तीन घंटे से ज्यादा बच्चे का टीवी देखना मतलब डायबिटीज को न्यौता देना

क्या आप जानते हैं कि अगर आपके बच्चे तीन घंटे या इससे ज्यादा रोज टीवी देखते हैं या कम्प्यूटर, गेम कंसोल्स, टैबलेट और स्मार्टफोन पर समय बिता रहे हैं, तो यह उनकी सेहत के लिए अच्छी बात नहीं है।
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तीन घंटे से ज्यादा बच्चे का टीवी देखना मतलब डायबिटीज को न्यौता देना


बचपन में बच्चों को टीवी देखना बेहद पसंद होता है। खाना खाते समय, खेलते समय, यहां तक की सोते समय कई बच्चे टीवी चलाकर सोना पसंद करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अगर आपके बच्चे तीन घंटे या इससे ज्यादा रोज टीवी देखते हैं या कम्प्यूटर, गेम कंसोल्स, टैबलेट और स्मार्टफोन पर समय बिता रहे हैं, तो यह उनकी सेहत के लिए अच्छी बात नहीं है। एक रिपोर्ट के अनुसार, इस तरह घंटों टीवी स्क्रीन के सामने बैठने से उन्हें डायबिटीज हो सकती है।

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एक शोध का निष्कर्ष बताता है कि बच्चों का इस तरह लगातार डिजिटल माध्यम की ओर झुकाव उनमें मोटेपन का कारण हो सकता है और यह इंसुलिन रेजिस्टेंस के लिए भी जिम्मेदार हो सकता है। इंसुलिन पाचन-ग्रंथि के माध्यम से हार्मोन के जरिए ब्लड-ग्लूकोज के स्तर को बढ़ने से रोकता है। उसके इस काम में बाधा डायबिटीज उत्पन्न कर सकती है।

शोधकर्ताओं की टीम ने मेटाबॉलिक और कार्डियोवैस्क्युलर से संबंधित जांच के लिए लंदन के बरमिंघम और लिसेस्टर के 200 प्राथमिक स्कूलों से 9-10 वर्ष के लगभग 4,500 बच्चों को प्रयोग के दायरे में लिया।

सेंट जॉर्ज यूनिवर्सिटी ऑफ लंदन के एम.नाईटेंगल ने अपने इस शोध का हवाला देते हुए बताया कि बचपन के शुरुआती वर्षो में बच्चों के टीवी स्क्रीन पर कम समय बिताने से उनमें टाइप-2 डायबिटीज की आशंका कम रहती है।

शोध का निष्कर्ष पत्रिका ‘आर्काइव्स ऑफ डिजीज इन चाइल्डहुड’ में प्रकाशित हुआ है।

News Source- IANS

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