगता है और वह कम खाना खाने लगते हैं। इस समय भूख कम लगना कोई चिंता का कारण नहीं है और बिल्कुल सामान्य होता है।
4. दवाईयों का सेवन करना
अगर आपके बच्चों का एंटी बायोटिक्स का कोई कोर्स चल रहा है तो इसके कारण भी उन्हें कम भूख लग सकती है। इसके अलावा भी कई तरह की दवाइयों का सेवन करना उनकी भूख को प्रभावित कर सकता है।
5. पेट में कीड़े होना
अगर बच्चे के पेट में कीड़े हो गए हैं तो इस कारण भी वह कम खाना पीना पसंद करते हैं। वॉर्म्स बच्चे के डाइजेस्टिव सिस्टम में प्रवेश करते हैं और इरीटेशन, भूख न लगना और पेट में ब्लीडिंग होने का कारण बन सकते हैं। इस स्थिति से जूझ रहे बच्चों को दवाइयां दी जा सकती हैं।
6. एनीमिया
आयरन की कमी से होने वाली बीमारी को एनीमिया कहते हैं। यह भूख न लगने का आम कारण होता है। ऐसे बच्चे काफी आलसी, थके हुए और इरिटेटेड लगते हैं। अगर इस बीमारी को समय से ठीक न किया जाए तो यह बच्चे के विकास को भी प्रभावित कर सकती है।
7. कब्ज होना
अगर बच्चे को समय से भूख नहीं लगती है तो इस कारण से उसे कब्ज भी हो सकती है। ऐसा कई कारणों से हो सकता है और इसके बाद फिर बच्चा कम चीजें खाना शुरू कर देता है क्योंकि उसे स्टूल पास करने में समस्या होने लगती है। उसे नई चीजें ट्राई करने का डर भी होने लगता है।
इसे भी पढ़ें : बच्चों की भूख बढ़ाने के लिए उन्हें खिलाएं ये 7 चीजें, एक्सपर्ट से जानें इनके फायदे
बच्चे की भूख कैसे बढ़ाएं?
- बच्चों को स्नैक्स काफी पसंद होते हैं इसलिए उन्हें उनका मन पसंद खाना बना कर दें।
- उसके मील टाइम के बीच में स्नैक न दें।
- बच्चों को पीनट यानी मूंगफली से बनी चीजें खाने को दें। इससे उन्हें भूख लगने में मदद मिलेगी।
- अगर बच्चा दूध नहीं पीता है तो उन्हें अन्य डेयरी उत्पाद जैसे कॉटेज चीज, दही और क्रीम दें।
अगर बच्चे के खाने पीने के कारण उसका वजन और हाइट प्रभावित हो रही है और या स्थिति बार बार दिख रही है तो डॉक्टर को दिखाएं।
(All Image Source - Freepik.com)