डियोड्रेंट और एंटीपर्सपिरेंट से जुड़ी इन बातों पर न करें भरोसा, पहले जानें इनके तथ्य

डियोड्रेंट और एंटीपर्सपिरेंट को इस्तेमाल करने से पहले अपने मन में पल रहे इनसे जुड़ी इन मिथकों की सच्चाई जाने लें और फिर इन पर भरोसा करें।  
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डियोड्रेंट और एंटीपर्सपिरेंट से जुड़ी इन बातों पर न करें भरोसा, पहले जानें इनके तथ्य


आपने अक्सर फेसबुक पर लोगों की पोस्ट में अलग-अलग चीजों के लिए विचित्र प्रकार के लाभ और हानि को पढ़ा होगा। पर ऐसी किसी भी पोस्ट पर आपको आंख बंद करके भरोसा नहीं करना चाहिए, खासकर अगर वो स्वास्थ्य से जुड़ा हुआ है तो। ऐसा आपके साथ जब भी हो और अगर आप को ऐसे मिथकों का सच्चाई जाननी है, तो अपने डॉक्टर को पहले फोन करें और पूरी जानकारी लें। ऐसा ही एक मिथक डियोड्रेंट और एंटीपर्सपिरेंट तो लेकर भी है। कई लोगों को लगता है कि डियोड्रेंट और एंटीपर्सपिरेंट के इस्तेमाल से स्तन कैंसर, अल्जाइमर रोग या किडनी से जुड़ी परेशानियां हो सकती हैं। पर वास्तव में ये गलत है। जबकि डियोड्रेंट और एंटीपर्सपिरेंट, एक फूलों से या पाइन आदि के प्रयोग से बनता है, जो किसी में कैंसर नहीं पैदा कर सकते। दुर्गन्ध वाले अंडरआर्म बैक्टीरिया से लड़ने में एंटीपर्सपिरेंट्स काम करते हैं। तो आइए आज हम डियो से जुड़े कुछ लोकप्रिय मिथकों के पीछे का तथ्य जानते हैं।

Inside_myths about deo

मिथक 1: डियोड्रेंट और एंटीपर्सपिरेंटमें एल्यूमीनियम होता है

कई लेखों में पसीने को रोकने के लिए एल्यूमीनियम का उपयोग करने से जुड़ी चिंताओं को उठाया गया है। उनमें कह गया है कि कई स्तन कैंसर स्तन इसके इस्तेमाल से होता है। कुछ वैज्ञानिकों ने तो ये भी तर्क दिया है कि एंटीपर्सपिरेंट रसायन स्तन की त्वचा में पहुंच रहे थे, डीएनए को नुकसान पहुंचा रहे थे और ट्यूमर के विकास की ओर अग्रसर थे। पर इसके पीछे तथ्य कुछ और है।

तथ्य: संभावित कार्सिनोजेन्स के कई अध्ययनों के अनुसार,ये परिणाम मिश्रित और गलत हैं। कुछ लोग कहते हैं कि एंटीपर्सपिरेंट हानिकारक हैं। कई अन्य कहते हैं कि वे कैंसर का कारण नहीं हैं। अमेरिकन कैंसर सोसायटी के टेड एस गन्सलर ने वेबएमडी को बताया है कि इस बात के कोई पुख्ता सबूत नहीं हैं कि डियोड्रेंट और एंटीपर्सपिरेंट के इस्तेमाल से कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए इस मिथक पर अभी भरोसा न करें। 

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मिथक 2: एंटीपर्सपिरेंट से कैंसर सेल्स को बढ़ावा मिलता है

पैराबिन्सा का उपयोग सौंदर्य उत्पादों, खाद्य पदार्थों और प्रसाधनों में दशकों से एक प्रिजरवेटिव के रूप में किया जाता रहा है। लेकिन हाल ही में, उनकी सुरक्षा के बारे में चिंताएं सुर्खियों में रही हैं।

तथ्य: जबकि पैराबिन्स स्तन ट्यूमर से बिलकुल अलग पाए गए हैं। वहीं इस बात का कोई सबूत नहीं है कि पैराबिन्स कैंसर का कारण बनते हैं। लेकिन, इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि वर्तमान में बाजार पर मौजूद लगभग सभी एंटीपर्सपिरेंट्स पैराबेन-फ्री हैं। इसलिए अब इसकी चिंता करना बंद कर दें। क्योंकि डियोड्रेंट और एंटीपर्सपिरेंट में ऐसे कोई भी हानिकारक तथ्या नहीं होते हैं।

मिथक 3 : डियोड्रेंट और एंटीपर्सपिरेंट शरीर के गुड बैक्टीरिया को मार देते हैं

आपका व्यक्तिगत माइक्रोबियल इकोसिस्टम आपको स्वस्थ रखने का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। कुछ लोगों को डर है कि दुर्गन्ध जैसे प्रसाधन इकोसिस्टम के संतुलन को बिगाड़ देंगे और हमें बीमार कर देंगे। ऐसा ही कुछ डियोड्रेंट और एंटीपर्सपिरेंट के बारे में भी कहा गया है, जो पूरी तरह से गलत है।

तथ्य: डियोड्रेंट और एंटीपर्सपिरेंट आपके शरीर के जीवाणुओं को प्रभावित करते हैं। लेकिन इसका कोई प्रमाण नहीं है कि इससे शरीर को कोई समस्या है। इससे शरीर के गुड बैक्टीरिया को कोई नुकसान नहीं पहुंचता है। वहीं इसके उल्ट इससे शरीर में दुर्गंध पैदा करने वाले पसीने के बैक्टीरिया मारे जाते हैं।

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मिथक 4 : डियोड्रेंट और एंटीपर्सपिरेंट से अल्जाइमर होता है

पचास साल पहले, वैज्ञानिकों ने एल्यूमीनियम और अल्जाइमर रोग के बीच एक संभावित लिंक के बारे में कुछ प्रश्न किए थे। जिसके बाद बड़ी तेजी से लोगोंने इस पर भरोसा किया और एल्यूमीनियम पन्नी के साथ खाना पकाने, एल्यूमीनियम के बर्तन और धूपदान का उपयोग करने और एंटीपर्सपिरेंट में अपनी त्वचा पर एल्यूमीनियम कणों को लागू करने के बारे में चिंता करने लगे। पर इसके पीछे का तथ्या कुछ और है।

तथ्य: बाद के प्रयोगों के निर्णयों से कोई निर्णायक सबूत नहीं मिला है कि एंटीपर्सपिरेंट का उपयोग करने से अल्जाइमर हो सकता है। जैसा कि हमने पहले ही चर्चा की है, एल्यूमीनियम के कणों का हाई होना खतरनाक हो सकता है लेकिन इतना नहीं कि आपको अल्जाइमर हो जाए। हालांकि वैज्ञानिकों ने आज भी इस भूमिका पर बहस जारी रखी है कि अल्जाइमर पैदा करने में एलुमिनियम की भूमिका हो सकती है या नहीं भी हो सकती है। वहीं इस पर अल्जाइमर एसोसिएशन का कहना है कि लगभग सभी वैज्ञानिक आज अल्जाइमर पर शोध कर रहे हैं और इस तथ्य का पता लगा रहे हैं कि आखिरकार अल्जाइमर एल्यूमीनियम से किस तरह से जुड़ा हुआ है। 

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