
लोग अक्सर बेवजह ही गुस्सा करते हैं, वे बिना किसी कारण के अपने साथी और अन्य लोगों पर अपना गुस्सा निकालते हैं। इसके पीछे आपका स्वभाव नहीं बल्कि आपके शरीर में ग्लूकोज के स्तर की कमी है। ग्लूकोज का स्तर सामान्य से कम होने से व्यक्ति गुस्सैल और आक्रामक हो जाता है। ऐसे में आपको अपने खून में ग्लूकोज के स्तर की जांच करानी चाहिए।
ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी में संचार एवं मनोविज्ञान के प्रोफेसर ब्रैड बुश्मैन ने बताय, "शोध में पता चला कि किस तरह भूख जैसा सामान्य सा कारक भी परिवार में कलह, लड़ाई-झगड़ों और कभी-कभी घरेलू हिंसा की वजह भी बन सकता है।"
इस शोध में 107 विवाहित युगलों पर अध्ययन किया गया, जिसमें हर एक जोड़े से पूछा गया कि अपने विवाहित जीवन से संतुष्ट होने के बारे में उनकी क्या राय है? 21 दिनों तक किए गए इस शोध में शोधकर्ताओं ने पाया कि विवाहित जोड़ों में हर शाम ग्लूकोज का स्तर साथी के साथ संबधों पर प्रभाव डालता है।
जिनमें ग्लूकोज का स्तर कम पाया गया, वे अपने साथी पर ज्यादा गुस्सा करते हैं और तेज आवाज में बात करते हैं।
बुशमैन ने बताया कि ग्लूकोज का स्तर कम होने से उत्पन्न भूख और क्रोध की स्थिति बेहद करीबी रिश्तों को भी प्रभावित कर सकती है।
यह अध्ययन ऑनलाईन पत्रिका नेशनल एकेडेमी ऑफ साइंस में प्रकाशित हुई है
source - nasi.org.in
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