आजकल हृदय रोगों की संख्या अगर बढ़ रही है तो इसके पीछे अनहेल्दी लाइस्टाइल ज्यादा जिम्मेदार है। तो वहीं, युवाओं में धूम्रपान की लत हार्ट अटैक की समस्या को बढ़ावा दे रही है। धमनियों में थक्के जमने की वजह से हार्ट अटैक होता है। धमनियों (Arteries) में जब यह थक्के जमते हैं तब वाहिकाओं का रास्ता संकुचित हो जाता है, और रक्त का प्रवाह बाधित होता है। ऐसे में थक्के फटते हैं और हार्ट अटैक होता है। धमनियों में थक्के कई वजहों से जमते हैं। लेकिन इन थक्कों को साफ भी किया जा सकता है। इसके बारे में नमामी लाइफ की न्यूट्रीशनिस्ट डॉ. शैली तोमर का कहना है कि अगर सही खानपान किया जाए तो इस परेशानी से बचा जा सकता है। इसके लिए उन्होंने कई तरह के जूस बताए हैं, जिनसे वाहिकाओं को साफ किया जा सकता है और शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर किया जा सकता है। साथ ही हार्ट से संबधित बीमारियों से बचा जा सकता है। तो आइए डॉक्टर से जानते हैं कि वे कौन से जूस हैं जो रक्त वाहिकाओं को साफ कर सकते हैं।
1. चुकंदर और गाजर का जूस
न्यूट्रीशनिस्ट डॉ. शैली तोमर का कहना है कि चुकंदर और गाजर का जूस पीने से धमनियां साफ होती हैं। वे बताती हैं कि चुकंदर में नाइट्रेट्स होते हैं जो शरीर में जाने के बाद निट्रिक ऑक्साइड में बदल जाते हैं। निट्रिक ऑक्साइज धमनियां को खोलता है और उन्हें लचीला बनाता है। जिससे रक्त का प्रवाह (blood flow) लचीला होता है। डॉ. बताती हैं कि यह एक आसान उपाय है ब्लड वेसेल को खोलने का।
डॉक्टर का कहना है कि चुकंदर ब्लड प्रेशर को कम करने में भी मदद करता है। ब्लड प्रेशर कम होने से हार्ट फेल्योर जैसी समस्या से बचा जा सकता है।
गाजर में नाइट्रेट होता है जो ब्लड फ्लो को बेहतर करता है। साथ ही गाजर में पोटैशियम होता है जो ब्लड प्रेशर को कम करता है। डॉक्टर ने बताया कि गाजर में बेटा कैरोटीन ( Beta carotene) होता है जो ब्लड वेसेल को साफ करता है। जिससे दिल की बीमारी के खतरे को रोका जा सकता है।
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2. अदरक, लहसुन और नींबू का जूस
हम सभी किचन में पाए जाने अदरक, लहसुन और नींबू आपको हार्ट अटैक से बचा सकते हैं। हार्ट अटैक एक गंभीर बीमारी है, जिसमें इंसान की जान भी जा सकती है। लेकिन अदरक, लहसुन और नींबू का जूस पीकर हार्ट अटैक का कारण बनीं जमी हुईं धमनियां को साफ किया जा सकता है। इसको लेकर डॉ. शैली तोमर का कहना है कि एक लहसुन की गंठी को ग्रेट कर लें उसमें एक चुटकी अदरक की मिला दें और एक नींबू निचोड़ दें। इन तीनों को एक साथ गुनगुने पानी में उबालें और थोड़ा ठंडा करके पी लें।
न्यूट्रीशनिस्ट डॉ. शैली तोमर का कहना है कि लहसुन नेचुरल ब्लड थिनर की तरह काम करता है। यह एक दवा के रूप में प्रयोग में लाया जा सकता है। इस जूस को पीने से कोलेस्ट्रोल कम होता है और ब्लड वेसेल में जमा प्लाक कम होता है। लहसुन में पोलीसल्फाइड कंपाउंड्स होते हैं जो ब्लड वेसेल को लचीला बनाने में मदद करते हैं।
डॉक्टर कहती हैं कि जिन लोगों को हार्ट डिजीज का खतरा रहता है उनका खून गाढ़ा हो जाता है कोलेस्ट्रोल के प्रेजेंस की वजह से लहसुन खून को पतला रखता है और ब्लड फ्लो को मेंटेन रखता है। अदरक धमनियों की वॉल्स को मजबूत रखने में मदद करता है। अदरक में जिंजरोल नाम का एक एंटी-इंफ्लामेटरी कंपाउंड पाया जाता है जो कोलेस्ट्रोल को कम करता है। और ब्लड सर्कुलेशन को इंप्रूव करता है।
नींबू के बारे में डॉ. शैली कहती हैं कि नींबू में विटामिन सी के साथ-साथ फ्लेवनोइड्स नाम के कुछ तत्त्व होते हैं जोकि ब्लड वेसेल को साफ रखते हैं। और ब्लड सर्कुलेशन को ठीक करते हैं।
3. खीरा, पुदीना और सेलेरी का जूस (Cucumber+Mint+ Celery juice)
न्यूट्रीशनिस्ट डॉ. शैली तोमर का कहना है कि खीरा सोलेबल फाइबर से युक्त होते हैं जो धमनियां को साफ करने में मदद करते हैं। ये कोलेस्ट्रोल और प्लाक को साफ करते हैं। खीरा में पोलीफेनोल्स होते हैं जिन्हें लिगन्नांस कहा जाात है वे ब्लड वेसेल को साफ करते हैं और ब्लड फ्लो को ठीक करते हैं।
फ्रेश पुदीने की पत्तियां ब्लड वेसल्स को सिकुड़ने से बचाते हैं और ब्लड फ्लो को इंप्रूव करती हैं। पुदीना हाई ब्लड प्रेशर को भी कम करता है। जिस वजह से हार्ट फेल्योर का खतरा कम होता है।
सेलेर में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं। इसमें विटामिन ए, विटामिन के आदि होते हैं जो खराब कोलेस्ट्रोल को धमनियां में से रिड्यूस करते हैं। जिससे हार्ट डिजीज का खतरा कम होता है।
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4. खट्टे जूस
खट्टे जूस पीने से शरीर में विटामिन सी की मात्रा ठीक होती है। खट्टे फलों में जैसे संतरा, नींबू, अंगूर आदि के जूस में एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं। जो इंफ्लामेशन को कम करते हैं और ब्लड क्लॉट को खोलते हैं। साथ ही हार्ट डिजीज से बचाते हैं। इसलिए दिन में खट्टे जूस का सेवन करने सेहत के लिए फायदेमंद है। विटामिन सी इम्युनिटी बूस्ट करने में भी मदद करता है। अगर आपकी हार्ट वेसेल बंद हैं, तो एक बार अपनी पूरी जांच करवाएं। फिर डाइट पर ध्यान दें।
5. ब्रोकली, पालक और गोभी का जूस
ब्रोकली, पालक और गोभी में कैरोटेनोइड्स होते हैं, जो हार्ट को बूस्ट करते हैं। साथ ही शरीर से हानिकारक पदार्थों को साफ करते हैं। इन फलों में अच्छी मात्रा में विटामिन्स होते हैं। साथ ही फाइबर की मात्रा भी अच्छी होती है। इनके जूस को पीने से हार्ट की सेहत ठीक रहती है। शरीर में ब्लड सर्कुलेन ठीक रहता है।
सावधानी
डॉक्टर शैली तोमर का कहना है कि जूस को पूरी तरह से छाने नहीं। जूस में फाइबर की कुछ मात्रा रहने दें। क्योंकि फाइबरयुक्त जूस से धमनियों की सफाई होती है। फाइबर कोलेस्ट्रोल को वेसेल में जमने से रोकता है। ब्लड वेसेल में क्लॉट बनने से रोकने के हेल्दी लाइफस्टाइल को अपनाना भी जरूरी है। पर ध्यान रहे कि इन सभी जूस का सेवन करने से पहले अपने डायटीशियन से सलाह ले लें। इनका सावधानीपूर्वक प्रयोग करें।
चुकंदर, गाजर, नींबू आदि में ऐसे एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो ब्लड वेसेल को साफ करने में मदद करते हैं और ब्लड सर्कुलेशन को इंप्रूव करते हैं। इससे हार्ट से संबंधी बीमारियों को खतरा कम होता है।
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