
प्रेग्नेंसी हर महिला के जीवन का अहम और मुख्य पड़ाव होता है। हालांकि, प्रेग्नेंसी के बाद घर में एक नया सदस्य आता है और घर के लोगों की जिम्मेदारियां बढ़ जाती है। इन जिम्मेदारियों में माता-पिता की जिम्मेदारी खास मायने रखती है। दरअसल, प्रेग्नेंसी के समय महिलाओं के शरीर में कई तरह के शारीरिक परिवर्तन आते हैं। इतना ही नहीं महिलाओं को मानसिक और भावनात्म रूप से भी बदलाव महसूस होता है। इसी दौर में कपल्स मा-बाप बनने के लिए मेंटली तौर पर तैयार हो रहे होते हैं। ऐसे में उनको कई बार तनाव, स्ट्रेस और भावनात्मक उतार-चढ़ाव का भी सामना करना पड़ता है। ऐसे में यदि पति-पत्नी एक-दूसरे का साथ समझदारी से निभाएं, तो यह समय रिश्ते को और भी गहराई देने वाला बन सकता है। इस लेख में साईं पॉलिक्लीनिक की सीनियर गाइनाक्लॉजिस्ट विभा बंसल से जानते हैं कि गर्भावस्था के दौरान अपने रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए कौन-कौन से कदम उठाए जा सकते हैं।
प्रेग्नेंसी में पार्टनर के साथ रिलेशनशिप को मजबूत बनाने के लिए क्या करें? - How To Strengthen Your Relationship During Pregnancy In Hindi
एक-दूसरे का सहयोग करें - Be Supportive of Each Other
गर्भावस्था सिर्फ महिला की जिम्मेदारी नहीं होती, इसमें महिला और पुरुष दोनों की भागीदारी होती है। ऐसे में पुरुष महिला के साथ रिलेशनशिप को मजबूत बनाने के लिए उनके साथ डॉक्टर की विजिट पर अवश्य जाएं। पत्नी के शारीरिक और मानसिक बदलाव को समझें और घर के कामों में उनकी मदद करें। वही, दूसरी ओर पत्नी को भी अपने विचार और जरूरतें खुलकर पति के साथ साझा करनी चाहिए।
कपल्स को खुलकर बात करनी चाहिए - Open Communication is the Key
गर्भावस्था के समय महिलाओं के शरीर और मन में कई बदलाव होते हैं। कभी मूड स्विंग्स, कभी चिंता, तो कभी थकान। ऐसे में अगर पार्टनर एक-दूसरे से खुलकर बात करें तो तनाव कम होता है। इन समस्याओं से बचने के लिए कपल्स रोज कुछ समय सिर्फ बातचीत के लिए निकालें। इस दौरान महसूस होने वाल डर, घबराहट और खुशी को शेयर करना चाहिए।
धैर्य रखें - Practice Patience
गर्भावस्था के दौरान महिला का मूड जल्दी बदल सकता है, वह भावुक हो सकती है या छोटी-छोटी बातों पर नाराज हो सकती है। ऐसे में पति को धैर्य रखना बहुत जरूरी है। इस बात का ध्यान रखें कि प्रेग्नेंसी का समय परमानेंट नहीं हैं। ये भावनात्मक बदलाव हार्मोन की वजह से होते हैं। ऐसे में पुरुषों को धैर्य से काम लेना चाहिए।
साथ में मां-बाप बनने की तैयारी करें - Prepare Together for Parenthood
प्रेग्नेंसी के दौरान कपल्स को मां-बाप बनने की तैयारी साथ में करनी चाहिए। इससे जुड़ी जानकारी पढ़ें, क्लासेस लें या डॉक्टरी सलाह पर साथ जाएं। प्रेग्नेंसी से जुड़ी किताबें पढ़ें, ऑनलाइन सेमिनार या कोर्स करें, नवजात की देखभाल के बारे में जानें। इससे दोनों का आत्मविश्वास बढ़ेगा और जिम्मेदारी का अहसास होगा।
संभावित तनाव से बचें - Avoid Unnecessary Conflicts
गर्भावस्था में महिला पहले ही कई शारीरिक-मानसिक चुनौतियों से गुजर रही होती है। ऐसे में छोटे-छोटे झगड़े, बहस या आलोचना से बचें। इस दौरान पुरुष को किसी भी मामले को समझदारी से सुलझाना चाहिए। किसी तरह क बात पसंद न आए तो उस बात पर आराम से चर्चा करें।
शारीरिक स्पर्श को महत्व दें - Maintain Physical Intimacy
गर्भावस्था को प्राथमिकता देने के चलते कई बार कपल्स खुद की इच्छाओं को नजरअंदाज कर देते हैं। इस दौरान भी कपल्स डॉक्टर की सलाह के बाद शारीरिक संबंध बन सकते हैं। इस दौरान कभी-कभी सिर्फ हाथ पकड़ना, गले लगाना या माथे को चूमना भी इमोशन अटैचमेंट के लिए बहुत होता है।
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गर्भावस्था एक चुनौतीपूर्ण लेकिन खूबसूरत समय है। यह जीवन में एक नए अध्याय यानी माता-पिता बनने की शुरुआत होती है। इस सफर में यदि पति-पत्नी मिलकर एक-दूसरे का साथ दें, समझें और सम्मान करें, तो न सिर्फ यह समय आसान बनता है, बल्कि रिश्ता पहले से कहीं ज्यादा मजबूत और स्थायी हो जाता है।
FAQ
गर्भावस्था किसी रिश्ते को कैसे प्रभावित कर सकती है?
प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को होने वाले मूड स्विंग्स, तनाव और स्ट्रेस महिला और पुरुष के रिश्तों को खराब कर सकता है। ऐसे में दोनों को धैर्य से काम लेना चाहिए।प्रेगनेंसी में पति को क्या करना चाहिए?
गर्भावस्था के दौरान पति की जिम्मेदारी है कि वह अपनी पत्नी को भावनात्मक रूप से सहारा दे और बिना उसकी आलोचना किए उसकी बात सुने।गर्भवती महिला को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
गर्भवती महिला को नियमित रूप से डॉक्टरी चैकअप कराना चाहिए। इसके अलावा, स्वस्थ आहार लेना चाहिए, पर्याप्त आराम करें और तनाव से बचना चाहिए।
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Oct 20, 2025 12:45 IST
Published By : Vikas Arya