छोटे बच्चों को भी स्किन कैंसर हो सकता है अगर आप उनकी स्किन को नहीं बचाएंगे। स्किन कैंसर का सबसे कॉमन कारण है यूवी रेज़ के संपर्क में आना। आपको अपने बच्चे को यूवी रेज़ से दूर रखना है। जिन बच्चों की स्किन का संपर्क यूवी रेज़ से ज्यादा होता है उन्हें स्किन कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है क्योंकि यूवी रेज़ के संपर्क में आने से स्किन बर्न की समस्या होती है जिसमें कैंसर सैल्स आसानी से ग्रो कर सकते हैं। स्किन कैंसर होने से त्वचा की कोशिकाएं अलग ढंग से बढ़ने लगती हैं। अगर ये समस्या बच्चों में हो जाए तो आपको और भी देरी से इसका पता चलता है क्योंकि बच्चे अपने परेशानी कई बार बता नहीं पाते पर आपको बच्चों से बात करके उन्हें लक्षणों के बारे में समझाना चाहिए। स्किन कैंसर से बच्चे को बचाने के लिए आप कुछ आसान टिप्स को अपना सकते हैं जिसके बारे में हम इस लेख में आगे पढ़ेंगे। इस विषय पर ज्यादा जानकारी के लिए हमने लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से बात की।
बच्चों में स्किन कैंसर के कारण (Causes of skin cancer in kids)
बच्चों में स्किन कैंसर के कई कारण हो सकते हैं जिनमें से एक है अनुवांशिक बीमारी। अगर घर में किसी को कैंसर है या था तो बच्चे को भी वो बीमारी हो सकती है। ऐसे बच्चों को स्किन कैंसर होने का खतरा ज्यादा है जो प्रदूषण के बीच रहते हैं। अगर बच्चा किसी कारण धूप में ज्यादा रहता है तो भी स्किन कैंसर का खतरा हो सकता है। ये कहना गलत नहीं होगा कि हमारे शरीर में स्किन सबसे बड़ा ऑर्गन होता है। स्किन हमारे शरीर के जरूरी ऑर्गेन्स को सुरक्षा प्रदान करती है और हानिकारक तत्वों से बॉडी पॉर्ट्स की रक्षा करती है। स्किन हमें सूरज की तेज किरणों से भी बचाती है। हमारी स्किन में मॉइश्चर और फैट दोनों मौजूद होता है। अगर हमारी स्किन यूवी रेज़ के संपर्क में ज्यादा रहे तो स्किन को नुकसान पहुंचता है।
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बच्चों में स्किन कैंसर के लक्षण क्या हैं? (Symptoms of skin cancer in kids)
स्किन कैंसर का एक लक्षण ये हो सकता है कि बच्चे को धूप में निकलने पर खुजली हो, हालांकि इस लक्षण से कैंसर की पुष्टि नहीं होती पर ये भी एक लक्षण हो सकता है। इसके अलावा अगर बच्चे की स्किन पर पिंपल्स अचानक बढ़ने लगे हों तो ये स्किन कैंसर के लक्षण हो सकते हैं। अगर स्किन के रंग में बड़ा बदलाव देखने को मिले तो भी आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। अगर बच्चे की स्किन पर दाग-धब्बे बढ़ने लगे हैं तो ये भी चिंता का विषय हो सकता है, आपको ध्यान देना है कि दाग किसी इंफेक्शन के कारण हैं या ये स्किन कैंसर का लक्षण है क्योंकि अगर दाग चार से पांच हफ्तों बाद भी जा नहीं रहें हैं तो ये स्किन कैंसर का लक्षण हो सकता है। अगर बच्चे की स्किन पर कोई बर्थ मार्क या तिल तेजी से बढ़ रहा है तो भी आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
बच्चे को बाहर ले जा रहे हैं तो अपनाएं ये टिप्स
बच्चे को बाहर ले जा रहे हैं तो इन बातों का ध्यान जरूर रखें जिससे बच्चे को स्किन कैंसर न हो-
- बच्चे को बाहर ले जा रहे हैं तो छाते का इस्तेमाल जरूर करें।
- बाहर निकलने से पहले आप बच्चे को सनग्लासेस पहनाएं, इससे बच्चे की आंखें सुरक्षित रहेंगी।
- बच्चे की गर्दन और चेहरे को भी ढकना जरूरी है। अगर बच्चा छोटा है तो आप उसके लिए कॉटन का कपड़ा कैरी कर सकते हैं जिससे आप बच्चे का चेहरा ढक सकें।
- कुछ लोगों को लगता है कि बारिश या अच्छे मौसम में बच्चे की स्किन को यूवी रेज़ से बचाने की जरूरत नहीं होती पर ऐसा नहीं है यूवी रेज़ सूरज ढलने तक मौजूद रहती हैं।
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बच्चे को स्किन कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से कैसे बचाएं? (Tips to prevent skin cancer in kids)
- बच्चे को स्किन कैंसर जैसे गंभीर रोग से बचाने के लिए उसे ज्यादा बाहर लेकर न जाएं।
- सूरज की यूवी रेज़ से आपको बच्चे को दूर रखना है हालांकि विटामिन डी के लिए सूरज की रौशनी जरूरी है पर उसके लिए सुबह का वक्त चुनें।
- सुबह से शाम के पीक समय में बच्चे को बाहर नहीं निकलने दें जब धूप से स्किन को नुकसान पहुंच सकता है।
- अगर किसी कारण से बाहर जा रहे हैं तो बच्चे को फुल स्लीव के कपड़े पहनाएं।
- बाहर निकल रहे हैं तो बच्चे को कॉटन के कपड़े पहनाएं और उसका चेहरा ढककर ले जाएं।
- अगर बच्चा छह माह या उससे भी छोटा है तो आपको उसे धूप में ले जाना पूरी तरह से अवॉइड करना चाहिए क्योंकि इस उम्र में बच्चे की स्किन संवेदनशील होती है।
- टैनिंग के कारण भी स्किन कैंसर का खतरा बढ़ता है इसलिए अगर आपके घर में बालकनी या आंगन या छत है तो बच्चे को धूप में बाहर न निकलने दें।
- बच्चे के सिर पर कैप लगाए बिना उसे बाहर निकलने न दें।
- अगर किसी बीमारी के कारण बच्चा एंटीबायोटिक्स ले रहा है तो उसे यूवी रेज़ से ज्यादा प्रोटेक्शन की जरूरत होगी।
बच्चे की त्वचा पर सनस्क्रीन न लगाएं (Avoid applying sunscreen in kid's skin)
कम उम्र में आप बच्चे की स्किन को सूरज की रौशनी से बचाने के लिए सनस्क्रीन नहीं लगा सकते क्योंकि उसमें बहुत से ऐसे कैमिकल होते हैं जिससे बच्चे की स्किन को नुकसान पहुंच सकता है पर सूरज की रौशनी से बचाने के लिए आप अपने बच्चे की स्किन पर नैचुरल इंग्रीडिएंट्स लगा सकते हैं। स्किन को सूरज की रौशनी से कैसे बचाएं? स्किन को सूरज की रौशनी से बचाने के लिए आप नारियल का तेल, एलोवेरा जेल, शिया बटर, बादाम का तेल आदि लगा सकते हैं।
स्किन कैंसर का संबंध हमारी स्किन के रंग से नहीं है इसलिए आपके बच्चे की स्किन टोन जो भी हो उसे स्किन कैंसर होने का डर बना रहेगा इसलिए बच्चों को कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से बचाकर रखने की जरूरत है।
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