Hing Water For Diabetes: हींग का इस्तेमाल भारत के लगभग हर घर में किया जाता है। इसके औषधीय गुणों के चलते हींग का उपयोग सदियों से किया जा रहा है। दादी-नानी के नुस्खों में पेट दर्द (Stomach Pain) को दूर करने के लिए हींग का उपयोग सालों से किया जाता है। हींग से पाचन क्रिया (Improve Digestion) बेहतर होती है। साथ ही, गैस, अपच, बदहजमी, और पेट में ऐंठन दूर होती है। साथ ही एसिडिटी (Acidity) की समस्या को भी कम करने में मदद मिलती है। हींग का पानी डायबिटीज रोगियों (Hing Water For Diabetes) के लिए फायदेमंद होता है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक हींग के पानी में ब्लड शुगर को नियंत्रित करने (Hing Water To Control Blood Sugar) के गुण पाए जाते हैं। आपको बता दें कि हींग में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो खाने के स्वाद को बढ़ाने के साथ ही उसके पाचन गुणों को भी बढ़ाने का काम करते हैं। डायटीशियन शिवाली गुप्ता से जानते हैं कि डायबिटीज को कंट्रोल करने में हींग का पानी किस तरह से फायदेमंद होता है।
हींग के पानी से डायबिटीज को कैसे कंट्रोल करें? - How Hing Water To Control Diabetes In Hindi
हींग में ऐसे कंपाउंड्स होते हैं जिनका उपयोग डायबिटीज के संभावना बढ़ाने वाले कारकों को कम करने के लिए किया जा सकता है। इसके एक्टिव कंपोनेंट, जैसे कि फेरुलिक एसिड और कूमारिन, इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ा सकते हैं और ब्लड शुगर के नियंत्रिण में सहायक होते हैं। इसके अलावा, हींग का पानी पाचन क्रिया को बेहतर करता है, और मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करने में मदद करता है।
डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए हींग का पानी कैसे उपयोग करें - How To Use Hing Water To Control Diabetes In Hindi
कैसे बनाएं हींग का पानी
हींग का पानी बनाने के लिए आप एक गिलास पानी को गर्म कर लें। जब यह हल्का गुनगुना हो जाए तो इसमें करीब एक चुटकी हींग को मिला दें। हींग को इस पानी में घोल लें। इसका सेवन आप रोज सुबह कर सकते हैं।
हींग का पानी कब पीना चाहिए
हींग का पानी आप रोजाना सुबह के समय पी सकते हैं। इससे पूरा दिन आपको पेट में गैस आदि की समस्या नहीं रहती है। साथ ही, ब्लड शुगर भी कंट्रोल में रहता है।
भोजन से कितने देर पहले हींग का पानी पिएं
यदि आप सुबह के समय हींग का पानी नहीं पी पाए हैं तो ऐसे में आप इसे दोपहर या रात के भोजन के समय भी ले सकते हैं। दोपहर या रात के भोजन से करीब 30 मिनट पहले हींग का पानी पीने से आपकी पाचन क्रिया बेहतर होती है और आपको नींद भी अच्छी आती है।
इसे भी पढ़ें: नींद न आने की बीमारी (Sleep Disorder) के हो सकते हैं 4 प्रकार, जानें इनके लक्षण और बचाव के उपाय