
आजकल बालों को खूबसूरत और आकर्षक दिखाने के लिए लोग तरह-तरह के हेयर स्टाइलिंग प्रोडक्ट्स और टूल्स का इस्तेमाल करते हैं। ये हेयर स्टाइलिंग ट्रीटमेंट्स कुछ समय के लिए बालों को अच्छा लुक देते हैं, लेकिन लंबे समय में यही आदतें बालों को रूखा, बेजान और कमजोर बना देती हैं। लगातार केमिकल वाले हेयर प्रोडक्ट्स के इस्तेमाल से बालों की नेचुरल नमी खत्म हो जाती है, जिससे डैंड्रफ, हेयर फॉल और स्प्लिट एंड्स जैसी समस्याएं शुरू हो जाती हैं। इन समस्याओं से बचने के लिए आजकल लोग फिर से नेचुरल और आयुर्वेदिक तरीकों की ओर लौट रहे हैं। आयुर्वेद में कई ऐसे प्राकृतिक उपाय बताए गए हैं जो बालों को जड़ से पोषण देकर उन्हें फिर से मजबूत और चमकदार बना सकते हैं। इन्हीं में से एक है खसखस, जो बालों के लिए बेहद लाभकारी मानी जाती है।
खसखस में मौजूद मिनरल्स, एंटीऑक्सीडेंट्स और नेचुरल ऑयल स्कैल्प को हाइड्रेट करने, डैंड्रफ कम करने और बालों का झड़ना रोकने में मदद करते हैं। खास बात ये है कि इसका इस्तेमाल करना न सिर्फ आसान है, बल्कि सस्ता और साइड इफेक्ट फ्री भी है। आइए, इस लेख में मेवाड़ विश्वविद्यालय में प्रोफेसर एवं प्राकृतिक चिकित्सालय बापू नगर, जयपुर की वरिष्ठ चिकित्सक योग, प्राकृतिक चिकित्सा पोषण और आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. किरण गुप्ता (Dr. Kiran Gupta, Yoga, Naturopathy, Nutrition and Ayurveda Specialist, Professor at Mewar University and Senior Physician at Naturopathy Hospital, Bapunagar, Jaipur) से जानें कि कैसे खसखस के बीजों का उपयोग बालों को हेल्दी, मजबूत और डैंड्रफ-फ्री बनाने में मदद करता है।
खसखस का हेयर मास्क - Poppy seeds hair mask
खसखस के बीजों का पेस्ट बनाकर उसमें दही या दूध मिलाकर बालों पर लगाने का प्रभावी उपाय बहुत पुराना है। यह तरीका न केवल डैंड्रफ को खत्म करता है, बल्कि बालों को अंदर से पोषण भी देता है। लेकिन इस बात का खास ध्यान रखें कि एक बार में एक ही चीज का प्रयोग खसखस के साथ करें। अगर आप खसखस के पेस्ट में दूध मिला रहे हैं तो इसमें दही न मिलाएं और अगर दही मिला रहे हैं तो दूध बिलकुल न मिलाएं।
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- एक मुट्ठी खसखस के बीज लेकर उन्हें दरदरा पीस लें।
- इसमें आधा कप दही या दूध मिलाएं और अच्छी तरह मिक्स करें ताकि एक पेस्ट तैयार हो जाए। खसखस पेस्ट बनाते वक्त हमेशा ताजा छाछ या दूध का उपयोग करें ताकि बालों को ज्यादा फायदा मिले।
- इस पेस्ट को बालों की जड़ों और स्कैल्प पर अच्छे से लगाएं।
- लगभग 30 मिनट के लिए छोड़ दें, फिर ताजे पानी से बाल धो लें।
- यह प्रक्रिया सप्ताह में एक बार जरूर करें। हफ्ते में एक बार यह ट्रीटमेंट सबसे उपयुक्त है, ज्यादा बार करने से बाल ऑयली हो सकते हैं।
- बाल धोने के बाद नार्मल शैंपू का इस्तेमाल करें, ज्यादा हार्श केमिकल वाले प्रोडक्ट से बचें।
फायदे
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- दही या दूध में मौजूद प्रोटीन बालों को मजबूत करते हैं।
- खसखस में नेचुरल तेल और पोषक तत्व होते हैं जो बालों की नमी बनाए रखते हैं।
- यह मिश्रण स्कैल्प को हाइड्रेट करता है और डैंड्रफ को कम करता है।
- बालों की जड़ों को हेल्दी बनाकर बालों का झड़ना भी कम करता है।
निष्कर्ष
खसखस के बीज आयुर्वेद में बालों की देखभाल के लिए एक प्रभावशाली और नेचुरल नुस्खा हैं। चाहे आप खसखस का पेस्ट छाछ या दूध के साथ लगाएं या खसखस के तेल से सिर की मालिश करें, दोनों ही तरीके बालों को पोषण, मजबूती और चमक प्रदान करते हैं। साथ ही, यह डैंड्रफ और बालों के झड़ने जैसी समस्याओं से भी राहत दिलाता है। अगर आप नेचुरल और सुरक्षित तरीके से बालों को हेल्दी बनाना चाहते हैं, तो हफ्ते में एक बार खसखस का ये आयुर्वेदिक नुस्खा जरूर अपनाएं।
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FAQ
रोजाना बाल धोना चाहिए या नहीं?
नहीं, हर दिन बाल धोना जरूरी नहीं है। ज्यादा बार बाल धोने से स्कैल्प का नेचुरल ऑयल खत्म हो जाता है, जिससे बाल रूखे और बेजान हो सकते हैं। सामान्यतौर पर हफ्ते में 2–3 बार बाल धोना पर्याप्त होता है।क्या गीले बालों में कंघी करना सही है?
नहीं, गीले बाल सबसे ज्यादा नाजुक होते हैं और इस समय कंघी करने से बाल आसानी से टूट सकते हैं। बालों को थोड़ा सूखने दें और फिर चौड़े दांतों वाली कंघी का इस्तेमाल करें। ध्यान रखें कि ऐसा सिर्फ लंबे बालों के लिए ही नहीं बल्कि छोटे बालों के लिए भी जरूरी है।डैंड्रफ को जड़ से खत्म करने के लिए क्या करें?
डैंड्रफ से राहत पाने के लिए स्कैल्प को साफ और हाइड्रेटेड रखना जरूरी है। खसखस, नीम, दही, एलोवेरा और टी ट्री ऑयल जैसे नेचुरल उपायों से डैंड्रफ को काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है।
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