वक्त के साथ-साथ बालों को स्टाइलिंग करने का ट्रेंड भी बदल रहा है आजकल स्ट्रेट बाल ट्रेंडिंग है। न केवल महिलाएं बल्कि पुरुष भी स्ट्रेट बाल ट्रेंड अपना रहे हैं। अगर आपको भी अपने बाल स्ट्रेट पसंद है और आप इसके लिए हर तीसरे दिन हेयर स्ट्रेटनर का प्रयोग कर रहे हैं तो रुकें! बालों पर हेयर स्ट्रेटनर का ज्यादा इस्तेमाल इसे कमजोर बना सकता है। आपकी इस समस्या का समाधान है परमानेंट हेयर स्ट्रेटनिंग। इस ट्रीटमेंट से आपके बाल काफी खूबसूरत, मैनेजेबल और स्टाइलिश लगते हैं। लेकिन आपके दिमाग में यह प्रश्न भी आ रहा होगा कि क्या इस ट्रीटमेंट से आपके बाल डेमेज तो नही हो जायेंगे? क्या इसके कोई साइड इफेक्ट्स भी हैं? तो आइए जानते हैं इन सब सवालों के जवाब।
क्या परमानेंट बालों को स्ट्रेट करना सुरक्षित है?
सेलिब्रिटी हेयर स्टाइलिस्ट प्रियंका बोरकर बताती हैं कि वैसे तो यह प्रक्रिया सुरक्षित है लेकिन यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि आप कौन से प्रोडक्ट्स का प्रयोग कर रही है। इस प्रक्रिया में केमिकल सॉल्यूशन का प्रयोग करना होता है। जो हेयर प्रोटीन को प्रभावित करता है और बालों के स्ट्रक्चर को बदल सकता है। अगर सही ढंग से प्रयोग न किया जाए तो यह आपके बालों को डेमेज भी कर सकता है। गर्भवती महिलाओं को इस प्रक्रिया से बचना चाहिए।
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परमानेंट हेयर स्ट्रेटनिंग के तरीके
जापानी थर्मल रिकंडिशनिंग
- इस प्रक्रिया में हीट और केमिकल सॉल्यूशन की मदद से बालों के कर्ल पैटर्न को बदला जाता है।
- इस प्रक्रिया में बालों को धो कर अलग-अलग हिस्सों में बांटा जाता है।
- एक केमिकल सॉल्यूशन लगाया जाता है और उसके आधे घंटे तक वालों को ऐसे ही छोड़ना होता है।
- यह प्रक्रिया करने से बालों का प्रोटीन टूटता है और बाल रिस्ट्रक्चर होते हैं।
- आधे घंटे बाद ठंडे पानी से बालों को धोया जाता है। और जब तक बात सीधे नहीं हो जाते तब तक उन्हें हीट एक्सपोजर किया जाता है।
- सबसे आखरी में केमिकल सॉल्यूशन लगाया जाता है और 3 दिन बाद यही प्रक्रिया द्वारा दोहराई जाती है।
केराटिन ट्रीटमेंट
- यह सबसे सुरक्षित हेयर स्ट्रेटनिंग तरीका है। इससे आपके बाल सूरज की किरणों से भी बच सकेंगे। इस प्रक्रिया में पहले बालों को धो कर सेक्शन में बांट लें।
- फिर बालों में केराटिन सॉल्यूशन लगायें और दो से 5 मिनट तक छोड़ दें।
- अब फ्लैट आयरन का प्रयोग करें ताकि बालों को री स्ट्रक्चर किया जा सके।
हेयर रिबॉन्डिंग
इस प्रक्रिया में आपके बालों के बॉन्ड को रिलैक्सिंग, ब्रेकिंग और री शेपिंग के द्वारा बालों के स्ट्रक्चर को बदला जाता है। आपके बालों की लंबाई के आधार पर इस प्रक्रिया में 3 से 4 घंटे लगते हैं।
- इस प्रक्रिया में आपके बालों को शैंपू करके अलग अलग सेक्शन में बांट दिया जाता है।
- फिर आपके बालों में रिलेक्सेंट की एक मोटी लेयर लगाई जाती है और उसे एक ही जगह पर सेट कर दिया जाता है।
- यह आपके बालों में आधे घंटे से 45 मिनट के लिए लगाया जाता है।
- आपके बालों को फिर 10 से 40 मिनट तक स्टीम दी जाती है। इसके बाद रिलेक्सेंट को हटा दिया जाता है और बालों को डीप कंडीशन किया जाता है।
- बाद में बालों में केराटिन लोशन लगाया जाता है और बालों का खास ध्यान रखा जाता है।
- इस प्रक्रिया के आधे घंटे बाद बालों को धो कर ब्लो ड्राई किया जाता है।
- उसके बाद फ्लैट आयरन की मदद से स्ट्रेट किए जाते हैं।
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हेयर स्ट्रेटनिंग कराएं तो इन टिप्स का रखें ध्यान
- बालों को स्ट्रेट करवाने से पहले किसी हेयर एक्सपर्ट या कंसल्टेंट की राय जरूर ले लें।
- कुछ समय तक शैंपू का प्रयोग न करें।
- अपने बालों को हर समय डी टैंगल रखें।
- न्यूट्रिलाइजिंग शैंपू को चुनें।
- कंडीशनर का प्रयोग करना बिल्कुल भी न भूलें।
कई लोगों का यह सवाल होता है कि क्या स्ट्रेट करवाने के बाद आने वाले बालों की ग्रोथ बुरी होती है? तो ऐसा कुछ नहीं है केवल अच्छे पार्लर और प्रोफेशनल लोगों से ही यह ट्रीटमेंट करवाएं।