पेट की अतिरिक्त चर्बी को कम करे कुक्कुटासन, जानें इसके फायदे और विधि

कुक्कुटासन योग करने से शरीर में फुर्ती आती है। यह योग काफी आसन है, इसके नियमित अभ्यास से आपके शरीर को कई लाभ होंगे।  
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पेट की अतिरिक्त चर्बी को कम करे कुक्कुटासन, जानें इसके फायदे और विधि


कुक्कुट यानि मुर्गा। इस आसन में आपका शरीर मुर्गे की आकृति के समान दिखता है। इस वजह से इस आसन को कुक्कुटासन का नाम दिया गया है।  शरीर के संतुलन को बनाए रखने में यह आसन काफी लाभकारी हो सकता है। साथ ही मांसपेशियों और मोटापे को कंट्रोल करने में भी लाभकारी माना जाता है। इस योग को करने के लिए पैरों में लचीलेपन की आवश्यकता होती है। इसने आपके कंधे को मजबूती प्रदान होती है। कोरोनाकाल में अगर आप आलसी हो गए हैं, तो यह आसन आपके लिए बेस्ट है। इस आसन के करने से आलस भागता है। इस आसन को करने के लिए नियमित अभ्यास और शारीरिक मजबूती की जरूरत होती है। चलिए जानते हैं किस तरह करें कुक्कुटासन?

कुक्कुटासन से पहले जरूरी है ये आसन

  • कमल मुद्रा
  • बकासन योग
  • ताड़ासन योग
  • उज्जायी प्राणायाम
  • शीर्षासन योग

कैसे करें कुक्कुटासन (Step to Do kukkutasana in Hindi)

  • कुक्कुटासन करने के लिए सबसे पहले पद्मासन मुद्रा में बैठ जाएं।
  • अब अपने दाएं हाथ को दाईं जांघ और पिंडली के बीच में ले जाएं। इसी तरह बाएं हाथ को भी बाईं जांघ और पिंडली के बीच ले जाएं।
  • अपने हाथों को नीचे की ओर ले जाएं।
  • अपने हाथों की हथेलियों को मजबूती से जमीन पर जमाएं।
  • ध्यान रहे कि आपकी हथेलियों के बीच 3 से 4 इंच का फासला होना चाहिए।

  • अब सांस लेते हुए अपनी हथेलियों पर दबाव डालें और शरीर को जमीन से यथासंभव हवा में उठाने की कोशिश करें। इस दौरान आपके शरीर का भार दोनों हाथों की हथेलियों पर होना चाहिए।
  • इस दौरान आपका सिर सीधा और आंखें स्थिर होनी चाहिए।
  • अब धीरे-धीरे सांस लें और छोड़ें।
  • करीब 15 से 20 सेकंड तक इसी मुद्रा में रहें।
  • इसके बाद गहरी सांस लेते हुए अपनी मुद्रा में वापस लौट आएं।
  • इस आसन को कम से कम 5 से 6 बार अवश्य करें। धीरे-धीरे आप अपने अभ्यास की संख्या को बढ़ा सकते हैं।

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कुक्कुटासन के फायदे (Benefits of Kukkutasana in Hindi)

कंधे को करे मजबूत

कुक्कुटासन योग का नियमित रूप से अभ्यास करने से कंधे और बाजू मजबूत होते हैं। इस आसन को करने से आपकी छाती, हाथ और कंधे की मांसपेशियों में खिंचाव होता है, जो आपके शरीर में ब्लड सर्कुलेट बेहतर तरीके से करता है। शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होने से मांसपेशियां मजबूत होने के साथ-साथ शरीर टोन में आती हैं। नियमित रूप से अभ्यास करने से चोट लगने का खतरा कम होता है।

पाचन शक्ति बढ़ाए

पाचन को स्वस्थ रखने के लिए आप नियमित रूप से कुक्कुटासन का अभ्यास कर सकते हैं। इस आसन के नियमित अभ्यास से पेट से जुड़ी परेशानी जैसे-कब्ज, गैस, मतली की शिकायत कम होती है। दरअसल, इस योग के करने से हमारे पेट के अंगों पर दबाव पड़ता है, जिससे पेट में पाचन रस और एंजाइम का उत्पादन बढ़ता है, जिससे आपके पेट का खाना जल्टी पच जाता है। 

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पेट की चर्बी करे कम

पेट की चर्बी को कम करने में भी कुक्कुटासन लाभकारी हो सकता है। लॉकडाउन में अगर आप  (Weight Gain During Corona pandemic) काफी मोटे हो गए हैं, तो इस आसन को करके अपनी चर्बी को घटा सकते हैं। दरअसल, कुक्कुटासन योग करने से पेट की मांसपेशियों पर दबाव पड़ता है, जिससे पेट की मांसपेशियां टोन हो आती हैं। इसके साथ ही शरीर की अतिरिक्त चर्बी भी घटती है।

बाइसेप्स और ट्राइसेप्स मांसपेशियों को करे टोन

लॉकडाउन में भी अगर आप अपने बाइसेप्स और ट्राइसेप्स को टोन में लाना चाहते हैं, तो कुक्कुटासन जरूर करें। इस आसन के करने से आपके बाजूओं पर जोर पड़ता है, जिससे रक्त परिसंचरण को बढ़ावा मिलता है। इस योग के करने से शरीर में रक्त प्रवाह बेहतर तरीके से होता है, जो शरीर को टोन करता है।

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