7 Month Baby full day Diet Chart in Hindi: 7 महीने का होते ही बच्चा कुछ-कुछ एक्टिविटी करने लगता है। जैसे खुद से उठना, बिना सहारे के बैठना और कई बार 7 महीने में बच्चों के दांत निकलने भी शुरू हो जाते हैं। यही वजह है कि 6 महीने पूरे होने के बाद 7वें महीने से बच्चों को मां के दूध के साथ-साथ ठोस आहार भी दिया जाता है। इससे पहले बच्चे के मानसिक और शारीरिक विकास के लिए पोषण का आधार सिर्फ मां का दूध ही होता है लेकिन 6 महीने के होने के बाद उसके लिए कई अन्य पोषक तत्वों की जरूरत होती है, इसलिए उसे ठोस आहार दिया जाता है। हालांकि 7 महीने के शिशु को क्या ठोस आहार और किस वक्त देना चाहिए इसको लेकर पेरेंट्स अक्सर गलती कर जाते हैं। न्यू पेरेंट्स डॉक्टर के पास जाते हैं और शिकायत करते हैं कि उनका बच्चा कुछ खाता ही नहीं। अगर आप भी मेरी ही तरह न्यू पेरेंट बने हैं और 7 महीने का आपका बच्चा ठोस आहार खाने में आनाकानी करता है तो इस लेख में हम आपको एक स्पेशल डाइट चार्ट के बारे में बताने जा रहे हैं। मुझे यकीन है कि इस डाइट चार्ट को फॉलो करने के बाद आपका बच्चा मांग-मांग कर खाना शुरू कर देगा।
7 महीने के बच्चे को कितना खिलाना चाहिए?
हैदराबाद स्थित बालाजी चिल्ड्रन हॉस्पिटल में बतौर में कंसलटेंट पीडियाट्रिशियन डॉक्टर संदीप बेलपत्र के अनुसार 7 महीने का बच्चा दिन में 2 से 3 बार ठोस आहार खाता है। बच्चे के ठोस आहार खाने का यह मतलब बिल्कुल नहीं है कि उसे ब्रेस्ट मिल्क की जरूरत नहीं है। एक्सपर्ट के अनुसार 7 महीने के बच्चे को 3 से 4 बार ब्रेस्ट मिल्क या फार्मूला मिल्क के साथ ठोस आहार देना चाहिए।
7 महीने के बच्चे का डाइट चार्ट
सुबह 7 से 8 बजे 7 महीने के शिशु को उठने के तुरंत बाद मां का दूध या फॉर्मूला मिल्क ही देना चाहिए।
8 से 10 बजे के बीच: शिशुओं को अक्सर दलाई या खिचड़ी दी जाती है, ताकि वो इसे आसानी से हजम कर सके। अगर आपने कुछ ही दिन पहले बच्चे को ठोस आहार देना शुरू किया है, तो उसे दिन में एक चौथाई कप दलिया या खिचड़ी दे सकते हैं।
11 से 1 बजे के बीच: ध्यान रहे कि आपका शिशु एक बार ठोस आहार ले चुका है इसलिए उसे अब ब्रेस्ट मिल्क या फॉर्मूला मिल्क ही दें।
2 से 3 बजे के बीच: इस समय आप शिशु को दाल का पानी, दाल का सूप, केले या पपीते का मैश या किसी भी अन्य फल की प्यूरी दे सकते हैं।
4 से 7 बजे के बीच: इस वक्त 7 महीने के शिशु को कुछ भी खिलाते वक्त ध्यान दें कि वह अब कुछ ही वक्त में 7 से 8 घंटे की नींद लेने वाला है। ऐसे में बच्चे को कुछ हल्की सब्जियों वाली स्मूदी, ओट्स की खीर या मटर की प्यूरी दें।
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डॉक्टर का कहना है कि बच्चे कभी भी एक तरह का खाना नहीं खाते हैं। इसलिए उनके लिए कोई चीज बनाते वक्त ध्यान दें कि इसमें वेराइटी हो। खाने में ज्यादा रंगों को शामिल करें ताकि बच्चा उसके प्रति आकर्षित हो और खाने की डिमांड करें।
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