Time to Wean Baby in Hindi: शिशुओं के लिए मां का दूध जरूरी पोषक तत्व है। यह उनके आराम, सहजता और संबंध का पहला स्रोत है। हालांकि, जैसे-जैसे बच्चा बड़ा होता है, वे सिर्फ दूध पर निर्भर नहीं रह सकते। दरअसल, कई पैरेंट्स को यह जानने में काफी मुश्किल होती है कि उनके बच्चे का अब दूध छुड़ाने का समय आ गया है। तो आइए डॉक्टर से जानते हैं कि आपका बच्चा अब सिर्फ दूध पर निर्भर नहीं रहने वाला है। ये 7 संकेत हैं जो बताते हैं कि अब आपके बच्चे का दूध छुड़ाने का सही समय आ गया है। हमने इस विषय पर बैंगलोर के एस्टर व्हाइटफील्ड अस्पताल की बाल चिकित्सा गहन देखभाल और बाल चिकित्सा की लीड और एचओडी डॉ. सुजाता त्यागराजन (Dr. Sujatha Thyagarajan, Lead & HOD - Pediatric Intensive Care and Pediatric Emergency, Aster Whitefield Hospital) से विस्तार में बात की।
बच्चे का दूध छुड़ाने के 7 संकेत-7 signs to wean your baby
बच्चे सिर्फ दूध पर निर्भर नहीं रह सकते। हालांकि यह जानना मुश्किल हो जाता है कि बच्चे अब सिर्फ मां के दूध पर निर्भर नहीं रह सकते। तो आइए जानते हैं ये 7 संकेत क्या हैं?
1. जब बच्चा 5-6 महीने का हो जाए
जब बच्चे 5-6 महीने के हो जाते हैं, तो वे बिना किसी सहारे के बैठ सकते हैं। यह पहला संकेत है कि बच्चे का अब दूध छुड़ाने का समय आ गया है क्योंकि बच्चे अब शारीरिक रूप से मजबूत हो जाते हैं, जिससे यह संकेत मिलता है कि बच्चों को अब ठोस खाना खिलाया जा सकता है।
2. लार टपकना या चबाने की प्रक्रिया
अगर आपके बच्चे के मुंह से लार टपकने लग जाती है और वह मुंह से कुछ भी चबाने जैसी हरकत करता है, तो यह भी एक संकेत होता है कि आपके बच्चे का दूध छुड़ाने का समय आ गया है। जबकि उनके दांत नहीं हैं, फिर भी वे खाने को देखकर चबाने जैसी नकल करते हैं। इससे संकेत मिलता है कि वे ठोस खाने का अनुभव करने के लिए तैयार हैं। यह सभी हरकतें बच्चों की यह स्थिति को दर्शाती हैं कि बच्चों का शरीर ठोस खाने को पचा सकता है।
3. खाने को देखकर ललचाना
क्या आपका बच्चा टेबल पर रखे खाने की प्लेट को देखकर उसे पकड़ने की कोशिश करता है? क्या आपका बच्चा खाने को देखकर खुश होता है? बच्चों का खाने में इंटरेस्ट दिख रहा है तो यह संकेत है कि बच्चे अब दूध के अलावा भी आहार का सेवन करना चाहते हैं।
इसे भी पढ़ें- ब्रेस्टफीडिंग (स्तनपान) कराने वाली मांओं की दिनचर्या कैसी होनी चाहिए, बता रहे हैं आयुर्वेदाचार्य
4. ब्रेस्टफीडिंग और बोतल के दूध में कमी
कुछ बच्चे मां का दूध पीने में कम दिलचस्पी लेने लगते हैं, खासतौर पर दिन में। यह दूध छुड़ाने का संकेत है। साथ ही उन्हें बोतल से दूध पीने में परेशानी होती है, बच्चे बोतल से दूध पीने में आनाकानी करने लगते हैं। इसके अलावा, बच्चे एक समय के बाद ब्रेस्टफीडिंग भी नहीं करते। यह दूध छोड़ने की नेचुरल प्रक्रिया है।
5. बिना किसी सहारे के बैठकर कप पकड़ना
जब बच्चे बिना किसी सहारे के बैठ सकते हैं और उन्हें जब कप में कुछ पीने को दिया जाए, तो वह अपने आप कप पकड़कर पी सकते हैं, तो यह एक संकेत है कि बच्चे अब पानी या तरल पदार्थ भी पीने को तैयार हैं। बोतल से कप पर शिफ्ट होने की प्रक्रिया दांतों को खराब होने से भी बचा सकती है क्योंकि बोतल के भी कई नुकसान हैं।
6. खाना और स्नैक्स खाना
जब आपका बच्चा ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर खाना शुरू कर देता है और कभी-कभी स्नैक्स भी खाता है, इसका मतलब है कि बच्चे अब दूध के अलावा अन्य आहार का सेवन करना चाहते हैं। बता दें कि बच्चे सिर्फ दूध पर निर्भर नहीं रह सकते, उन्हें जरूरी पोषक तत्व दूध के अलावा अन्य आहारों से मिलते हैं।
7. पाचन क्रिया
बच्चों की पाचन क्रिया कैसी है, माता-पिता को इस बात पर ध्यान देना जरूरी है। बच्चे का थूक कम निकल रहा है और बच्चे मल कैसा त्याग रहे हैं। इससे पता चलता है कि बच्चे अब ठोस खाना पचाने के लिए तैयार हैं।
बच्चों को दूध सावधानी से छुड़ाएं-Wean your child off milk carefully
बच्चों को दूध छुड़ाने के इन संकेतों का यह मतलब बिल्कुल नहीं है कि बच्चों को दूध नहीं पिलाएं। यह एक धीमी और सहज प्रक्रिया है। बच्चों को धीरे-धीरे अन्य खाना खिलाना-पिलाना शुरू कर दें। बच्चा जब एक साल का हो जाए तो उसे डेयरी के कुछ पदार्थ खिला सकते हैं। इस बात को न भूलें कि दूध को रिप्लेस न करें बल्कि और भोजन को साथ में खिलाएं।
इसे भी पढ़ें- क्या ब्रेस्टफीडिंग में लेमनग्रास की चाय पीना सुरक्षित होता है? एक्सपर्ट से जानें
बाल रोग विशेषज्ञ की सलाह लें-Speak to a Pediatrician
अगर आपको लगा है कि आपके बच्चे को जरूरी पोषण नहीं मिल रहा है, साथ ही आपका बच्चा रोता रहता है, चिड़चिड़ा हो जाता है, और खाने के समय पर आनाकानी करता है, तब आपको बाल रोग विशेषज्ञ से मिलने की जरूरत है। तब आप डॉक्टर की सलाह लें और उनकी सलाह पर अपने बच्चों की देखभाल करें, जिससे आपके बच्चों को जरूरी पोषण मिले।
निष्कर्ष
कई माताएं अपने बच्चों को समझ नहीं पातीं कि कब उन्हें दूध छुड़वाना चाहिए। इसी तरह कई सालों तक वह अपने बच्चों को सिर्फ दूध पर निर्भर रहने देती हैं, जिससे बच्चों को जरूरी पोषक तत्व नहीं मिलते हैं। इसलिए जरूरी है कि इन 7 संकेतों के जरिए पहचानें कि आपको बच्चे का दूध छुड़ाने का समय आ गया है। धीरे-धीरे बच्चों का दूध कम करें और अन्य आहार को खिलाना शुरू कर दें। अगर बच्चा चिड़चिड़ा हो रहा है और वह दूध, खाने का सेवन नहीं कर रहा है, तो डॉक्टर की सलाह लें।
FAQ
बच्चे को पर्याप्त दूध नहीं मिलने के क्या संकेत हैं?
बच्चा जब स्तनपान करते समय स्तन को चूस रहा है और खींचतान करता है, साथ ही बच्चा जब स्तनपान के समय सो जाता है, तो इस बात का संकेत है कि बच्चे को पर्याप्त मात्रा में दूध नहीं मिल रहा।कैसे पता करें कि बच्चे का पेट भर गया है?
बच्चे जब स्तनपान करते समय अपना मुंह बंद कर लें और स्तनपान करने से मना कर दें, तो पता चल जाता है कि बच्चे का पेट भर गया है।शिशुओं का दूध छुड़ाने की प्रक्रिया क्या है?
शिशुओं को दूध छुड़ाने का मतलब यह नहीं है कि एक बार में ही उन्हें दूध न पिलाएं, उनके रूटीन में धीरे-धीरे यह लाएं। उन्हें ठोस आहार खिलाना शुरू कर दें, बोतल से दूध पिलाना शुरू कर दें।