जॉब का प्रेशर हार्ट अटैक के खतरे को 25 प्रतिशत तक बढ़ा सकता है। लंदन में हुए एक अध्ययन के मुताबिक, जो लोग कम दबाव में काम करते हैं, उनकी तुलना में अधिक दबाव में काम करने वालों में दिल के दौरे का खतरा अधिक होता है। यह नतीजा करीब दो लाख कर्मचारियों के आकलन के आधार पर निकाला गया।
शोध का नेतृत्व करने वाले यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन में प्रोफेसर मिका किविमाकी ने कहा, "हमारी खोज से मालूम होता है कि नौकरी का दबाव दिल का दौरा पड़ने के खतरे से सम्बद्ध है।"
यह अध्ययन नतीजा ब्रिटेन, बेल्जियम, डेनमार्क, फिनलैंड, फ्रांस, नीदरलैंड्स तथा स्वीडन में वर्ष 1985 से 2006 के बीच 13 अलग-अलग अध्ययनों पर आधारित है।
समाचार पत्र 'डेली मेल' के अनुसार, इसमें भाग लेने वाले सभी महिला-पुरुषों से उनके काम, काम के दबाव, निर्धारित समय में काम करने तथा निर्णय लेने की स्वतंत्रता पर सवाल पूछे गए। इनमें से किसी को भी सूचना मुहैया कराने से पहले दिल का दौरा नहीं पड़ा था।
शोधकर्ताओं ने औसतन 7.5 साल बीत जाने पर हृदय रोग के 2,356 मामले पाए। किविमाकी ने कहा कि नौकरी का दबाव कामकाजी लोगों में हृदयरोग का प्रमुख कारण हो सकता है।
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