Long Term Effects of Sunflower Oil Consumption on Heart : आजकल बाजारों में कुकिंग के लिए कई अलग-अलग तरह के ऑयल बिकने लगे हैं। इन्हीं में से एक सूरजमुखी का तेल भी है। कई लोग अपनी हेल्थ का ख्याल रखने के लिए सूरजमुखी के तेल का इस्तेमाल करने लगे हैं। हालांकि, इस तेल के फायदे और नुकसान दोनों ही बहुत मशहूर हैं। कई लोगों का मानना है कि अगर आप सूरजमुखी के तेल का लंबे समय तक इस्तेमाल करते हैं, तो हार्ट हेल्थ पर बुरा असर हो सकता है। यही वजह है कि आज के इस आर्टिकल में हम सूरजमुखी तेल के हार्ट पर होने वाले असर के बारे में जानेंगे। इसके लिए हम स्टडी में कही बात भी समझेंगे और डाइटिशियन व न्यूट्रिशनिस्ट दिव्या गांधी (Nutritionist & Dietician Divya Gandhi) की राय भी जानेंगे।
सूरजमुखी तेल को लेकर स्टडी में क्या कहा?- What did the Study say About Sunflower Oil
नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन के मुताबिक, सूरजमुखी के बीज का तेल सीरम कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए जाना जाता है। इससे हार्ट हेल्थ में थोड़ा सुधार हो सकता है। हालांकि, इसी स्टडी में आगे यह बात भी कही गई है कि सूरजमुखी का तेल हार्ट हेल्थ पर कैसा असर डालता है। इसकी अभी पुख्ता जानकारी नहीं है। इस सवाल का सटीक जवाब जानने के लिए अभी और शोध करने की जरूरत है। आइए अब इस मामले में न्यूट्रिशनिस्ट की राय जानते हैं।
सूरजमुखी तेल पर न्यूट्रिशनिस्ट की क्या है राय?- What is the Opinion of Nutritionists on Sunflower Oil
न्यूट्रिशनिस्ट दिव्या गांधी के मुताबिक, लंबे समय तक सूरजमुखी तेल का सेवन करने से हार्ट पर सकारात्मक और नकारात्मक दोनों प्रभाव पड़ सकते हैं। अगर पॉजिटिव पक्ष पर ध्यान दें, तो सूरजमुखी का तेल पॉलीअनसैचुरेटेड फैटी एसिड (पीयूएफए) और लिनोलिक एसिड में समृद्ध होता है, जो कोरोनरी हृदय रोग के जोखिम को कम करते हैं। वहीं, हाई-ओलिक एसिड होने की वजह से सूरजमुखी तेल कोलेस्ट्रॉल के लेवल में सुधार कर सकता है। इससे हृदय रोग के जोखिम कम करने में मदद मिलती है।
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सूरजमुखी के तेल के नकारात्मक प्रभाव भी हैं- Sunflower Oil also has Negative Effects
- क्रोनिक सूजन का जोखिम बढ़ जाता है: सूरजमुखी के तेल में हाई ओमेगा-6 फैटी एसिड पाया जाता है, जो क्रोनिक सूजन का कारण बन सकती है। इससे हार्ट से जुड़ी समस्याएं होने का खतरा बढ़ जाता है।
- हानिकारक पदार्थ इकट्ठे होना: जब सूरजमुखी के तेल को हाई तापमान पर गर्म किया जाता है, तो यह बासी हो सकता है। इसमें एल्डिहाइड और हाइड्रोपेरॉक्साइड जैसे विषाक्त यौगिक बनने लगते हैं, जो दिल से जुड़ी समस्याओं और कैंसर से जुड़े खतरे को कम कर देते हैं।
- ऑक्सीडेटिव तनाव और पोषक तत्वों की कमी: सूरजमुखी के तेल में हाई PUFA होता है। इससे ऑक्सीडेटिव तनाव बढ़ता है और पोषक तत्वों की कमी हो सकती है। यह स्थिति खासकर तब होती है, जब इस तेल को हाई तापमान पर गर्म किया जाता है।
नकारात्मक प्रभावों को कम कैसे करें?- How to Reduce the Negative Effects
- हाई ओलिक एसिड सूरजमुखी तेल चुनें
- इस तेल का इस्तेमाल सीमित मात्रा में करें
- इस तेल को हाई तापमान पर गर्म करने से बचें
- अपने आहार को अन्य हेल्दी फैट और तेलों के साथ बैलेंस करें
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कुल मिलाकर, सूरजमुखी के तेल का सेवन करने से इंसान को फायदे भी हो सकते हैं और नुकसान होने का खतरा भी बना रहता है। ऐसे में आपको सूरजमुखी के तेल का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए। अगर आप इस तेल को अपनी डाइट का हिस्सा बनाना चाहते हैं, तो पहले डॉक्टर या किसी न्यूट्रिशनिस्ट की सलाह जरूर लें। आपको अपनी इच्छा से इस तेल का सेवन नहीं करना चाहिए।