How to Make Jamun Vinegar at Home: जामुन एक मौसमी फल है। जामुन स्वाद में खट्टा-मीठा होता है। जामुन सिर्फ स्वाद में लाजवाब नहीं है, बल्कि विभिन्न प्रकार के औषधीय गुणों से भरपूर होता है। विशेषकर आयुर्वेद में जामुन का इस्तेमाल कई तरीकों से और विभिन्न प्रकार की बीमारियों के इलाज में किया जाता है। आयुर्वेद में जामुन से न केवल फल, बल्कि बीज, पत्ते और छाल का भी औषधीय उपयोग के लिए होता है। इसके अलावा जामुन से तैयार सिरका यानी जामुन सिरका (Jamun Vinegar) भी आयुर्वेद में अपना एक स्थान रखता है। इन दिनों जब डायबिटीज और हार्मोनल संबंधी बीमारियां हो रही हैं, तब जामुन सिरके का इस्तेमाल भी बढ़ रहा हैं।
यूं तो बाजार में कई बड़े ब्रांड्स के जामुन सिरका (How to Make Jamun Vinegar) मौजूद हैं, लेकिन लंबे समय तक स्टोर करने के लिए इसमें केमिकल्स भी मिलाएं जाते हैं। इसलिए आज इस आर्टिकल में हम आपको बताने जा रहे हैं, घर पर जामुन सिरका बनाने की रेसिपी और इसके फायदों (Health Benefits of Jamun Vinegar) के बारे में।
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जामुन सिरका क्या होता है?
जयपुर स्थित महात्मा गांधी अस्पताल की डाइटिशियन और न्यूट्रिशनिस्ट प्रांजल कुमत के अनुसार, जामुन सिरका एक प्रकार का नेचुरल फर्मेंटेड सिरका होता है जो पके हुए जामुन के फलों से तैयार किया जाता है। इसमें मौजूद नैचुरल यीस्ट और बैक्टीरिया शुगर को अल्कोहल और उसके बाद सिरके में बदल देते हैं। जामुन सिरका का डायबिटीज, पाचन, वजन घटाने और त्वचा संबंधी समस्याओं को दूर करने में फायदेमंद होते हैं।
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घर पर जामुन सिरका कैसे बनाएं- How to Make Jamun Vinegar at Home
डाइटिशियन प्रांजल कुमत बताती हैं जामुन सिरका घर पर बनाना बहुत ही आसान काम है। घर पर जामुन सिरका बनाने के लिए आपको कुछ बेसिक चीजों की जरूरत पड़ेगी। आइए जानते हैं इसके बारे में।
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आवश्यक सामग्री
पके हुए जामुन: 1 किलो
गुड़: 100 ग्राम
पानी: 2 लीटर
कांच की बोतल- 2 पीस
मलमल का कपड़ा या सूती कपड़ा ढकने के लिए
बनाने का तरीका
- सबसे पहले जामुन को धोकर अच्छे से साफ कर लीजिए। जामुन को धूप में कुछ घंटों तक सुखा लें। फिर इनके बीज निकालकर गूदे को अलग करें।
- अब एक कांच के बर्तन में पानी भर दें। पानी में जामुन का गूदा डालें और अगर आप चाहें तो थोड़ा शक्कर या गुड़ भी डाल सकते हैं, जिससे फर्मेंटेशन तेज हो जाए।
- बर्तन को किसी सूती कपड़े से ढकें और ढक्कन न लगाएं ताकि फर्मेंटेशन के दौरान गैस बाहर निकल सके। बर्तन को 15–20 दिनों के लिए किसी गर्म और अंधेरी जगह पर रख दें
- 15–20 दिनों बाद जब मिश्रण खट्टा और तेज सुगंध वाला हो जाए, तब इसे मलमल के कपड़े से छान लें और कांच की बोतलों में भरकर ठंडी जगह रखें।
- आपका 100 प्रतिशत शुद्ध जामुन का सिरका तैयार हो चुका है। इसे आप 5 से 6 महीनों के लिए स्टोर कर सकते हैं।
जामुन सिरका से सेहत को होने वाले फायदे- Health benefits of jamun vinegar
डाइटिशियन के अनुसार, जामुन के सिरके में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-डायबेटिक, एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटी ओबेसिटी गुण होते हैं। ये समग्र पोषक तत्व स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होते हैं।
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1. ब्लड शुगर को करें मैनेज- Manage blood sugar with jamun vinegar
जामुन सिरका का नियमित सेवन ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है। यह शरीर में इंसुलिन की सेंसिटिविटी को बढ़ाता है। रोजाना सुबह खाली पेट 1 गिलास पानी में 1 चम्मच जामुन सिरका मिलाकर पीने से सेहत को कई प्रकार के फायदे मिलते हैं।
2. पाचन शक्ति को बढ़ाएं- Jamun vinegar increases digestion power
जामुन सिरका पाचन तंत्रिका की कार्यक्षमता को बढ़ाता है। इससे खाना पचने की प्रक्रिया तेज और आसान हो जाती है। डाइटिशियन की मानें, तो खाना खाने के 10 से 15 मिनट के बाद आधा चम्मच जामुन सिरका पानी में मिलाकर पीने से एसिडिटी, गैस, कब्ज और अपच जैसी समस्याएं दूर होती हैं।
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3. यूटीआई की समस्या करें दूर- Jamun vinegar can cure UTI problem
जामुन सिरका का मूत्र को क्षारीय बनाने वाला गुण बैक्टीरिया को पनपने से रोकता है, जिससे UTI जैसी समस्याओं में राहत मिलती है। जिन लोगों को यूटीआई की परेशानी होती है, उन्हें रोजाना सुबह मलासन में बैठकर एक चम्मच जामुन का सिरका पीने से यूटीआई की समस्या दूर होती है।
4. वेटलॉस में मददगार- Jamun vinegar helps in weight loss
जामुन सिरका में एसिटिक एसिड (Acetic Acid) और अन्य एंजाइम होते हैं जो शरीर की मेटाबॉलिक क्रिया को तेज करते हैं। जामुन का सिरका का सेवन करने से शरीर की अतिरिक्त एनर्जी खर्च होती है। सुबह खाली पेट जामुन सिरका लेने से पेट देर तक भरा-भरा लगता है जिससे एक्स्ट्रा खाने की क्रेविंग कंट्रोल होती है। इससे वजन घटाने और बैली फैट को कमकरने में मदद मिलती है।
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5. स्किन प्रॉब्लम करें दूर
जामुन सिरका (Jamun Vinegar) त्वचा संबंधी समस्याएं जैसे एक्ने, पिंपल्स और झाइयों व झुर्रियों को भी दूर करता है। एक्सपर्ट बताती हैं जामुन सिरका में मौजूद प्राकृतिक एंटीसेप्टिक, एंटीबैक्टीरियल, एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण त्वचा को साफ, स्वस्थ और चमकदार बनाने में मदद करते हैं।
जामुन सिरका का सेवन करते वक्त सावधानियां
जामुन सिरका का सेवन खाली पेट करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
थायरॉइड और डायबिटीज के मरीज जामुन सिरका पीने से पहले डॉक्टर से बात जरूर करें।
जामुन सिरका अधिक मात्रा में सेवन करने से पेट में जलन या एसिडिटी हो सकती है।
जामुन सिरका को हमेशा पानी में मिलाकर ही पिएं। सिर्फ जामुन सिरका का सेवन कभी न करें।
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निष्कर्ष
जामुन सिरका एक नैचुरल हेल्थ टॉनिक भी है। इसे घर पर बनाना बेहद आसान है और यह कई बीमारियों में भी फायदेमंद होता है। जामुन सिरका का नियमित और संतुलित मात्रा में सेवन करने से डायबिटीज, वेट लॉस और स्किन से जुड़ी बीमारियां दूर होती हैं।
FAQ
जामुन सिरका किस समय लेना चाहिए?
जामुन सिरका हमेशा सुबह खाली पेट या खाना खाने के बाद ही लेना चाहिए। जामुन सिरका को हमेशा पानी में मिलाकर ही पीना चाहिए। कभी भी जामुन सिरका को खाली नहीं पीना चाहिए।क्या बच्चों को भी जामुन सिरका दिया जा सकता है?
नहीं, छोटे बच्चों को जामुन सिरका नहीं देना चाहिए। बच्चों की पाचन तंत्रिका काफी कमजोर होती है। ऐसे में बच्चों को जामुन सिरका दिया जाए तो ये पेट में दर्द, कब्ज, उल्टी और दस्त जैसी बीमारियों का कारण बन सकता है।जामुन सिरका बनाने में कितना समय लगता है?
जामुन सिरका को अगर घर पर तैयार किया जा रहा है, तो इसको बनाने में 15 से 20 दिनों का समय लग सकता है।