डैंड्रफ की समस्या से अक्सर लोग लंबे समय तक परेशान रहते हैं। कुछ लोगों को रह-रहकर यह समस्या होती है। दरअसल, डैंड्रफ का असली कारण है बालों में नमी और पसीने के साथ गंदगी का जमा हो जाना। इसके अलावा जब स्कैल्प में ब्लड सर्कुलेशन की कमी रहती है तब भी डैंड्रफ की समस्या आपको परेशान कर सकती है। ऐसे में जरूरी है कि आप अपने बालों में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ावा देने वाली चीजों का इस्तेमाल करें। इसके अलावा उन चीजों को लगाएं जो कि बालों में इंफेक्शन को कम करने के साथ स्कैल्प को साफ करने में मदद करे और हेयर पोर्स को हेल्दी रखे। ऐसे में जटामांसी का इस्तेमाल (jatamansi oil for dandruff) आपके लिए व्यापक तरीके से मददगार हो सकता है। कैसे, आइए जानते हैं इस बारे में विस्तार से। फिर जानेंगे जटामांसी का तेल कैसे बनाएं और क्या है इसका तरीका। पर सबसे पहले Dr. Purva Balkrishna Amin, BAMS, MD (Scholar) से जानते हैं क्या है जटामांसी?
क्या है जटामांसी?
जटामांसी, पहाड़ों में मिलने वाली वाली एक कीमती जड़ीबूटी है। यह लंबी और चपटी पत्तियों वाला पौधा है जिसकी जड़ें काफी मोटी होती हैं। इसके अलावा इसमें गुलाबी रंग के फूल लग होते हैं। माना जाता है कि इसी मोटी जड़ों में कुछ ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो कि मस्तिष्क की शक्ति बढ़ा सकते हैं। उसके अलावा इसमें एंटी बैक्टीरियल, एंटी फंगल और एंग्जायटी कम करने वाले खास गुण होते हैं। इसे शरीर के लिए टॉनिक की तरह देखा जाता है जिसका इस्तेमाल नींद की समस्या को कम करने के साथ मन को शांत करने में मदद कर सकता है। जटामांसी बालों और स्किन के लिए भी बहुत फायदेमंद है। इसका एंटीबैक्टीरियल गुण डर्मेटाइटिस और सोरायसिस की समस्या को कम करने में मदद कर सकता है। इसके अलावा इसमें कई ऐसे गुण है जिस वजह से इसे डैंड्रफ के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
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डैंड्रफ की समस्या में कैसे कारगर है जटामांसी?
जटामांसी का इस्तेमाल बालों की ग्रोथ को बढ़ावा देने के साथ डैंड्रफ की समस्या को कम करने में मदद कर सकता है। इसमें शक्तिशाली जीवाणुरोधी यानी कि एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो कि स्कैल्प इंफेक्शन को कम करने में मदद कर सकता है। इसके अलावा जटामांसी में एंटी डैंड्रफ गुण भी होता है जो कि स्कैल्प को साफ करने और बार-बार होने वाले डैंड्रफ को कम करने में मदद कर सकता है।
जटामांसी का तेल कैसे बनाएं?
जटामांसी का तेल बनाने के लिए पहले नारियल तेल लें और इसमें जटामांसी को डालकर अच्छी तरह से खौला लें। फिर इस तेल को थोड़ा ठंडा होने दें और इसमें थोड़ा सा अरंडी का तेल मिला लें। इसके बाद इस तेल से अपने स्कैल्प में मसाज करें। इससे आपके बालों में डैंड्रफ की समस्या नहीं होगी और बालों की ग्रोथ भी अच्छी रहेगी।
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जटामांसी का तेल लगाने के फायदे
जटामांसी का तेल बालों के विकास को बढ़ावा देने और बालों का झड़ना रोकने में मदद करता है। यह तेल बालों के रोमछिद्रों में गहराई तक पहुंचकर बालों की जड़ों मजबूत बनाता है। इसके अलावा इस तेल के इस्तेमाल से बालों को घना बनाने में मदद मिलती है। यह रूसी को नियंत्रित करने में भी मदद करता है। इसके अलावा, जटामांसी के तेल के नियमित उपयोग से बालों का समय से पहले सफेद होना भी रुक सकता है। इतना ही नहीं, लंबे समय तक इसका इस्तेमाल बालों की बनावट को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है जिससे बाल सिल्की और शाइनी नजर आ सकते हैं।
तो इन टिप्स को अपनाएं और अपने बालों के लिए जटामांसी का इस्तेमाल करके देखें। बालों के अलावा आप इस तेल को सिर दर्द और जोड़ों के दर्द में इस्तेमाल कर सकते हैं।
FAQ
पाउडर से जटामांसी तेल कैसे बनाएं?
पाउडर से जटामांसी तेल बनाने के लिए आपको करना यह है कि जटामांसी को कूटकर इसका पाउडर बना लें और फिर इसे नारियल तेल में मिलाकर रख दें। इसके बाद इसे बालों के लिए इस्तेमाल करें।क्या जटामांसी बाल दोबारा उगा सकती है?
जटामांसी, बालों को दोबारा उगा सकती है क्योंकि यह ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ावा देने में मददगार है। इसके अलावा नियमित मालिश बालों को पोषण पहुंचाने और फिर इसकी बनावट को बेहतर बनाने में मददगार है।नये बाल उगाने के लिए क्या खाएं?
नए बाल उगाने के लिए आपको हाई प्रोटीन डाइट का सेवन करना चाहिए जो कि बालों को पोषण देने के साथ बालों की ग्रोथ बढ़ाने में मददगार है। इसके लिए मूंग दाल का सेवन करें, मेथी दाने खाएं और दूध का सेवन करें।