आज के समय में पाचन से जुड़ी समस्याएं होना आम बात है। खाना का समय न होना और गलत खान पान की आदतों का हमारे पाचन क्रिया पर पड़ता है। ऐसे में कई लोग एसिड रिफ्लक्स की समस्या से परेशान रहते हैं। एसिड रिफ्लक्स की समस्या को गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज (GERD) के रूप में भी जाना जाता है, जो कि एक पाचन से जुड़ी समस्या है। इस समस्या में पेट का एसिड भोजन नली में वापस आने लगता है, जिससे सीने में जलन (heartburn), खट्टी डकार, गले में जलन आदि लक्षण दिखाई देते हैं। कई लोग इस समस्या से राहत पाने के लिए इंटरमिटेंट फास्टिंग करते हैं, लेकिन क्या वाकई इंटरमिटेंट फास्टिंग एसिड रिफ्लक्स में मदद कर सकती है? आइए अपोलो क्लीनिक के सर्जिकल जीआई और लेप्रोस्कोपिक सर्जन विभाग के प्रोफेसर और सीनियर कंसल्टेंट लेप्रोस्कोपिक और रोबोटिक सर्जन जनरल डॉ. बी सुजीत कुमार से जानते हैं?
क्या इंटरमिटेंट फास्टिंग एसिड रिफ्लक्स की समस्या को कम कर सकता है? - Is Intermittent Fasting Good For Acid Reflux in Hindi?
इंटरमिटेंट फास्टिंग एक खानपान की प्रक्रिया है, जिसमें खाने और फास्टिंग के बीच समय तय किया जाता है। इस फास्टिंग प्रक्रिया के दौरान दिन के 16 घंटे उपवास और 8 घंटे के अंदर भोजन करना होता है। इसके अलावा 5:2 तरीका भी है, जिसमें हफ्ते में दो दिन बहुत कम कैलोरी का सेवन किया जाता है। इंटरमिटेंट फास्टिंग कुछ लोगों में एसिड रिफ्लक्स (GERD) की समस्या को कम करने में मदद कर सकता है, लेकिन इसका असर व्यक्ति और फास्टिंग के तरीके पर निर्भर करता है।
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एसिड रिफ्लक्स में इंटरमिटेंट फास्टिंग के फायदे - Benefits Of Intermittent Fasting in Acid Reflux in Hindi
- वजन कम होना: एसिड रिफ्लक्स का एक बड़ा कारण ज्यादा वजन होना है, क्योंकि यह पेट पर दबाव बढ़ाता है, जिससे एसिड ऊपर चढ़ सकता है। इंटरमिटेंट फास्टिंग से वजन कम होने में मदद मिलती है, जिससे GERD के लक्षणों को कम किया जा सकता है।
- रात को खाना बंद करना: देर रात का खाना GERD की समस्या को बढ़ा सकता है, क्योंकि खाने के तुरंत बाद लेटने से एसिड ऊपर आ सकता है। इंटरमिटेंट फास्टिंग जैसे 16:8 शेड्यूल में आमतौर पर लोग शाम 6–7 बजे तक खाना खा लेते हैं और इसके बाद कुछ भी खाने से परहेज करते हैं, जिससे पेट को खाना पचाने के लिए समय मिल जाता है और रिफ्लक्स की संभावना कम होती है।
- ज्यादा खाने से बचाव: इंटरमिटेंट फास्टिंग के दौरान खाने का समय सीमित होता है, जिससे लोग आमतौर पर छोटे-छोटे भोजन करते हैं और ज्यादा खाने से बचते हैं। इससे पेट में दबाव नहीं बढ़ता और एसिड रिफ्लक्स की स्थिति बेहतर हो सकती है।
एसिड रिफ्लक्स में इंटरमिटेंट फास्टिंग के नुकसान - Side Effects of Intermittent Fasting in Acid Reflux in Hindi
- एक बार में ज्यादा खाना: कुछ लोग इंटरमिटेंट फास्टिंग के दौरान भूख लगने पर खाने के समय के दौरान बहुत ज्यादा या बहुत ऑयली खाना खाते हैं, जिससे कई बार एसिड रिफ्लक्स की समस्या बढ़ सकती है।
- पाचन धीमा होना: कुछ लोगों में फास्टिंग करने से पेट की सफाई होने की प्रक्रिया धीमी हो सकती है, जिससे खाने के बाद पेट में भारीपन और रिफ्लक्स की समस्या और ज्यादा बढ़ सकती है।
- खाली पेट पर कैफीन का सेवन: अगर आप खाली पेट चाय या कॉफी पीते हैं, तो इससे पेट में एसिड का उत्पादन बढ़ सकता है और रिफ्लक्स की समस्या बदतर हो सकती है।

इंटरमिटेंट फास्टिंग करते समय बरतें ये सावधानियां
- 8 घंटे के भोजन करने के समय के दौरान ऑयली, मसालेदार और बहुत ज्यादा हैवी खाने से बचें।
- खाने के बाद कम से कम 3 घंटे तक लेटने से बचने की कोशिश करें।
- खाली पेट चाय, कॉफी या एसिडिक ड्रिंक पीने से परहेज करें।
- फास्टिंग के दौरान पानी या हर्बल चाय जैसे हाइड्रेटिंग ड्रिंक्स का सेवन जरूर करें।
निष्कर्ष
एसिड रिफ्लक्स की समस्या में इंटरमिटेंट फास्टिंग कुछ लोगों के लिए फायदेमंद हो सकती है, खासकर तब जब इसे सही तरीके से किया जाए। हालांकि, हर व्यक्ति की पाचन प्रणाली दूसरे व्यक्ति से अलग होती है, इसलिए यह जरूरी है कि आप इसे अपनाने से पहले डॉक्टर या हेल्थ एक्सपर्ट से कंसल्ट कर लें।
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FAQ
एसिड रिफ्लक्स से क्या होता है?
एसिड रिफ्लक्स की समस्या से सीने में जलन, निगलने में मुश्किल होना और गले में खराश जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं। यह समस्या तब होती है जब पेट का एसिड और पाचन तरल पदार्थ भोजन नली में वापस जाते हैं। यह एक पाचन से जुड़ी समस्या है।एसिड रिफ्लक्स में क्या नहीं खाना चाहिए?
एसिड रिफ्लक्स से पीड़ित लोगों को अपनी डाइट में कुछ तरह के फूड्स को शामिल करने से बचना चाहिए, जिसमें मसालेदार भोजन, खट्टे फल, टमाटर, चॉकलेट, और कैफीन वाली ड्रिंक्स शामिल है।बार-बार एसिड रिफ्लक्स होने का कारण क्या है?
बार-बार एसिड रिफ्लक्स होने के पीछे कई कारम हो सकते हैं, जिसमें गलत खानपान की आदतें, खराब लाइफस्टाइल, स्मोकिंग और अन्य समस्या शामिल है।