प्रेग्नेंसी का समय महिलाओं के बेहद खास होता है। इस समय वह अपने परिवार को आगे बढ़ाने का प्रयास करती है। प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को खुद के स्वास्थ्य के लिए साथ ही बच्चे की सेहत पर भी पूरा ध्यान देना होता है। दरअसल, इस समय महिला जिस तरह का भोजन करती हैं, उसके पोषक तत्व मां के ब्लड से बच्चे तक पहुंचते हैं। इसलिए गर्भावस्था में महिलाओं को हेल्दी चीजें खाने पर जोर दिया जाता है। इस समय कई महिलाओं को इस समय यह दुविधा होती है कि क्या उनको नॉनवेज खाना चाहिए या नहीं? स्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर विभा बंसल से जानते हैं कि प्रेग्नेंसी में नॉनवेज खाना सुरक्षित है या नहीं। डॉक्टर का मानना है कि नॉन वेज से कई आवश्यक पोषक तत्व मां से बच्चे को मिल सकते हैं। लेकिन इसको खाते समय कुछ सावधानियों पर भी ध्यान देना बेहद जरूरी है, नहीं तो बच्चे के लिए यह खतरनाक हो सकता है। फिलहाल आगे जानते हैं प्रेग्नेंसी में नॉन वेज खाने के फायदे और सावधानियां क्या हो सकती हैं।
प्रेग्नेंसी में नॉनवेज खाने के फायदे - Benefits Of Eating Non Veg During Pregnancy In Hindi
हाई मात्रा में प्रोटीन
नॉनवेज, जैसे लीन मीट, चिकन और फिश में हाई क्वालिटी के प्रोटीन के पाए जाते हैं। गर्भावस्था के दौरान प्रोटीन महत्वपूर्ण है क्योंकि यह आपके बच्चे के अंगों, मांसपेशियों और टिश्यू के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह महिलाओं की मांसपेशियों और टिश्यू के स्वास्थ्य को बनाए रखने में भी मदद करता है।
आयरन
गर्भवती महिलाओं के रेड ब्लड सेल को बढ़ाने के लिए आयरन की आयरन की आवश्यकता होती है। आयरन प्रेग्नेंसी के दौरान एनीमिया की कमी से बचाव करता है। रेड मीट में इस तरह का आयरन पाया जाता है, जो आसानी से अवशोषित हो जाता है।
ओमेगा-3 फैटी एसिड
सैल्मन, मैकेरल और ट्राउट जैसी फैट युक्त मछलियां ओमेगा-3 फैटी एसिड, विशेष रूप से डीएचए (डोकोसाहेक्सैनोइक एसिड) से भरपूर होती हैं, जो बच्चे के मस्तिष्क और आंखों के विकास के लिए आवश्यक है।
विटामिन बी
नॉन वेज में बी 12 जैसे बी विटामिन प्रचुर मात्रा में होते हैं, जो नर्वस सिस्टम और रेड ब्लड सेल्स के निर्माण के लिए आवश्यक है।
प्रेग्नेंसी में नॉनवेज खाते समय आपको क्या सावधानी बरतनी चाहिए - Precaution To Eating Non Vegetrain Diet In Pregnancy in Hindi
- नॉनवेज फूड को अच्छी तरह से पकाएं : आहार से होने वाली बीमारियों के खतरे से बचने के लिए यह आवश्यक है कि नॉनवेज को अच्छी तरह से पकाने के बाद ही सेवन करना चाहिए। अगर, ऐसा नहीं किया जाता, तो इससे बच्चे की सेहत को खतरा हो सकता है।
- अच्छी तरह से साफ करें : मीट, चिकन या अन्य मांसाहार से इंफेक्शन होने का खतरा अधिक होता है। ऐसे में आप अपने बर्तनों, चाकू, कटिंग बोर्ड व हाथों को अच्छी तरह से साफ करें। साथ ही नॉनवेज को भी अच्छी तरह से वॉश करने के बाद ही पकाएं।
- मरकरी वाली मछली से बचें : बेशक मछली में ओमेगा 3 फैटी एसिड होता है, लेकिन कई बार मछली में मरकरी पाया जाता है, जो बच्चे के लिए नुकसानदायक हो सकता है। मछली लेते समय ऐसी प्रजाति की मछली लें, जिसमें मरकरी न हो।
इसे भी पढ़े : 39th Week Pregnancy: प्रेग्नेंसी के 39वें सप्ताह के लक्षण, सावधानियां और जरूरी बातें
डॉक्टर के अनुसार नॉनवेज बेशक प्रेग्नेंसी में महिलाओं को पर्याप्त पोषण प्रदान करता है। लेकिन, इससे इंफेक्शन होने का खतरा अधिक होता है। इससे बचने के लिए महिलाओं को वेजीटेरिन डाइट को चुनना चाहिए। ऐसे में डाइट में फल, सब्जियां, डेयर प्रोडक्ट और साबुत अनाज को शामिल करें।
Read Next
प्रेग्नेंसी के दौरान डक वॉकिंग करने से मिलते हैं कई फायदे, जानें करने का सही तरीका और सावधानियां
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version