खुशी, चेहरे की हंसी, प्यार, मुस्कुराहट... ये सारे शब्द जब किसी के चेहरे और हाव-भाव में व्यक्त होते हैं तो माना जाता है कि वो इंसान खुश है।
खुश रहना इंसान के लिए बहुत जरूरी है लेकिन फिर भी आज इंसान मुश्किल से ही खुश रह पाते हैं। भारतीय तो अपने पड़ोसी देशों के नागरिकों से भी पीछे हैं। ये हम नहीं कह रहे हैं। इस बात की पुष्टि संयुक्त राष्ट्र (यूएन) की, वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट 2017 की रिपोर्ट से हो रही है। खुशहाली के मामले में भारत अपने पड़ोसी देशों से काफी पीछे हैं। यहां तक की पाकिस्तान के नागरिक खुशहाली के मामले में हम भारतीयों से आगे हैं।
इस रिपोर्ट में भारत का स्थान 155 देशों के बीच 122वां रहा है। रिपोर्ट में पाकिस्तान को 80वां, नेपाल को 99वां, भूटान को 97वां, बांग्लादेश को 110वां और श्रीलंका को 120वां स्थान मिला है। इस सूचकांक में नार्वे को सबसे खुशहाल देश बताया गया है जबकि सीरिया अंतिम पायदान पर है। यह रिपोर्ट कई कारकों जैसे असमानता, औसत आयु और प्रति व्यक्ति आय के आधार पर तैयार की गई है।
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