
बच्चों को भूख ना लगना कोई आम समस्या नहीं है, जिसे नजरअंदाज किया जा सके। ये ईटिंग डिसॉर्डर के लक्षण हो सकते हैं।
बच्चे का भोजन ना करना एक आम सी शिकायत होती जा रही है। ऐसे में आपको बता दें कि जिसे आप आम समझ रहे हैं यह किसी बड़ी बीमारी के लक्षण भी हो सकते हैं। ऐसे में शुरुआत में सतर्कता बरतना जरूरी है। इस समस्या में बच्चे ज्यादा खाना नहीं खा पाते और बिना कुछ खाए ही खट्टी डकारों के शिकार हो जाते हैं। ये समस्या कोई आम समस्या नहीं है इसके कारण बच्चों को मानसिक और शारीरिक रूप से हानि पहुंचती है। आज हम आपको इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि बच्चों में भूख ना लगने के लक्षण, कारण और उपाय क्या हैं। साथ ही इस समस्या को दूर करने के लिए कौन-सी अच्छी आदतों को अपनाना होगा। पढ़ते हैं आगे...
बच्चों में भूख ना लगने के क्या हैं लक्षण-
अगर मुख्य लक्षणों की बात की जाए तो इसमें पेट में गड़बड़ी, वजन का दिन पर दिन कम होते रहना, उम्र के हिसाब से वजन का कम होना आदि लक्षण आते हैं।
इसके अलावा ये लक्षण निम्न प्रकार हैं-
1- सुस्ती महसूस करना,
2- थकान होना,
3- बेवजह पसीना आना,
4- पेट की समस्या होना,
5- लड़कियों में पीरियड्स का असंतुलित होना,
6- डिप्रेशन का शिकार होना,
7- बालों का झड़ना,
8- घाव भरने में समय लगना,
9- ठंडी वस्तुओं का सेवन करते वक्त परेशानी होना,
10- रोग प्रतिरोधक क्षमता का कमजोर होना।
बच्चों में भूख ना लगने के क्या हैं कारण
कुछ बच्चे जेनेटिक रूप से भूख न लगने की समस्या से ग्रस्त हो जाते हैं। ऐसे में बचपन में किसी प्रकार का डर या डिप्रेशन के कारण वो इस समस्या का शिकार हो जाते हैं। इसके अलावा यदि मां-बाप भोजन में हमेशा एक जैसा ही खाना देते हैं तब भी बच्चों का मन खाने से ऊब जाता है और उन्हें इस प्रकार की परेशानी हो सकती है। इसके पीछे ईटिंग एटिकेट की पूरी जानकारी ना होना भी एक कारण हो सकता है।
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ऐसे बढ़ाएं बच्चों की भूख
घी के सेवन से बढ़ाएं बच्चों की भूख
बता दें कि घी के सेवन से पाचन क्रिया तंदुरुस्त होती है। इसके अलावा यह बच्चों की बुद्धि आवाज और त्वचा के रंग में सुधार लाता है ऐसे में अगर घी मक्खन आदि का सेवन बचपन में किया जाए तो इससे बच्चों की भूख बढ़ती है इसके अलावा यदि किसी बच्चे को दूध से एलर्जी है तो वह पोषक तत्वों की कमी को पूरा करने के लिए घी का सेवन कर सकता है।
शारीरिक गतिविधियां भी हैं जरूरी
आउटडोर गेम्स से शरीर में कैलोरी की जरूरत बढ़ जाती है ऐसे में बच्चे को ज्यादा भूख लगती है। लेकिन ध्यान दें कि ज्यादा शारीरिक गतिविधियों से बच्चा भूख ना लगने का शिकार भी हो सकता है। ऐसे में बच्चे की दिनचर्या में सीमित मात्रा में शारीरिक गतिविधियों को जोड़ें।
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भारतीय मसालों से बढ़ाएं भूख
हमारी भारतीय रसोई में कुछ ऐसे मसाले मौजूद हैं, जिससे बच्चों की भूख को बढ़ाया जा सकता है। इन मसालों में ये निम्न हैं-
1- दालचीनी,
2- इलायची,
3-अदरक,
4- काली मिर्च आदि आते हैं।
अगर इनका सेवन नियमित रूप से किया जाए तो ये पेट, आंत, पाचन आदि के स्राव को उत्तेजित करता है।
जोड़ें कुछ अच्छी आदतें
- खाने का एक निश्चित समय निर्धारित करें।
- बच्चों को जंक फूड से दूर रखें।
- इस परेशानी के ज्यादा बढ़ने पर डॉक्टर की सलाह लें।
- खाना खाते वक्त बच्चों को टीवी या वीडियो गेम से दूर रखें।
- बच्चे को अकेले खाना देने के बजाय परिवार के साथ खाना खिलाएं, इससे बच्चे ज्यादा खाना खाएगा।
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