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आयुर्वेद के अनुसार, क्या मक्खन खाना हेल्दी है? एक्सपर्ट से जानें

मक्खन यानी बटर का सेवन करना कई लोगों को पसंद होता है और कुछ घरों में सुबह रोजाना मक्खन का सेवन किया जाता है। यहां जानिए, क्या मक्खन खाना हेल्दी है?
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आयुर्वेद के अनुसार, क्या मक्खन खाना हेल्दी है? एक्सपर्ट से जानें


आज के दौर में जहां लोगों की लाइफस्टाइल तेजी से बदल रही है, वहीं उनका खानपान भी पहले से काफी अलग हो गया है। अब लोग पारंपरिक खाने की जगह नए-नए फूड आइटम्स और प्रोसेस्ड चीजों को ज्यादा पसंद करने लगे हैं। इसी कड़ी में मक्खन का भी नाम आता है, जो आजकल लगभग हर घर में खाना बनाने से लेकर ब्रेड, पराठा और स्नैक्स तक में खूब इस्तेमाल होता है। मक्खन स्वाद में तो लाजवाब होता है, लेकिन जब इसका जरूरत से ज्यादा सेवन होने लगता है, तो यह सेहत के लिए नुकसानदायक भी बन सकता है। आजकल बच्चे हों या बड़े, अधिकतर लोग मक्खन का सेवन रोजाना करते हैं। कई लोग इसे एनर्जी देने वाला और वेट गेन के लिए अच्छा मानते हैं, तो कुछ इसे दिल की सेहत के लिए हानिकारक भी कहते हैं। ऐसे में मक्खन को लेकर लोगों के मन में सवाल उठते हैं कि क्या मक्खन खाना सेहत के लिए सही है? (is eating butter good for health) क्या यह हमारी पाचन शक्ति पर असर डालता है? इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए हमने रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा (Ayurvedic doctor Shrey Sharma from Ramhans Charitable Hospital) से बात की-

क्या आयुर्वेद के अनुसार मक्खन खाना फायदेमंद है? - Is Butter Healthy As Per Ayurveda

आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा बताते हैं कि मक्खन अगर सही मात्रा, समय और स्थिति के अनुसार खाया जाए तो यह शरीर के लिए एक शक्तिशाली रसायन बन सकता है। आयुर्वेद में मक्खन को न सिर्फ पोषण देने वाला बल्कि वाजीकरण (यौन शक्ति बढ़ाने वाला), बल्य (शक्ति देने वाला) और रसायन माना गया है। मक्खन में ऐसे सभी गुण मौजूद हैं जो शरीर को संतुलित, पोषित और ऊर्जावान बनाए रखते हैं। खासकर देसी गाय के दूध से बना ताजा मक्खन, शरीर के धातुओं को पोषण देने वाला और ओज बढ़ाने वाला बताया गया है। मक्खन का सेवन शरीर में वात और पित्त दोष को शांत करता है और कफ को कंट्रोल रखता है। ध्यान रखें कि बाजार में मिलने वाला मक्खन प्रिजर्वेटिव्स और मिलावट से भरपूर होता है ऐसे में घर का ताजा मक्खन ही खाएं।

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डॉ. श्रेय शर्मा बताते हैं कि आयुर्वेद में मक्खन को वृष्य माना गया है, जिससे प्रजनन क्षमता में सुधार आता है। साथ ही यह वाजीकरण यानी यौन शक्ति बढ़ाने वाले फू्ड्स में शामिल है। मक्खन रसायन गुणों से भरपूर होता है, यानी यह शरीर के अंगों की मरम्मत करता है और उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करता है। इसका शीतवीर्य (ठंडा स्वभाव) गुण शरीर को अंदर से ठंडा रखता है, जिससे सूजन, जलन और गर्मी से संबंधित रोगों से राहत मिलती है।

मक्खन कब खाना चाहिए? - When should we eat butter

मक्खन भले ही फायदेमंद हो, लेकिन इसका सेवन सोच-समझकर करना बेहद जरूरी है। डॉ. श्रेय के अनुसार मक्खन का सेवन दिन में करना सबसे उपयुक्त (makhan kab khana chahiye) होता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि इस समय पाचन अग्नि सबसे अधिक सक्रिय रहती है। रात में मक्खन खाने से यह ठीक से पच नहीं पाता और पेट में भारीपन, गैस और अपच जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

Is Butter Healthy

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मक्खन कैसे खाना चाहिए? - What is the best way to eat butter

मक्खन को गर्म फूड्स के साथ न लें, बल्कि रोटी या दलिया जैसे सादे भोजन के साथ लेना बेहतर (makhan kaise khana chahie) होता है।

मक्खन किसे नहीं खाना चाहिए? - When not to eat butter

हालांकि मक्खन फायदेमंद है, लेकिन कुछ लोगों को इसका सेवन नहीं करना चाहिए। विशेष रूप से जिनका लिपिड प्रोफाइल (कोलेस्ट्रॉल, ट्राइग्लिसराइड्स आदि) बढ़ा हुआ है, उन्हें मक्खन से परहेज करना चाहिए। इसके अलावा डायबिटीज, हाई बीपी और फैटी लिवर जैसी स्थितियों में भी मक्खन से परहेज करना चाहिए।

निष्कर्ष

मक्खन आयुर्वेद के अनुसार एक स्वास्थ्यवर्धक पदार्थ है, लेकिन इसका फायदा तभी मिलेगा जब आप इसे सही मात्रा, सही समय और अपनी शरीर प्रकृति के अनुसार (Who should avoid butter) लें। डॉ. श्रेय शर्मा का कहना है कि 'जो भी आहार लिया जाए, वह शरीर की अग्नि के अनुसार हो, तभी वह अमृत के समान लाभ देगा, अन्यथा वह विष के समान हानिकारक बन सकता है।' इसलिए मक्खन को अपने आहार में शामिल करने से पहले अपनी पाचन क्षमता और स्वास्थ्य स्थिति का मूल्यांकन जरूर करें।

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FAQ

  • मक्खन की तासीर क्या होती है?

    आयुर्वेद के अनुसार मक्खन की तासीर शीत (ठंडी) होती है। यह स्निग्ध (चिकनाई युक्त), भारी और पोषण देने वाला होता है। मक्खन शरीर में वात और पित्त दोष को शांत करता है। इसकी ठंडी प्रकृति शरीर की जलन, सूजन और गर्मी से संबंधित समस्याओं में राहत देती है। मक्खन बलवर्धक, वीर्यवर्धक और रसायन गुणों से भरपूर होता है। हालांकि इसकी भारी प्रकृति के कारण कमजोर पाचन शक्ति (मंद अग्नि) वाले लोगों को इसे सावधानी से लेना चाहिए, अन्यथा यह अपच और भारीपन का कारण बन सकता है।
  • मक्खन खाने से क्या-क्या फायदे होते हैं?

    मक्खन खाने से शरीर को कई फायदे मिलते हैं, खासकर जब इसे संतुलित मात्रा में और सही समय पर खाया जाए। यह शरीर को एनर्जी देता है, मांसपेशियों को मजबूत करता है और थकान दूर करता है। आयुर्वेद में इसे बलवर्धक, वीर्यवर्धक और रसायन माना गया है, जो शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाता है और मानसिक शक्ति को भी मजबूत करता है। मक्खन त्वचा को मुलायम बनाता है और जोड़ों के दर्द में राहत देता है।
  • मक्खन और घी में क्या अंतर है?

    मक्खन और घी दोनों ही दूध से बनने वाले उत्पाद हैं, लेकिन इनकी प्रकृति, तासीर और पाचन पर प्रभाव अलग होता है। मक्खन मलाई को मथकर बनाया जाता है और इसमें पानी तथा दूध के ठोस अंश मौजूद रहते हैं, जबकि घी मक्खन को गर्म करके उसका पानी और ठोस अंश निकालकर तैयार किया जाता है, जिससे यह शुद्ध वसा (फैट) बन जाता है। 

 

 

 

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