खेसारी दाल (Khesari dal) को साल 1961 में इसलिए बैन कर दिया क्योंकि इससे व्यक्ति लैथरिज्म (न्यूरोलॉजिकल डिसॉर्डर) से ग्रस्त हो सकता है। जब ये समस्या पैदा होती है तो व्यक्ति के पैरों में अपंगता के लक्षण दिखने शुरू हो जाते हैं। लेकिन बाद में इंडियन काउंसिल ऑफ एग्रीकल्चर रिसर्च की ओर से सूचना दी गई कि फूड सेफ्टी एंड स्टैंड अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानी एफएसएसएआई इस दाल पर लगा बैन हटा रहे हैं। बता दें कि अरहर दाल की तरह दिखने वाली ये दाल तासीर में ठंडी होती है। इस दाल के सेवन से भूख बढ़ना, हड्डियों को बल, थकान को दूर करना, सूजन से बचाव, बवासीर आदि समस्याएं दूर हो सकती हैं। आज का हमारा लेख इसी विषय पर है। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि खेसारी के सेवन से सेहत को क्या-क्या फायदे होते हैं साथ ही इसके नुकसान के बारे में भी जानेंगे। इसके लिए हमने आयुर्वेद संजीवनी हर्बल क्लिनिक शकरपुर, लक्ष्मी नगर के आयुर्वेदाचार्य डॉ एम मुफिक (Ayurvedacharya Dr. M Mufik) से भी बात की है। पढ़ते हैं आगे...
1 - गांठ से दिलाए छुटकारा
खेसारी के बीज गांठ को दूर करने में बेहद उपयोगी हैं। अगर आपके हाथ या पैरों में कोई गांठ है तो आप खेसारी के बीज का उपयोग इस समस्या को दूर करने में कर सकते हैं। ऐसे में आप बीजों को पीसें और पीसने के बाद उसे पोठली में भरें और गांठ पर रखें। ऐसा करने से कुछ समय बाद पैरों की गांठ से छुटकारा मिल जाएगा।
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2 - आंख के दर्द को करे दूर
- वर्क फ्रॉम होम के दौरान अकसर आपने देखा होगा कि लोगों की आंखों में जलन या उन्हें दर्द की समस्या होती है।
- ऐसे में खेसारी के पत्तों को उबालें और उसका सेवन करें।
- ऐसा करने से आंख लाल, आंख में दर्द, रतौंधी आदि समस्याएं दूर हो जाएगी।
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3 - हड्डी की कमजोरी होती है
- बता दें कि हड्डियों की कमजोरी को दूर करने के लिए खेसारी की दाल बेहद उपयोगी है।
- इसके अलावा आप ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या को दूर करने के लिए भी आप अपनी डाइट में इश दाल को जोड़ सकते हैं।
4 - पेट के लिए उपयोगी
अकसर जो लोग बाहर के खाने का सेवन करते हैं या असंतुलित खानपान लेते हैं उनमें पेट में एसिड बनने की समस्या देखी जाती है। ऐसे में खेसारी दाल न केवल पेट की समस्या को दूर करने में उपयोगी है। बल्कि यह पेट में एसिड को बनने नहीं देती है। साथ ही इसके सेवन से पेट को ठंडा रखा जा सकता है। इसके अलावा पेप्टिक अल्सर को दूर करने में भी खेसारी दाल बेहद उपयोगी है।
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5 - ड्राई स्किन की समस्या को करे दूर
प्रदूषण के कारण या यूवी किरणों के चलते अकसर चेहरे की प्राकृतिक चमक खो जाती है और त्वचा बेजान और रूखी हो जाती है। ऐसे में इस समस्या को दूर करने में खेसारी आपके काम आ सकता है। इसके प्रयोग को लिए सबसे पहले दाल का चूर्ण बनाएं और पानी मिलाकर एक पेस्ट तैयार करें। अब इसे प्रभावित स्थान पर लगाएं। ऐसा करने से समस्या दूर होगी।
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खेसारी दाल के नुकसान
1 - खेसारी लाल का अधिक मात्रा में सेवन करने से सेहत को नुकसान हो सकता है। ऐसे में खेसारी लाल का अपनी डाइट में जोड़ने से पहले डॉक्टर की सलाह लें और उनसे सीमित मात्रा की जानकारी लें।
2 - गर्भवती महिलाएं या स्तनपान कराने वाली महिला अपनी डाइट में खेसारी दाल को जोड़ने से पहले एक बार एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।
3 - यूरीक एसिड के ग्रस्त लोग इसका सेवन न करें।
4 - जो लोग कब्ज की समस्या के शिकार हैं वे भी खेसारी दाल का सेवन न करें।
5 - जिन लोगों को पेट की समस्या है वे भी खेसारी दाल का सेवन न करें।
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नोट - ऊपर बताए बिंदुओं से पता चलता है कि खेसारी दाल को अपनी डाइट में जोड़ना सही विकल्प है। लेकिन इसे अपनी डाइट में जोड़ने से पहले एक बार एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें। इसकी अधिकता सेहत के लिए नुकसानदेह हो सकती है। बालकों की डाइट में खेसारी दाल को जोड़ने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें। अगर आप किसी स्पेशल डाइट को फॉलो कर रहे हैं या किसी गंभीर बीमारी से ग्रस्त हैं तब भी अपनी डाइट में खेसारी दाल को जोड़ने से पहले एक बार एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।
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