उच्च रक्तचाप (High Blood Pressure) या हाइपरटेंशन (Hypertension), तब होता है जब आपका रक्तचाप अस्वस्थ स्तर तक बढ़ जाता है। आपके रक्तचाप का माप इस बात पर निर्भर करता है कि आपके रक्त वाहिकाओं से कितना रक्त गुजर रहा है और हृदय को पंप करते समय रक्त की कितनी मात्रा मिलती है।
संकीर्ण धमनियां (Narrow Arteries) प्रतिरोध को बढ़ाती हैं। आपकी धमनियां जितनी संकरी होंगी, आपका ब्लड प्रेशर उतना ही अधिक होगा। लंबे समय तक, बढ़ा हुआ ब्लड प्रेशर हृदय रोग सहित कई अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बनता है।
हाई ब्लड प्रेशर काफी सामान्य है। यह आम तौर पर कई वर्षों के दौरान विकसित होता है। हाई ब्लड प्रेशर में आप किसी भी लक्षण को नोटिस नहीं करते हैं। लेकिन लक्षणों के बिना भी, उच्च रक्तचाप आपके रक्त वाहिकाओं और अंगों को नुकसान पहुंचा सकता है, विशेष रूप से मस्तिष्क, हृदय, आंखें और गुर्दे।
हाई ब्लड प्रेशर की शुरुआती पहचान जरूरी है। नियमित रूप से ब्लड प्रेशर रीडिंग (Blood Pressure Readings) आपको और आपके डॉक्टर को किसी भी बदलाव पर ध्यान देने में मदद कर सकते हैं। यदि आपका रक्तचाप बढ़ा हुआ है, तो आपका डॉक्टर कुछ हफ्तों तक आपके रक्तचाप की निगरानी कर सकता है।
उच्च रक्तचाप के लिए उपचार में डॉक्टर के पर्चे की दवा और स्वस्थ जीवन शैली में बदलाव दोनों शामिल हैं। इस स्थिति को अनुपचारित छोड़ने पर यह दिल के दौरे और स्ट्रोक (Heart Attack and Stroke) सहित स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकती है।
हाई ब्लड प्रेशर की समस्या अक्सर सर्दियों के मौसम में बढ़ जाती है, जिसके कारण हार्ट अटैक का खतरा भी बढ़ जाता है। इस समस्या के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए OnlyMyHealth ने सीनियर कॉडियोलॉजिस्ट डॉक्टर संतोष कुमार डोरा से बातचीत की। उन्होंने सर्दियों में हाई ब्लड प्रेशर के कारणों के बारे में बताने के साथ इससे बचने के तरीकों के बारे में बताया है।
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क्या सर्द मौसम से रक्तचाप बढ़ जाता है?
सर्दी के मौसम में आमतौर पर रक्तचाप बढ़ जाता है और गर्मी के मौसम में यह कम हो जाता है। इस भिन्नता की वजह ये है कि पारा गिरने से आपकी रक्त धमनियां सिकुड़ जाती हैं, जिससे रक्तचाप बढ़ जाता है क्योंकि सिकुड़ी हुई रक्त धमनियों से रक्त का प्रवाह होने में अधिक ताक़त का इस्तेमाल होता है।
उच्च रक्तचाप के ढेर सारे कारक होते हैं। सर्दी के मौसम के प्रत्युत्तर के रूप में रक्त धमनियों में कैचोलमाइन्स का प्रवाह बढ़ जाता है जो रक्त धमनियों को सीमित कर देता है, जिससे रक्तचाप बढ़ जाता है। (खून को पतला करने और हार्ट अटैक आने से रोकते हैं ये 5 फूड)
सर्दी के मौसम में विटामिन डी का स्तर कम रहता है। रक्तचाप में विटामिन डी की कम मात्रा रनिन एंजिओटेंसिन मेकैनिज़्म का स्तर बढ़ाती है। सर्दी के मौसम में रक्तचाप के बढ़ने की एक वजह शारीरिक रूप से की जानेवाली कम मेहनत भी है।
लोगों में रक्तचाप की विविधता मौसम से जुड़ी होती है, जो आमतौर पर 65 और उससे अधिक उम्र के लोगों में पाई जाती है।
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रक्तचाप को किस तरह से नियंत्रित करें?
गर्म कपड़े पहनें और शरीर को गर्म रखें। हर किसी को हर दिन 30 से 45 मिनट तक व्यायाम करना चाहिए। व्यायाम से वैसोडायलेटेशन का संतुलन बना रहता है, जिससे रक्तचाप नियंत्रण में रहता है। स्वस्थ तरह के भोजन का सेवन करें, ख़ासकर DASH तरह के डायट का। (हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट में क्या है अंतर)
DASH (डायट्री अप्रोच टू स्टॉप हाइपर टेंशन) में सब्ज़ी, फूल, गेंहूं, लीन मीट, पोल्ट्री और मछलियों का सही मात्रा में मिश्रण होता है। DASH DIET कम चर्बीयुक्त और कम सोडियमयुक्त होता है।
इनपुट्स: डॉक्टर संतोष कुमार डोरा, सीनियर कॉडियोलॉजिस्ट, एशियन हार्ट इंस्टीट्यूट, मुंबई।
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