देर रात तक जागने वालों में बढ़ रही हैं ये 5 बीमारियां, जानें खतरे और बचाव

हम सबके शरीर में एक 'जैविक घड़ी या बायलॉजिक क्लॉक' होती है, जिसे सरकेडियन रिदम कहते हैं। इस घड़ी के द्वारा ही हमारा शरीर सोने और जागने के नियम तय करता है। जब आप देर रात तक जागते हैं, तो शरीर का बायलॉजिकल नियम टूटता है।
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 देर रात तक जागने वालों में बढ़ रही हैं ये 5 बीमारियां, जानें खतरे और बचाव


अगर आप देर रात तक जागते हैं या नाइट शिफ्ट में काम करते हैं, तो आपमें कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। देर रात तक जागना हमारी सेहत के लिए नुकसानदायक है। अक्सर देर रात तक जागने वाले लोग समझते हैं कि सुबह देर तक सो जाने से उनकी नींद पूरी हो जाती है इसलिए उनका स्वास्थ्य प्रभावित नहीं होगा। मगर आपको बता दें कि हम सबके शरीर में एक 'जैविक घड़ी या बायलॉजिक क्लॉक' होती है, जिसे सरकेडियन रिदम कहते हैं। इस घड़ी के द्वारा ही हमारा शरीर सोने और जागने के नियम तय करता है। जब आप देर रात तक जागते हैं, तो शरीर का बायलॉजिकल नियम टूटता है और आपका स्वास्थ्य प्रभावित होता है। आइए आपको बताते हैं कि देर रात तक जागने से आपमें किन बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।

ब्लड प्रेशर की समस्या

देर रात तक जागने के कारण आपका ब्लड प्रेशर अनियंत्रित होने लगता है, जिसके कारण बहुत सारे लोगों में हाई ब्लड प्रेशर की समस्या शुरू हो जाती है। ब्लड प्रेशर की समस्या स्वयं भी कई बीमारियों को जन्म देती है, जैसे डायबिटीज, दिल की बीमारियां, किडनी फेल्योर, स्ट्रोक आदि। इसीलिए समय से सोएं और पूरी नींद लें। युवावस्था में ये परेशानियां आपको कम महसूस होती हैं मगर 30-35 की उम्र तक समस्या घातक रूप ले सकती है।

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तनाव बढ़ता है

देर रात तक जागने के कारण आपके मस्तिष्क को पूरी तरह आराम नहीं मिलता है, इसलिए देर रात तक जागने वालों में मानसिक तनाव और कई बार अवसाद के भी खतरे बढ़ जाते हैं। गलत समय पर खाना, शारीरिक गतिविधियां कम करना, अच्छे से न सोना, पर्याप्त व्यायाम न करना आदि के चलते लोगों को मानसिक तनाव हो सकता है।

प्रभावित होती है सेक्शुअल लाइफ


जो पुरूष देर रात तक जागते रहते हैं या काफी देर से सोते हैं उनके वीर्य में शुक्राणुओं की संख्‍या कम होती है और शुक्राणु जल्‍दी नष्‍ट हो जाते हैं। ज्‍यादा देर से सोने और सही तरह आराम नहीं करने से शरीर में एंटीस्पर्म एंटीबॉडी का लेवल बढ़ता है, यह एक प्रोटीन है जो इम्यून सिस्टम में बनता है और स्वस्थ शूकाणुओं को खत्म करता है।

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डायबिटीज का खतरा

देर रात तक जागने के कारण शरीर में हॉर्मोन्स का स्तर बिगड़ जाता है। इसलिए हार्मोन्स की गड़बड़ी से होने वाली बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है, जिनमें डायबिटीज सबसे प्रमुख है। इसके अलावा हाई ब्लड प्रेशर, दिल से संबंधित रोग एवं मोटापा जैसी कई बीमारियां तेजी से बढ़ती हैं। दिनचर्या के नियमित नहीं हो पाने के कारण लोगों में नींद से संबंधित बीमारी ‘स्लीप ऐपनिया’ काफी बढ़ रही है। जिसमें नींद के दौरान सांस में रुकावट पैदा होती है और कई बार यह घातक भी हो सकती है।

इम्यूनिटी होती है कमजोर

देर रात तक जागने वालों की इम्यूनिटी पर बुरा प्रभाव पड़ता है। इम्यूनिटी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता के प्रभावित होने से व्यक्ति वायरस, बैक्टीरिया और रोगों की चपेट में आसानी से आ जाता है। ऐसे व्यक्ति में धीरे-धीरे कई बीमारियां घर कर जाती हैं। इसलिए सही समय पर सोना और जागना जरूरी है।

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