Doctor Verified

बच्चों को उमस से बचाने के लिए अपनाएं ये 5 तरीके, बीमार नहीं पड़ेंगे बच्चे

बच्चें को बढ़ती उमस से बचाने के लिए बहुत जरूरी है कि आप उन्हें फिजिकल एक्टिविटी कम करने दें और डाइट का विशेष ध्यान रखें।
  • SHARE
  • FOLLOW
बच्चों को उमस से बचाने के लिए अपनाएं ये 5 तरीके, बीमार नहीं पड़ेंगे बच्चे


चिलचिलाती धूप से भरे ही आराम मिलने लगा है। लेकिन, धीरे-धीरे उमस भरे मौसम ने दस्तक दे दी है। इसका मतलब है कि बरसात के दिन शुरू होने जा रहे हैं। फिलहाल प्री-मॉनसून का समय है। जो कि जल्द ही मॉनसून में बदल जाएगा। ये मौसम न सिर्फ बड़ों के लिए, बल्कि बच्चों के लिए भी बहुत ज्यादा नुकसानदायक होता है। खासकर, जिन बच्चों की इम्यूनिटी बहुत ज्यादा वीक होती है, उन्हें इन दिनों खास ख्याल रखना चाहिए। हालांकि, हम सब जानते हैं कि बच्चे खुद अपनी सेहत का ध्यान नहीं रख पाते हैं। ऐसे में पेरेंट्स को चाहिए कि वे अपने बच्चों की केयर प्रॉपर तरीके (Baby Care During The Monsoons) से करें। सवाल है, इस मौसम में बच्चों की केयर कैसे की जा सकती है? इसके लिए, नवी मुंबई स्थित अपोलो अस्पताल के Lead consultant Pediatric Critical Care Specialist डॉ. नारजोहन मेश्राम से द्वारा दिए गए टिप्स जरूर फॉलो करें। 

बच्चों को बढ़ती उमस से बचाने के लिए अपनाएं ये 5 तरीके

Baby Care During The Monsoons

फिजिकल एक्टिविटी सीमित करें

बच्चों के लिए खेलना बहुत जरूरी है। लेकिन, उमस भरे मौसम में फिजिकल एक्टिविटी जितनी कम होगी, बच्चों के लिए उतना अच्छा होगा। हालांकि, इसे पूरी तरह सीमित करना सही नहीं है। बच्चों की ग्रोथ के लिए उन्हें एक्टिव रहना चाहिए। लेकिन, उमस भरे मौसम में ज्यादा खेल-कूद करने से पसीना बहुत ज्यादा आ सकता है। एक्सेसिव स्वेटिंग यानी बहुत ज्यादा पसीना आने के कारण बच्चों को स्किन से जुड़ी प्रॉब्लम हो सकती है।

इसे भी पढ़ें: उमस वाली इस गर्मी में एक्सरसाइज करते समय ध्यान रखें ये 5 बातें, गलती कर सकती है बीमार

बॉडी हाइड्रेट रखें

मौसम चाहे सर्दी का हो, गर्मी का हो या उमस भरा हो। हर व्यक्ति के लिए जरूरी है कि वे अपनी बॉडी को पूरी तरह हाइड्रेट रखें। इसके लिए, उन्हें पर्याप्त मात्रा में पानी पिलाते रहें। यह नहीं, बच्चों की डाइट में फ्लूइड इनटेक बढ़ा सकते हैं। यह उनकी सेहत के लिए भी जरूरी है।

मेडिकल कंडीशन का ध्यान रखें

Baby Care During The Monsoons

कुछ बच्चों को विशेष किस्म की मेडिकल कंडीशन होती है, जैसे अस्थमा, एलर्जी या स्किन सेंसिटविटी। अगर आपके बच्चे को इस तरह की कोई परेशानी है, तो बेहतर होगा कि आप अपने बच्चे की ज्यादा केयर करें। अस्थमा हो, तो ट्रिगर प्वाइंट को पहचानें। घर में जरूरी दवाईयां रखें। इसी तरह, अगर बच्चे को उमस भरे मौसम से एलर्जी है, तो भी उनकी सही तरह से केयर करें। जरूरी होने पर एक्सपर्ट के पास जाएं।

इसे भी पढ़ें: मानसून में बच्चों को हेल्दी रखने और बीमारियों से बचाने के लिए अपनाएं डॉक्टर के बताए ये 5 तरीके

हल्के कपड़े पहनने को दें

उमस भरे मौसम में बच्चों को टाइट-फिटिंग ड्रेसेस न पहनने के लिए दें। टाइट कपड़े पहनने से उनकी स्किन को प्रॉब्लम हो सकती है, स्किन में रैशेज हो सकते हैं। सच्चाई ये है कि टाइट कपड़े पहनने से स्किन में पसीने आने लगते हैं। अगर स्किन की समय-समय पर देखभाल न करें और साफ-सफाई का ख्यान न रखा जाए, तो रैशेज और दूसरी प्रॉब्लम हा सकती है। इसलिए, बच्चों को इन दिनों ढीले, सूती और लाइट कलर के कपड़े पहनाएं।

फ्राइड चीजों से दूर रखें

बरसात का मौसम शुरू होते ही लोगों को चाट-पकौड़े खाने का मन करने लगता है। साथ ही, स्ट्रीट फूड का सेवन भी अधिक करने लगते हैं। बच्चों के लिए यह सब सही नहीं होता है। बच्चों की इम्यूनिटी वीक होती है। अगर बच्चा ज्यादा तला-भुना या फ्राइड चीजें खाता है, तो उसे पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। यही नहीं, ब्लोटिंग, पेट में दर्द और अपच की परेशानी भी हो सकती है। पेरेंट्स को चाहिए कि उन्हें फ्राइड चीजों से दूर रखें।

Read Next

डेयरी प्रोडक्ट्स खाने से बच्चों में नजर आ सकते हैं लैक्टोज इंटॉलरेंस के ये 5 लक्षण, जानें इनके बारे में

Disclaimer