आज हमारी लाइफस्टाइल इतनी बदल गई है कि हम बीमारियों की चपेट में बहुत जल्द आ जाते हैं। इन्हीं में से एक बीमारी हार्ट अटैक की है। जी हां, हमारी खराब जीवनशैली हमें दिल का मरीज बना रही है। जिससे अधिकतर लोग अपनी जान गंवा रहे हैं। दुनियाभर में सबसे अधिक मौतें हार्ट अटैक के कारण हो रही हैं। इसलिए इससे सतर्क रहना बेहद जरूरी है। आपकी जरा सी लापरवाही से आपको नुकसान हो सकता है। लेकिन आप घबराइये नहीं क्योंकि '80' का फार्मूला अपनाकर आप हार्ट अटैक को टाल सकते हैं। आइए जानें क्या है यह अद्भुत फॉर्मूला।
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दिल के लिए अनोखा 80 का फॉर्मूला
- दिल को दुरुस्त रखने के लिए लो ब्लड प्रेशर, बुरे कोलेस्ट्रॉल का स्तर, आराम की स्थिति में धड़कन, खाली पेट शुगर अैर कमर का घेरा सभी 80 से कम रखें। 2007 यूनाइटेड प्रिवेंटिव सर्विसेज टास्क फोर्स (USPSTF) के दिशानिर्देशों के मुताबिक जिन लोगों का लोवर ब्लड प्रेशर 80 से कम हो उन्हें हर दो साल पर स्क्रीनिंग करानी चाहिए और जिन लोगों का लोवर ब्लड प्रेशर 80 से 89 के बीच हो तो उन्हें हर साल स्क्रीनिंग कराना चाहिए।
- किडनी और फेफड़ों की कार्य प्रणाली को 80 प्रतिशत तक बनाये रखें।
- हार्ट अटैक से बचने के लिए साल में 80 दिन अनाज के सेवन से बचें यानी 80 दिन का उपवास रखें।
- कम कैलोरी खाने से हार्ट अटैक के खतरे मे कमी देखी गई है। औसतन एक ग्राम खाने मे 6 कैलोरी होती है। एक बार में किसी को भी 80 ग्राम से ज्यादा खाना नहीं खाना चाहिए। यानी हर आहार में 80 ग्राम से ज्यादा कैलोरी न लें। उच्च फाइबर, कम सैचुरेटेड फैट्स, कम रिफाइंड कार्बोहाइडेट्स और कम नमक वाला आहार लें।
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- कार्डियोवस्क्युलर ट्रेनिंग एक्सरसाइज जिसमें 80 कदम प्रति मिनट चलना शामिल है। इसलिए नियमित रूप से एक्सरसाइज को अपनी दिनचर्या में शामिल करें और दिन में कम से कम 80 कदम हर रोज सैर करें।
- दिन में प्राणायाम के 80 चक्र करें और आराम करने, ध्यान लगाने और दूसरों की मदद करते हुए खुद के साथ दिन में 80 मिनट जरूर बिताएं। अथवा रोज 80 बार ॐ का जाप करें
- धूम्रपान न करें क्योंकि धूम्रपान छोड़ने से दिल के दौरे और स्ट्रोक दोनों का खतरा कम हो सकता है। धूम्रपान छोड़ने के एक साल के अंदर दिल के दौरे और मौत का खतरा आधा रह जाता है। अगर ऐसा नहीं कर सकते तो फिर इलाज के लिए 80,000 रुपये खर्च करने के लिए तैयार रहें।
- जो लोग शराब का सेवन करते हैं और छोड़ना नहीं चाहते, वे प्रतिदिन 80 एमएल से ज्यादा शराब न पीएं, महिलाएं पुरुषों के मुकाबले 50 प्रतिशत कम सेवन करें और एक हफ्ते में 80 ग्राम से ज्यादा न लें।
- अगर बचाव के लिए आपको एस्प्रिन लेने की सलाह दी गई हो तो ध्यान रहें कि 80 एमजी की ही डोज लें और डॉक्टर के कहने पर ही 80 एमजी एटोरवॉस्टाटिन का प्रयोग करें।
इस 80 के फार्मूले को अपनाकर आप अपने दिल को लंबे समय तक दुरुस्त रख सकते हैं।
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