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क्या प्रेग्नेंसी में भिंडी का पानी पीना सही है? जानें डॉक्टर से

भिंडी का पानी फाइबर, फोलेट, विटामिन सी, विटामिन के और एंटीऑक्सीडेंट जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होता है। लेकिन, क्या प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के लिए भिंडी का पानी पीना सुरक्षित होता है या नहीं, आइए जानते हैं-
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क्या प्रेग्नेंसी में भिंडी का पानी पीना सही है? जानें डॉक्टर से


प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को अपने खान-पान और सेहत का खास ध्यान रखने की सलाह दी जाती है। दरअसल, खान-पान से जुड़ी छोटी सी गलती भी आपके सेहत पर बुरा प्रभाव डाल सकता है। आजकल सोशल मीडिया पर भिंडी का पानी काफी मशहूर हो गया है। भिंडी का पानी फाइबर, फोलेट, विटामिन सी, विटामिन के और एंटीऑक्सीडेंट जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होता है। लेकिन, क्या प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के लिए भिंडी का पानी पीना सुरक्षित होता है या ये उनकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। आइए रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा से जानते हैं-

क्या प्रेग्नेंसी में भिंडी का पानी पीना सही है? - Is It Safe To Drink Okra Water While Pregnant in Hindi?

भिंडी पोषक तत्वों से भरपूर सब्जी होती है, जिसका सेवन सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है। लेकिन, कई लोग इस पानी को प्रेग्नेंसी के दौरान पीने के बारे में सोचते हैं। लेकिन, आयुर्वेदिक डॉ. श्रेय शर्मा के अनुसार प्रेग्नेंसी के शुरुआती महीनों में भिंडी का पानी पीना सेहत के लिए हानिकारक होता है, क्योंकि इससे मिसकैरेज की संभावना बढ़ जाती है। हालांकि, आप प्रेग्नेंसी के आखिरी महीनों में भिंडी का पानी सीमित मात्रा में पी सकते हैं।

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पहले तिमाही में भिंडी का पानी क्यों नहीं पीना चाहिए? - What is The Effect Of Okra In Early Pregnancy in Hindi?

आयुर्वेदिक डॉ. श्रेय शर्मा के अनुसार, प्रेग्नेंसी की पहली तिमाही यानी शुरुआती 3 महीने बहुत खास और नाजुक होते हैं। इस समय भ्रूण का विकास होना शुरू होता है और महिलाओं को शरीर में हार्मोनल बदलाव तेजी से होते हैं। इस दौरान महिलाओं को ऐसी चीजों से परहेज करना चाहिए, जो आपके हार्मोन्स को प्रभावित कर सकते हैं। भिंडी में नेचुरल लेक्सेटिव (मल को ढीला करने वाले तत्व) गुण होते हैं, जो कुछ महिलाओं में गर्भाशय की ऐंठन (uterine contractions) की समस्या को बढ़ा सकते हैं। अगर यह ऐंठन तेज हो जाए तो महिला में गर्भपात का जोखिम बढ़ सकता है। पहली तिमाही में भंडी का पानी खासकर उन महिलाओं के लिए ज्यादा हानिकारक हो सकता है, जो पहले से हाई-रिस्क प्रेग्नेंसी का सामना कर रही हों। उनके लिए भिंडी का पानी पीना पहली तिमाही में जोखिम भरा हो सकता है। इसके अलावा, आयुर्वेद में भिंडी की तासीर ठंडी बताई गई है, जो प्रेग्नेंसी की शुरुआत में आपकी गर्भाश्य को कमजोर बना सकती है, जिससे भ्रूण के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।

प्रेग्नेंसी के तीसरे तिमाही में भिंडी का पानी क्यों फायदेमंद हो सकता है? - Why Okra Water Safe During Pregnancy in The Third Trimester in Hindi?

प्रेग्नेंसी की तीसरी तिमाही यानी 7वें से 9वें महीने में भ्रूण का विकास लगभग पूरा हो चुका होता है और शरीर डिलीवरी के लिए तैयार होने लगता है। इस समय भिंडी का पानी कई तरीकों से फायदेमंद हो सकता है। भिंडी में मौजूद स्लाइमी गर्भाशय की दीवारों को लुब्रिकेट करने में मदद कर सकता है, जिससे डिलीवरी के समय दर्द कम हो सकता है और इसकी प्रक्रिया आसान हो सकती है। इसके अलावा, आखिरी महीनों में यह कब्ज की समस्या से राहत दिला सकता है, क्योंकि इसमें मौजूद फाइबर के गुण मल त्याग को आसान बनाता है।

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निष्कर्ष

भिंडी का पानी एक हेल्दी और नेचुरल ड्रिंक है, जो प्रेग्नेंट महिलाओं के सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है। लेकिन, इसका सेवन सही समय और सही मात्रा में करना बहुत जरूरी है, क्योंकि गलत समय और ज्यादा मात्रा में इसका सेवन आपकी प्रेग्नेंसी पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं।
Image Credit: Freepik

FAQ

  • भिंडी का पानी पीने से क्या लाभ होता है?

    भिंडी का पानी पीने से सेहत को कई तरह के फायदे मिल सकते हैं, जैसे पाचन में सुधार, ब्लड शुगर कंट्रोल होना, वजन कम करना और इम्यूनिटी बूस्ट करना।
  • भिंडी की तासीर कैसी होती है?

    आयुर्वेद में भिंडी सेहत के लिए बेहद फायदेमंद मानी जाती है, खासकर गर्मी के मौसम में इसे खाना लाभकारी होता है, क्योंकि इसकी तासीर ठंडी होती है।
  • क्या भिंडी के पानी के साइड इफेक्ट होते हैं?

    हां, भिंडी के पानी के कुछ साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। भिंडी में फाइबर और ऑक्सालेट पाए जाते हैं, जो कुछ लोगों में पाचन से जुड़ी समस्याओं और किडनी की पथरी के जोखिम को बढ़ा सकते हैं।

 

 

 

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