Category : Awareness Warriors
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कौन : बी. गौथमक्या : कोरोनावायरस के आकार का हेलमेट बनाया, जिसे ट्रैफिक पुलिस द्वारा इस्तेमाल किया गया था।
क्यों : लोगों को घर में रहने और कोविड के प्रति जागरूक रहने के लिए अनूठा तरीका अपनाया।
लोगों को जागरूक करने के लिए जब कोई अभियान पूरी शिद्दत और नई सोच के साथ चलाया जाता है, तो कामयाबी जरूर मिलती है। जैस चेन्नई के रहने वाले आर्टिस्ट बी. गौथम को मिली। दरअसल आर्टिस्ट बी. गौथम ने लॉकडाउन के दौरान एक ऐसा हेलमेट बनाया जो वायरस की तरह दिखता है। कोरोना वायरस के खिलाफ जागरूकता फैलाने के लिए उनकी यह कलाकारी लोगों को काफी पसंद आई। लोगों ने उनके इस आइडिया को सोशल मीडिया पर काफी सराहा। नए इनोवेशन के साथ लोगों को जागरूक करने का यह तरीका बी. गौथम को OMH Healthcare Heroes Award तक लेकर आया है। उन्हें अवेयरनेस वॉरियर - बेस्ट आउट ऑफ दी बॉक्स आइडिया के लिए नॉमिनेट किया गया है।
लॉकडाउन के दौरान शासन-प्रशासन के सामने सबसे बड़ी चुनौती थी, लोगों को कोरोना वायरस के बारे जागरूक करना और घर में सुरक्षित रहने के लिए प्रेरित करना। लोगों के लिए यह परिस्थिति नई थी, इसलिए उनके लिए घर पर बैठाना असहज जैसा था। पुलिस अलग-अलग तरीके इजाद कर रही थी, जिससे की लोग कोरोना वायरस को समझे और घर से बाहर न निकलें। लोगों को जागरूक करने की इसी सोच के साथ चेन्नई में विल्लीक्कम के आर्टिस्ट बी. गौथम ने एक ऐसा हेलमेट बनाया जो बहुत ही अनोखा है और वायरस की तरह दिखता है। उन्होंने इसे बनाने के लिए खराब पड़ी सामग्रयियों का इस्तेमाल किया जैसे - पुराने न्यूज पेयर, टूटी हुई प्लाईवुड और प्लास्टिक के बक्से।
28 साल के बी. गौथम की ये अनोखी रचना विल्लीक्कम की स्थानीय पुलिस को काफी पसंद आई। पुलिसकर्मियों ने इसका इस्तेमाल लोगों को जागरूक करने के लिए किया, ताकि लोग घर में रह सकें। तब दुकानों, बाजारों और चौराहों पर पुलिस यह हेलमेट पहनी हुई दिखाई देती थी। बी. गौथम कहते हैं कि इस हेलमेट को लाने का मकसद लोगों को डराना या मनोरंजन करना नहीं है, बल्कि उन्हें कोरोना के खिलाफ शिक्षित और जागरूक करना है।
इन कलाकृतियों को बनाने में 5 सहायकों की समर्पित टीम बी. गौथम की मदद करती है। टीम न केवल कलाकृतियों को बनाती थी, बल्कि लोगों में जागरूकता अभियान भी चलाती है। कोरोना वायरस के खिलाफ लोगों को जागरूक करने के लिए बी. गौथम और उनकी टीम ने बिजूका बनाए, जो कोरोना वायरस की तरह दिखता है। इसके बाद चेन्नई में विभिन्न ट्रैफिक चौराहों पर ऐसे चालीस बिजूका लगाए गए। उन्होंने कोरोन वायरस की थीम पर आधारित थ्री-व्हीलर ऑटो भी बनाए। सात महीने हो चुके हैं और गौतम की महामारी के खिलाफ लड़ाई आज भी जारी है।
बी. गौथम का यह सृजन सोशल मीडिया के जरिए चेन्नई के साथ-साथ देश के बाकी हिस्सों में वायरल होने लगा। पुलिस लोगों को कोरोना के खिलाफ जागरूक करने के लिए यह तरीका अपनाने लगी। स्वयं बी. गौथम हैरान थे कि वैश्विक महामारी में लोग उनके सृजन की तारीफ कर रहे हैं। वैसे आपको बता दें कि बी. गौथम पर्यावरण प्रेमी है। वह अपनी कला के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता अभियान चलाते रहते हैं। उन्हें यह जानकर दुख होता है कि लोग अपनी आदतों से कैसे पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
कोरोना वायरस को रोकने के लिए सबसे जरूरी चीज है स्वच्छता और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करना। यह बात लोगों के दिलों दिमाग में घर कर जाए, इसके लिए तरह-तरह तरीके अपनाए जा रहे हैं। बी. गौथम का यह हेलमेट वाला तरीका काफी अनोखा है और इसके लिए उन्हें लोगों से काफी तारीफें भी मिली।
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