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क्या मां के मोबाइल का इस्तेमाल करने से बच्चे को कैंसर हो सकता है? बता रहे हैं डॉक्टर

Can a child get cancer if mother uses mobile phone: अक्सर महिलाएं शिशु को दूध पिताले समय, कंधे पर सुलाते हुए और शिशु को घूमाते हुए मोबाइल फोन का इस्तेमाल करती हैं। लेकिन क्या ये कैंसर का कारण बन सकता है?
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क्या मां के मोबाइल का इस्तेमाल करने से बच्चे को कैंसर हो सकता है? बता रहे हैं डॉक्टर


आज फोन हम सबकी सबसे बड़ी जरूरत बन चुका है। घर, ऑफिस, परिवार या दोस्तों के साथ मुलाकात के समय भी मोबाइल हमारे साथ ही रहता है। लेकिन पिछले कुछ सालों में जितनी तेजी से कैंसर से मामले बढ़ रहे हैं, ऐसे में ये सवाल उठने लगा है कि क्या गर्भवती महिलाओं या छोटे बच्चों की मां द्वारा ज्यादा मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने से बच्चे की सेहत, विशेषकर उन्हें कैंसर होने का खतरा रहता है?

क्या मां के फोन इस्तेमाल करने से बच्चे को कैंसर होता है?- Can a child get cancer if mother used mobile phone

हरियाणा के सोनीपत स्थित एंड्रोमेडा कैंसर अस्पताल में वरिष्ठ सलाहकार और रेडिएशन ऑन्कोलॉजी प्रमुख डॉ. आशु यादव का कहना है कि इन दिनों पेरेंट्स बच्चे को दूध पिलाते वक्त, सुलाते वक्त या कंधे पर उठाकर मोबाइल पर स्क्रॉलिंग करते रहते हैं। इंस्टाग्राम, फेसबुक और यूट्यूब पर वीडियो देखने के लिए बच्चे के साथ मोबाइल स्क्रॉलिंग का इस्तेमाल नवजात शिशु के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाता है। डॉ. आशु यादव कहती हैं कि बच्चों की स्किन, सिर की खोपड़ी की स्किन वयस्कों की तुलना में काफी पतली होती है। ऐसे में जब बच्चा मोबाइल रेडिएशन के साथ संपर्क बनाता है, तो इससे उसे 2 से 3 गुणा ज्यादा नुकसान हो सकता है।

हालांकि मां द्वारा मोबाइल का इस्तेमाल करने से बच्चे को कैंसर होता है, ये बात बिल्कुल मिथक है। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा की गई रिसर्च बताती है कि मोबाइल फोन जब नेटवर्क से जुड़ते हैं तो वे "रेडियो फ्रीक्वेंसी (RF) रेडिएशन" पैदा करते हैं। यह एक प्रकार की इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेडिएशन है। ये रेडिएशन नॉन-आयोनाइजिंग होती हैं, यानी इनका एनर्जी स्तर इतना अधिक नहीं होता कि ये डीएनए को सीधे नुकसान पहुंचा सके। इसलिए हम ऐसा कह सकते हैं कि मोबाइल फोन के इस्तेमाल से कैंसर नहीं होता है।

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प्रेग्नेंसी के दौरान मोबाइल इस्तेमाल करने के नुकसान- Is use of mobile phones during pregnancy risky

डॉक्टर कहती है कि प्रेग्नेंसी के दौरान महिला दिनभर मोबाइल से चिपकी रहती है, तो शिशु लगातार रेडिएशन के संपर्क में रहता है। ऐसे में मोबाइल से निकलने वाला रेडिएशन भ्रूण के विकास में बाधा डाल सकता है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थकी रिपोर्ट बताती है कि प्रेग्नेंसी के दौरान अगर मां ज्यादा मोबाइल का इस्तेमाल करें, तो इससे गर्भस्थ शिशु के मस्तिष्क विकास, न्यूरोलॉजिकल कार्य और व्यवहारिक विकास प्रभावित होता है।

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स्तनपान के दौरान मोबाइल इस्तेमाल के नुकसान- Can You Use Mobile While Breastfeeding

हेल्थ एक्सपर्ट की मानें, तो स्तनपान मां और बच्चे दोनों के लिए एक सफर होता है। इस दौरान मां और बच्चे भावनात्मक रूप से एक-दूसरे से जुड़ते हैं। स्तनपान के समय मोबाइल चलाने से मां का ध्यान बच्चे से हट जाता है, जिससे भावनात्मक जुड़ाव और आंखों का संपर्क कम होता है। इससे बच्चे के मानसिक विकास पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। स्तनपान के समय मोबाइल को सिर के पास या बच्चे के चेहरे के करीब रखने से रेडिएशन सीधे बच्चे के दिमाग को प्रभावित करते विकास को कम कर सकता है।

क्या रेडिएशन से बच्चे को कैंसर हो सकता है?

डॉ. आशु यादव का कहना है कि अभी तक कोई पुख्ता रिसर्च यह सिद्ध नहीं कर पाई है कि गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिला के मोबाइल इस्तेमाल से बच्चे को कैंसर हो सकता है। लेकिन कुछ रिसर्च में ये बात सामने आई है कि वयस्कों के मुकाबले बच्चों की खोपड़ी व त्वचा पतली होती है। इसलिए वे वयस्कों की तुलना में 2 से 10 गुना ज्यादा मोबाइल रेडिएशन को प्रभावित होती है। यही कारण है कि अगर बच्चा लंबे समय तक मां के पास मोबाइल रेडिएशन के संपर्क में रहता है, तो भविष्य में उसे कैंसर जैसी बीमारियों का जोखिम बढ़ सकता है। 

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रेडिएशन के प्रभाव से बचने के लिए क्या करें- What to do to avoid the effects of radiation

प्रेग्नेंसी और स्तनपान के दौरान मोबाइल फोन कम से कम 30-40 सेमी दूर रखें।

अगर लंबे समय तक फोन पर बात करनी है, तो हेडफोन या स्पीकर का इस्तेमाल करें।

मोबाइल को तकिए के नीचे रखकर सोने से बचें।

वाई-फाई, मोबाइल नेटवर्क से बच्चे को दूर रखकर ही सुलाएं

बच्चों को मोबाइल फोन देखने की आदत न डालें, इससे दिमागी विकास कम हो सकता है।

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निष्कर्ष

क्या मां के मोबाइल इस्तेमाल से बच्चे को कैंसर हो सकता है? इस सवाल का सीधा जवाब है कि अभी तक ऐसी कोई रिसर्च नहीं आई है कि मोबाइल फोन से निकलने वाला रेडिएशन गर्भस्थ या नवजात बच्चे में कैंसर का कारण बन सकता है। हालांकि मोबाइल रेडिएशन के कारण होने वाले स्वास्थ्य नुकसान हो सकता है। ध्यान रहे कि एक जागरूक मां न केवल आज की सेहत की रखवाली करती है, बल्कि आने वाली पीढ़ी के जीवन की दिशा तय करती है। इसलिए जहां तक संभव हो, मोबाइल का इस्तेमाल कम से कम ही करें।

FAQ

  • क्या गर्भवती महिलाओं के मोबाइल इस्तेमाल से भ्रूण को नुकसान हो सकता है?

    कुछ स्टडीज में पाया गया है कि गर्भावस्था में अत्यधिक मोबाइल उपयोग से भ्रूण के मस्तिष्क विकास पर असर पड़ सकता है। हालांकि, सीधे कैंसर से जोड़ने वाले प्रमाण सीमित हैं।
  • मोबाइल रेडिएशन से बचने के लिए क्या करें?

    मोबाइल रेडिएशन से बचने के लिए एक नहीं बल्कि रोजमर्रा में कई चीजों को अपनाना जरूरी है। मोबाइल रेडिएशन से बचाव के लिए आप नीचे बताए गए टिप्स को फॉलो कर सकते हैं।- हेडफोन या स्पीकर मोड में बात करें- जहां तक संभव हो, मोबाइल फोन से दूरी बनाकर रखें- रात में एयरप्लेन मोड में फोन को डालकर सोएं
  • क्या मोबाइल रेडिएशन पूरी तरह से रोकना संभव है?

    नहीं, मोबाइल रेडिएशन के प्रभाव को पूरी तरह से रोकना संभव नहीं है। लेकिन रोजमर्रा के जीवन में थोड़ी सी सावधानी के जरिए मोबाइल रेडिएशन से होने वाले नुकसान से बचा जा सकता है।

 

 

 

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