डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है, जिसका कोई इलाज नहीं है। लेकिन, सही डाइट और लाइफस्टाइल की मदद से इसे कंट्रोल में रखा जा सकता है। हालांकि, आज के समय में फास्ट फूड्स और मार्केट में हेल्दी, शुगर फ्री आदि नामों से बिकने वाले ऐसे कई खाद्य पदार्थ हैं, जिन्हें आप स्वस्थ समझकर अपनी डाइट में तो शामिल करते हैं, लेकिन अनजाने में ये आपके शरीर के शुगर लेवल के बढ़ने का कारण बन सकते हैं। इसलिए, डायबिटीज जैसी बीमारी को कंट्रोल में रखने के लिए जरूरी है कि आप अपने खानपान का सही चुनाव करें। हमारे आसपास ऐसे कई खाद्य पदार्थ हैं, जिनका सेवन न सिर्फ संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है, बल्कि वे शरीर में ब्लड शुगर लेवल को कम करके डायबिटीज को कंट्रोल रखने में मदद कर सकते हैं। इन्हीं फूड्स में जामुन भी शामिल है। तो आइए डाइटिशियन मनोली मेहता से जानते हैं डायबिटीज में जामुन का जूस पीने के क्या फायदे (jamun juice benefits for sugar patients) हैं?
डायबिटीज में जामुन जूस पीने के फायदे
डायबिटीज के मरीजों के लिए जामुन का जूस काफी फायदेमंद ( sugar kam karne ke liye kya pina chahie) माना जाता है। इस जूस को पीने से ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रखने और इसके अन्य लक्षणों को कम करने में मदद मिलती है।
1. लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स - Low Glycemic Index
जामुन में ग्लाइसेमिक इंडेक्स काफी कम होता है, जिसके कारण डायबिटीज के मरीजों के लिए इस जूस को पीना फायदेमंद माना जाता है। जामुन का जूस पीने से शरीर में ब्लड शुगर लेवल तेजी से नहीं बढ़ता है। इसलिए, यह डायबिटीज के मरीजों के लिए खासतौर पर फायदेमंद होता है, क्योंकि यह शुगर लेवल को मैनेज करने में मदद करता है।
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2. एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर - Antioxidant Properties
जामुन में पॉलिफेनोल्स, फ्लावोनॉइड्स और एंथोसायनिन जैसे एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो शरीर में होने वाले ऑक्सीडेटिव तनाव और सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं। डायबिटीज के मरीजों में अक्सर सूजन और फ्री रेडिकल्स का स्तर बहुत ज्यादा बढ़ जाता है, जिससे सेल्स को नुकसान पहुंच सकता है। जामुन के जूस का नियमित सेवन डायबिटीज के दौरान होने वाली इन समस्याओं से बचाने (diabetes mein jamun ke fayde) और इम्यूनिटी को मजबूत करने में मदद करता है।
3. इंसुलिन सेंसिटिविटी में सुधार - Improved Insulin Sensitivity
जामुन में पाए जाने वाले बायोएक्टिव कंपाउंड्स इंसुलिन सेंसिटिविटी को बेहतर बनाते हैं, जिससे ब्लड में मौजूद ग्लूकोज को आसानी से इस्तेमाल किया जा सकता है, और इससे ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल (natural drinks to lower blood sugar) में रहता है।
4. ग्लूकोज मेटाबॉलिज्म को कंट्रोल करें - Regulation of Glucose Metabolism
जामुन में ऐसे नेचुरल तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर के ग्लूकोज मेटाबॉलिज्म को कंट्रोल करने में मदद करते हैं। यह प्रक्रिया शरीर में ग्लूकोज के टूटने और इस्तेमाल करने की दर को कंट्रोल करती है। यदि यह प्रक्रिया सही तरीके से काम करे तो शरीर में ब्लड शुगर का स्तर संतुलित रहता है। जामुन के जूस में मौजूद गुणों की मदद से इस प्रक्रिया को सही बनाए रखने में मदद मिल सकती है।
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5. दिल की सेहत के लिए फायदेमंद - Cardiovascular Health
डायबिटीज के मरीजों में दिल से जुड़ी बीमारी का खतरा आम लोगों की तुलना में ज्यादा होता है। जामुन के जू में ऐसे एंटीऑक्सीडेंट्स और एंथोसायनिन पाए जाते हैं, जो आपके दिल के स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने में मदद करते हैं। ये ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करते हैं, कोलेस्ट्रॉल लेवल में सुधार करते हैं और शरीर के ब्लड फ्लो को बेहतर बनाते हैं। इसलिए, जामुन का जूस पीने से न सिर्फ डायबिटीज कंट्रोल करने में मदद मिलती है, बल्कि इसके कारण दिल पर होने वाले जोखिम को कम करना भी आसान हो जाता है।
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जामुन का जूस कैसे बनाएं?
जामुन का जूस बनाने के लिए सबसे पहले 10 से 12 जामुन लेकर अच्छी तरह धो लें और इनके बीज निकालकर अलग कर लें। इसके बाद एक मिक्सर जार में कटे हुए जामुन, 8 से 10 पुदीना की पत्तियां, स्वादनुसार लाल नमक, आधा नींबू का रस और 1 चम्मच शहद डालकर सभी सामग्रियों को अच्छी तरह ब्लेंड कर लें। इसके बाद एक गिलास में बर्फ के टुकड़े डालकर या ठंडे 1 गिलास ठंडे पानी में इस मिश्रण को मिलाएं (jamun juice recipe in hindi) और सुबह खाली पेट इस जूस का सेवन करें।
निष्कर्ष
जामुन का जूस एक नेचुरल, स्वादिष्ट और हेल्दी ड्रिंक है, जो न सिर्फ डायबिटीज को कंट्रोल करने में फायदेमंद होता है, बल्कि ये आपके संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए लाभकारी माना जाता है। इस जूस का नियमित सेवन आपके शरीर में ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल कर सकता है, बल्कि इम्यूनिटी को बढ़ाकर शरीर को कई बीमारियों से दूर रखने में मदद कर सकता है। लेकिन, ब्लड शुगर कंट्रोल करने के लिए इस जूस को पीने के साथ, हेल्दी डाइट और लाइफस्टाइल फॉलो करना भी बहुत जरूरी है।
Image Credit- Freepik
FAQ
ब्लड शुगर नॉर्मल कितनी होनी चाहिए?
सामान्य तौर पर, खाली पेट शरीर का ब्लड शुगर लेवल 70-100 mg/dL के बीच होना चाहिए, और खाना खाने के 2 घंटे बाद, ब्लड शुगर का स्तर 140 mg/dL (7.8 mmol/L) से कम होना चाहिए।शुगर में सबसे ज्यादा क्या खाना चाहिए?
डायबिटीज के मरीजों को सबसे ज्यादा अपनी डाइट में फल, सब्जियां, साबुत अनाज, दालें, ड्राई फ्रूट्स और पोषक तत्वों से भरपूर फूड्स शामिल करना चाहिए।डायबिटीज में क्या नहीं खाना चाहिए?
डायबिटीज होने पर पीड़ित व्यक्ति को कुछ तरह के खाद् पदार्थों को खाने से बचना चाहिए, जिसमें ज्यादा मात्रा में चीनी, प्रोसेस्ड फूड्स और अनहेल्दी फैट वाले खाद्य पदार्थ शामिल हैं।